कृत्रिम शारीरिक अंग बनाने वाली कंपनी आर्टिफिशियल लिंब्स मैन्युफैक्चरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (अल्मिको) ने शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों को कम कीमत में बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की योजना बनाई है।
कंपनी ने नए इलेक्ट्रॉनिक अंग और बैटरी से चलने वाली व्हीलचेयर बनाई है। इससे विकलांग लोगों को काफी फायदा होगा क्योंकि अभी तक बाजार में हाथ से ही चलने वाली व्हीलचेयर मौजूद है।
अल्मिको के अधिकारियों के अनुसार हाथ से चलने वाले उत्पादों को उपयुक्त इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम की मदद से चलाना जरूरी है। अल्मिको के मुख्य प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर जगमोहन उप्पल ने बताया कि दुनिया भर में इस तरह के कुछ ही ऑटोमेटिक उत्पाद मौजूद हैं। उन्होंने बताया, ‘हमने विदेश के मुकाबले यहां इन उत्पादों की कीमत 30-40 फीसदी कम रखी है।’
कंपनी ने मोटर से चलने वाली व्हीलचेयर का एक मॉडल भी तैयार कर लिया है। इसके साथ ही कंपनी ने तकनीक को और बेहतर बनाने के लिए आईआईटी गुवाहाटी के इंजीनियरों और कई विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ करार किया है।
इस करार के तहत आईआईटी छात्र गर्मियों के दौरान अल्मिको में प्रशिक्षण लेंगे और तकनीक को और बेहतर बनाने में सहयोग करेंगे। कंपनी ने आठ इलेक्ट्रॉनिक हाथ तो बना लिए हैं लेकिन अभी बड़े स्तर पर इनका उत्पादन शुरू नहीं हुआ है।
इसके साथ ही आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर छोटी वॉकिंग स्टिक और कम वजन वाली फोल्डिंग व्हीलचेयर और इलेक्ट्रॉनिक हाथ का परीक्षण भी शुरू कर दिया है। अल्मिको अपना विस्तार करने के लिए उज्जैन में नया उत्पादन संयंत्र और चार नए सहकारी संयंत्र लगाने की योजना भी बना रही है।
