राज ठाकरे ने सोमवार को पत्रकार सम्मेलन में कहा कि नवी मुंबई हवाई अड्डे को छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम दिया जाता है, तो विवाद नही होगा। भाजपा विधायक प्रशांत ठाकुर हवाई अड्डे को दि.बा. पाटिल नाम दिए जाने के समर्थन के लिए राज ठाकरे से मिले। इसके बाद राज ठाकरे ने पत्रकारों को कहा कि बालासाहेब ठाकरे आदरणीय है। दि.बा. पाटिल महान व्यक्तित्व है। मुंबई में जो हवाई अड्डा है, उसका नाम शिवाजी महाराज है। उसका ही एक्सटेंशन नवी मुंबई हवाई अड्डा है, इसलिए उसका ही नाम इस हवाई अड्डे को मिलेगा।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम दि.बा. पाटिल रखने के लिए रायगड, नवी मुंबई के स्थानीय लोग आक्रामक हो रहे हैं। वहां के स्थानीय निवासी हवाईअड्डे का नाम दि.बा. पाटिल रखने की मांग कर रहे हैं। वे लोग 24 जून को सिडको पर रैली निकालने वाले हैं। सिडको ने पहले ही बालासाहेब ठाकरे का नाम रखने का प्रस्ताव पारित कर दिया है। शिवसेना नेताओं की मांग है कि इस हवाई अड्डे को बालासाहेब ठाकरे का नाम दिया जाए। बालासाहेब का नाम रखने के लिए विधायक मंत्री एकनाथ शिंदे पहले ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिख चुके हैं। बालासाहेब का नाम रखने को लेकर शिवसेना के एमपी, विधायक की बैठक हाल में ही खारघर में हुई थी।
कुछ दिन पहले परियोजना से प्रभावित लोग और सभी पार्टियों की कृति समिति ने मुम्बई, ठाणे, रायगड में 10 जून को मानव श्रृंखला आंदोलन किया था। आंदोलन में भाजपा नेता भी शामिल थे। भाजपा विधायक प्रशांत ठाकुर ने दि.बा. पाटिल नाम रखने की मांग की है।
एक हफ्ते पहले संजय राउत ने पत्रकार सम्मेलन में कहा था कि नवी मुंबई हवाई अड्डे को बालासाहेब ठाकरे का नाम देने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। प्रस्ताव सभी पार्टियों ने मंजूर करके केंद्र सरकार को भेज दिया है। दि.बा. पाटिल श्रमिकों के नेता और संघर्ष करने वाले नेता थे।
महाराष्ट्र में कई शहरों, जगहों का नामकरण करने की राजनीति चल रही है। उसमें एक और नामकरण का मुद्दा शामिल हो गया है। पिछले 10 साल से हवाई अड्डे का काम चल रहा है और अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि पहला विमान कब उतरेगा। सिडको की नवी मुम्बई हवाई अड्डा निर्माण की महत्वाकांक्षी परियोजना है। करीब 17 हजार करोड़ रुपये की लागत से यह बन रहा है।