विधानसभा में कांग्रेस सरकार द्वारा कर्जमाफी की बात स्वीकार करने के बाद मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार अब इस बात से पलट गई है। बुधवार को मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार ने किसान कर्जमाफी नहीं की है और इस मामले में विधानसभा में गलत आंकड़े पेश किए गए थे। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सिंह ने आरोप लगाया कि पिछली कांग्रेस सरकार ने कर्जमाफी के नाम पर गिनेचुने किसानों की 1,000-2,000 रुपये की मामूली रकम माफ की जबकि शुरुआती 10 दिन में 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने की घोषणा की गई थी। सिंह ने कहा कि प्रदेश के 27 लाख किसानों के 2 लाख रुपये तक के कर्ज माफ करने के लिए 50,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता थी जबकि सरकार ने बजट में केवल 5,000 करोड़ रुपये का ही प्रावधान किया था और वह पैसा भी पूरा नहीं दिया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा कि कर्ज माफी के मामले में विधानसभा में गलत जानकारी पेश की गई है और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले प्रदेश की भाजपा सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने विधानसभा में एक लिखित उत्तर में कहा था कि कांग्रेस सरकार ने दो चरणों में 27 लाख किसानों की 11,600 करोड़ रुपये की कर्ज माफी की है।
