मानव शरीर रचना विज्ञान पुस्तक का लेखन इंदौर के सुप्रसिद्ध होमियोपैथ चिकित्सक तथा केंद्रीय होमियोपैथ अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉ ए के द्विवेदी ने किया है। पुस्तक का प्रकाशन मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी ने किया है।
डॉ. द्विवेदी के अनुसार चिकित्सा विज्ञान में उच्च शिक्षा की पुस्तक लिखने की प्रेरणा उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के दूसरे कुलपति प्रोफेसर रामदेव भारद्वाज तथा मध्य प्रदेश चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ आरएस शर्मा से मिली। उनके ही आग्रह पर पुस्तक को सरलतम भाषा में लिखने का निश्चय किया गया और हम अपने इस लक्ष्य को प्राप्त भी कर सके।
लगभग 300 पन्नों की इस पुस्तक में मुख्य रूप से मानव शरीर का परिचय, कंकाल तंत्र, जोड़ों, पेशी तंत्र, तंत्रिका तंत्र, अंत:स्त्रावी तंत्र, रक्त परिसंचरण तंत्र, लसिका तंत्र, श्वसन तंत्र, पाचन, उत्सर्जन और प्रजनन आदि से संबंधित अध्यायों को शामिल किया गया है। इस पुस्तक के लेखन में दो अन्य चिकित्सकों डॉ वैभव चतुर्वेदी और डॉ कनक चतुर्वेदी का भी योगदान रहा है।
उल्लेखनीय है कि रूस और जापान समेत दुनिया के कई देश अपनी मातृभाषाओं में चिकित्सा की शिक्षा देते हैं। मध्य प्रदेश में भी करीब पांच साल पहले चिकित्सा शास्त्र के विद्यार्थियों को हिंदी में परीक्षा देने का विकल्प दिया गया था और विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में करीब 10 फीसदी बच्चे इस सुविधा का लाभ भी लेते हैं।