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बिजली संयंत्र के लिए फिर बोली मंगाई

Last Updated- December 07, 2022 | 11:04 PM IST

उत्तर प्रदेश बिजली निगम लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ने इलाहाबाद जिले में प्रस्तावित दो ताप बिजली संयंत्रों के लिए एक बार फिर योग्य बोलीदाताओं से अंतिम बोली आमंत्रित की है।


रिलायंस पॉवर, लैंकों और आइसोलक्स कॉसन सहित 16 कंपनियों ने योग्यता के लिए आवेदन  दाखिल किया था। इनमें से सभी कंपनियों को प्रस्ताव के लिए अनुरोध दाखिल करने के लिए योग्य पाया गया है।

निगम के प्रबंध निदेशक अवनीया अवस्थी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि न्यूनतम दर पर बिजली की बिक्री बेचने वाली कंपनी के चयन के लिए तकनीकी और वित्तीय बोलियों को क्रमश: 24 अक्टूबर और 26 अक्टूबर को खोला जाएगा। राज्य सरकार इलाहाबाद जिले के बारा और करछना में दो बिजली संयंत्रों की स्थापना करना चाहती है।

बारा संयंत्र की क्षमता 1,980 मेगावाट और करछना संयंत्र की क्षमता 1,320 मेगावाट होगी। ये दोनों संयंत्र अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर आधारित होंगे। परियोजना के लिए आरएफक्यू को एक सितंबर को खोला गया  था।

बारा संयंत्र के लिए 9 कंपनियों ने बोली दाखिल की है। इन कंपनियों में एनटीपीसी, इंडियाबुल्स, जेपी पॉवर वेंचर्स, लैंको, जीवीके, एलएंडटी, अदानी पॉवर, रिलायंस और आइसोलक्स शामिल हैं।

करछना संयंत्र के लिए जेएसडब्ल्यू एनर्जी, एलएंडटी, एसएसके एनर्जी, इंडिया बुल्स, रिलायंस, लैंकों, जीवीके, आधुनिक मेटालिंक्स, अदानी, भूषण स्टील, एचडीआईएल एनर्जी, वीडियोकॉन, सीईएससी और जेपी सहित 14 कंपनियों ने बोली जमा की है।

निजी कंपनियों के बीच परियोजना को लेकर किसी भी भ्रम को दूर करने के लिए बोली से पहले एक सम्मेलन का आयोजन किया गया था। यदि सब कुछ तय योजना के मुताबिक चलता रहा तो निगम 5 नवंबर से पहले बोलीदाता का चयन कर लेगा और उसे अभिरुचि पत्र (एलओआई) जारी कर देगा।

उम्मीद है कि निगम और चयनित कंपनी के बीच दिसंबर के पहले सप्ताह तक अंतिम समझौता हो जाएगा। राज्य कैबिनेट और उत्तर प्रदेश बिजली नियामक आयोग (ईआरसी) अंतिम समझौते पर दस्तखत से पहले चयन की प्रक्रिया की जांच करेंगे। उल्लेखनीय है कि परियोजना में पहले ही करीब एक साल की देरी हो चुकी है।

परियोजना के लिए राज्य सरकार अब तीसरी बार निविदा आमंत्रित कर रही है। इससे पहले कंपनियों के नरम रुख और कीमतों के काफी अधिक होने के कारण दो बार बोलियों को रद्द किया जा चुका है। राज्य ऊर्जा कार्यबल ने 19 जुलाई को ताजा बोली आमंत्रित करने की सिफारिश की थी क्योंकि रिलायंस की चयनित बोली को काफी अधिक पाया गया था।

First Published - October 8, 2008 | 10:05 PM IST

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