एयरबस ने भारत में गुरुवार को हुए एयर इंडिया विमान हादसे को एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक ‘सुरक्षा चेतावनी’ करार दिया है। कंपनी ने कहा कि इस दुखद घटना को प्रतिस्पर्धा के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इससे पूरी इंडस्ट्री को अपनी सुरक्षा संस्कृति को और मजबूत करने की सीख लेनी चाहिए।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, पेरिस में मीडिया से बातचीत के दौरान एयरबस के कमर्शियल एयरक्राफ्ट प्रमुख क्रिश्चियन शेरर ने कहा, “हमारी हर प्रक्रिया में सुरक्षा शामिल है। भारत की यह त्रासदी किसी भी तरह से प्रतिस्पर्धी लाभ का विषय नहीं है। यह हमें याद दिलाती है कि एविएशन इतना सुरक्षित हो चुका है कि अब हर एक हादसा अस्वीकार्य माना जाता है।”
बता दें कि एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 240 से ज्यादा लोगों की मौत हुई। यह हादसा बीते एक दशक में नागरिक विमानन का सबसे बड़ा हादसा माना जा रहा है। हादसे की वजह अब तक साफ नहीं हो पाई है। यह पहला मौका है जब बोइंग कंपनी का 787 मॉडल किसी हादसे में पूरी तरह से नष्ट हुआ है। बोइंग के इस मॉडल का सीधा मुकाबला एयरबस के A350 और A330neo जेट से है।
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एयरबस के सीईओ गिलॉम फॉरी ने भी पेरिस एयर शो से पहले पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कंपनी इस साल 820 विमानों की डिलीवरी का लक्ष्य बनाए रखेगी, हालांकि सप्लाई चेन में दिक्कतों के चलते इसमें कुछ चुनौतियां आ सकती हैं। उन्होंने बताया कि अब जरूरी कलपुर्जों की कमी में भी गिरावट देखी जा रही है।
वहीं, कंपनी के सीएफओ थॉमस टोपफर ने कहा कि मौजूदा वैश्विक अस्थिरता को देखते हुए कंपनी फिलहाल शेयर बायबैक जैसे वित्तीय विकल्पों पर विचार नहीं कर रही है।
बोइंग के सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने इस हादसे के बाद पेरिस एयर शो में हिस्सा लेने का अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया है। वह इस त्रासदी से जुड़े राहत और कंपनी की प्रतिक्रिया के काम में व्यस्त हैं।