बीमार पड़े चर्म उद्योग की सेहत सुधारने के लिए उत्तर प्रदेश में लेदर पार्क बनाने की तैयारी चल रही है।
देश में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत यह पहला लेदर पार्क होगा, जिसे चमड़ा कारोबार के लिए मशहूर कानपुर के पास उन्नाव में बनाया जा रहा है।
यह पार्क कानपुर उन्नाव लेदर डेवलपमेंट कंपनी (केएलसी), उत्तर प्रदेश औद्योगिक नीति एवं संवर्द्धन विभाग और आईएलऐंडएफएस की सहयोगी क्लस्टर डेवलपमेंट इनीशिएटिव लिमिटेड बनाएंगी।
आईएलऐंडएफएस के क्षेत्रीय प्रबंधक जयंत प्रकाश ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि कंपनी इस परियोजना में 100 करोड़ रुपये निवेश करेगी। उन्नाव में 200 एकड़ जमीन पर इस पार्क को विकसित किया जाएगा।
उम्मीद की जा रही है कि इस परियोजना की वजह से 12,000 लोगों को नौकरी मिलेगी इसके अलावा 120 टैनरी प्लांट्स को भी जमने के लिए जगह की जरूरत पड़ेगी। शहर में चमड़ा कारोबार की 200 से ज्यादा इकाइयां पहले ही कारोबार को किसी नई जगह पर ले जाने की इच्छा जता चुकी हैं। लेदर पार्क उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
प्रस्तावित लेदर पार्क के लिए 40 फीसदी राशि का निवेश डीआईपीपी करेगा, जबकि बाकी का इंतजाम स्थानीय कंपनियों को ही करना होगा। इसके लिए 10 मेगावाट का बिजली संयंत्र पहले ही स्थापित किया जा चुका है।
पीपीपी मॉडल के तहत बनेगा पहला लेदर पार्क
कानपुर के पास उन्नाव में बनाया जाएगा
200 एकड़ जमीन पर फैला होगा लेदर पार्क
12,000 लोगों को नौकरी मिलने की उम्मीद
40 फीसदी पैसा सरकारी एजेंसी लगाएगी
स्थानीय इकाइयां करेंगी बाकी बचा हुआ निवेश