कोलकाता में रियल एस्टेट बाजार में सन्नाटा पसरा है। शहर की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनियों ने आगामी परियोजनाओं में फ्लैट की कीमत 5 से 20 प्रतिशत तक बढ़ाने का फैसला किया है।
रियल एस्टेट कारोबारियों का कहना है कि निर्माण लागत के बढ़ने, कर्ज के महंगा होने और मंदी के कारण कुछ भार खरीदारों पर डालना जरूरी हो गया था। अनुमान है कि कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही बाजार में खरीदारों को खोजना मुश्किल हो जाएगा।
मकानों की कीमतों में बढ़ाने का फैसला रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन आफ इंडिया की बंगाल शाखा ने किया है। बढ़ी हुई कीमतें एक अगस्त से लागू होंगी। शहर की प्रमुख रियल एस्टेट विपणन एजेंसी एनके रिटेर्ल्स के निदेशक पवन अग्रवाल ने कहा है कि बीते वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 2008 में प्रापर्टी की मांग में 30 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
उन्होंने दावा किया कि कोलकाता में प्रापर्टी की कीमतों में 80 प्रतिशत हिस्सेदारी निर्माण सामग्रियों की होती है जबकि जमीन की हिस्सेदारी महज 20 प्रतिशत है।