हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए टैक्स हॉलिडे यानी कर छूट को मुद्दा बनाया है। राज्य में 13 मई को लोकसभा के लिए मतदान होना है।
भाजपा इस बार चुनाव प्रचार में इस मुद्दे को तूल देने जा रही है कि उसने 2003 में केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासनकाल के दौरान उद्योगों को 2013 तक नई इकाइयां लगाने पर कर में छूट की घोषणा की थी।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने 2004 के केंद्रीय बजट में उद्योगों के लिए इस कर अवकाश की अवधि को 10 साल से घटाकर 7 साल कर दिया था। भाजपा आगामी चुनावों में इस मसले को लेकर ही मतदाताओं को अपनी ओर खींचने की तैयारी में है।
भाजपा के अध्यक्ष जय राम ठाकुर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, कि संप्रग सरकार ने कर में छूट की अवधि घटा दी और इससे पूरे राज्य भर में निराशा है। उन्होंने बताया कि 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राजग सरकार ने तीन उत्तर पश्चिमी राज्यों- जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में उद्योगों के लिए कर अवकाश की घोषणा की थी।
उन्होंने बताया कि संप्रग सरकार ने हिमाचल प्रदेश के साथ भेदभाव करते हुए टैक्स हॉलिडे को घटाकर 7 साल कर दिया था। ठाकुर ने कहा, ‘चुनाव कैंपेन में हमारा मुख्य मसला यह होगा कि भाजपा सरकार ने हिमाचल को टैक्स हॉलीडे पैकेज दिया था जबकि कांग्रेस ने राज्य से यह तोहफा छीन लिया है।’
पिछली लोकसभा चुनाव में भाजपा को हिमाचल में केवल एक सीट मिली थी, मगर इस दफा वह कर के मसले पर कांग्रेस से तीन और सीटें छीनने की फिराक में है। हमीरपुर सीट से भाजपा ने मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर को उतारा है। जबकि कांग्रेस ने मंडी से प्रतिभा सिंह, शिमला से धनी राम शांडिल और कांगड़ा से चंदर कुमार को खड़ा किया है।