गोवा में दल-बदल रोकने के लिए कांग्रेस द्वारा रिजॉट्र्स में उम्मीदवारों को अलग से रखने की कोशिश करने और अन्य सुरक्षा उपाय निरर्थक साबित हुए क्योंकि विधानसभा चुनाव नतीजों ने भाजपा के पक्ष में एक स्पष्ट फैसला दिया। इसके साथ ही कांग्रेस ने अपनी हार स्वीकार कर ली। भाजपा को अपने दम पर 20 सीटें मिलीं जबकि कांग्रेस 11 के पार नहीं जा सकी।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं गोवा के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। हमने 22 सीटों के लिए कहा था लेकिन हम उससे बस थोड़ा कम हैं। हम प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहते हैं। इसका श्रेय उन सभी नेताओं को भी जाता है जो यहां आए थे।’ सावंत के फिर से मुख्यमंत्री बनने की संभावना है।
सावंत ने कहा, ‘हम यहां 10 साल से हैं। कई लोगों ने कहा कि सत्ता विरोधी रुझान है लेकिन हमें विश्वास था कि हम विकास समर्थक कार्यों के बल पर जीतेंगे। बिना किसी गठबंधन के हमें 20 सीटें मिली हैं। वोट हिस्सेदारी 34.3 प्रतिशत है इसलिए हमने अपना आधार भी बढ़ाया है। नरेंद्र मोदी का गोवा में आत्मनिर्भर अभियान वास्तव में पूरा हो गया है। यह जीत नरेंद्र मोदी और उनकी दूरदर्शिता और जेपी नड्डा तथा अन्य लोगों की वजह से है।’ वहीं कांग्रेस नेता और गोवा के पर्यवेक्षक पी चिदंबरम ने कहा, ‘विभिन्न दलों के बीच मतों में विभाजन की वजह से हमारी संख्या उम्मीद के मुकाबले कम हो गई।’
