लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एस .एन. सुब्रमण्यन ने आज यहां ऑनलाइन आयोजित कंपनी की 80वीं सालाना आम बैठक में कहा कि चल रहे युद्धों और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों की वजह से वैश्विक अनिश्चितता के बावजूद, पश्चिम एशियाई क्षेत्र से लगातार ऑर्डर मिल रहे हैं और भारत में तेजी से हो रहे बुनियादी ढांचे के निवेश से कंपनी की वृद्धि को मजबूती मिल रही है।
चेयरमैन ने कहा, भारत में बुनियादी ढांचे पर मजबूत सरकारी खर्च और ऊर्जा परिवर्तन, डेटा सेंटर, सेमीकंडक्टर और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में बढ़ता निजी निवेश सकारात्मक गति का संकेत देता है।
सुब्रमण्यन ने कहा, वैश्विक अनिश्चितता के बावजूद आपकी कंपनी ने प्रमुख प्रदर्शन मानकों में मजबूत वृद्धि दर्ज की। इस साल समूह का ऑर्डर 3.57 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो सालाना आधार पर 18 फीसदी ज्यादा है और यह बुनियादी ढांचे और ऊर्जा क्षेत्रों में हासिल हुए ऑर्डर से प्रेरित है। पिछले वर्ष की तरह खाड़ी देशों में निरंतर पूंजीगत व्यय ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑर्डर हासिल करने को बढ़ावा दिया, जो लगातार दूसरे वर्ष देसी ऑर्डर से अधिक रहा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी इजरायल और ईरान युद्ध की स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही है।
चेयरमैन ने वित्त वर्ष 2024-25 को भू-राजनीतिक बदलावों, उभरती प्रौद्योगिकियों, जलवायु चुनौतियों और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों द्वारा आकार लेने वाला एक परिवर्तनकारी वर्ष बताया। उन्होंने कहा, इन जटिलताओं के बीच एलऐंडटी ने डिजिटल उपकरणों को अपनाकर, निष्पादन क्षमताओं को बढ़ाकर और टिकाऊ समाधान पेश करके लचीलापन दिखाया है।
कंपनी ने साल की समाप्ति 5.79 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च ऑर्डर बुक के साथ किया, जो सालाना आधार पर 22 फीसदी ज्यादा है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय ऑर्डर कुल का 46 फीसदी है।
वर्ष के दौरान समूह का राजस्व 16 फीसदी बढ़कर 2.56 लाख करोड़ रुपये हो गया और शुद्ध लाभ 15 फीसदी बढ़कर 15,037 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।