Adani Green Energy: अरबपति उद्योगपति गौतम अदाणी (Gautam Adani) की कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने आज 2.3 लाख करोड़ रुपये (2.3 ट्रिलियन रुपये) के निवेश का ऐलान किया है। कंपनी ने कहा कि उसकी योजना साल 2030 तक रिन्यूबल एनर्जी में बड़ा विस्तार करने की है। कंपनी इस निवेश का एक बड़ा हिस्सा गुजरात के कच्छ के खावड़ा में सोलर एनर्जी और विंड एनर्जी की प्रोडक्शन कैपासिटी को बढ़ाने के लिए खर्च कर रही है।
भारत की सबसे बड़ी रिन्यूबल एनर्जी कंपनी के MD विनीत जैन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि Adani Green Energy Ltd अगले 5 सालों में 1.5 लाख करोड़ रुपये का खर्च गुजरात के खावड़ा में बने प्लांट Khavda Renewable Energy Plant (KREP) के लिए करेगी, जिसका लक्ष्य बिजली उत्पादन क्षमता को मौजूदा 2 गीगावॉट से बढ़ाकर 30 गीगावॉट करना है।
जबकि 1.5 लाख करोड़ के अलावा 50,000 करोड़ रुपये का खर्च कंपनी 6-7 गीगावॉट बिजली उत्पादन के लिए देश के अन्य जगहों पर (खावड़ा के अलावा) करेगी। कंपनी ने कहा कि वह रिन्यूबल एनर्जी के क्षेत्र में विस्तार करना चाहती है और साथ ही साथ सोलर एनर्जी और विंड एनर्जी की मैन्युफैक्चरिंग कैपासिटी को बढ़ाना चाहती है। बता दें कि Adani Green के अन्य प्रोजेक्ट्स राजस्थान औऱ तमिलनाडु में चल रहे हैं।
अदाणी ग्रुप की कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की एक यूनिट अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Adani New Industries Ltd-ANIL)) गुजरात के मुंद्रा (Mundra) में है जहां कंपनी सोलर सेल और विंड टरबाइन मैन्युफैक्चरिंग कैपासिटी के विस्तार में करीब 30,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
अदाणी ग्रुप की कंपनी का पूरा फोकस रिन्यूबल एनर्जी में ज्यादा से ज्यादा बढ़ोतरी करना है। AGEL के पास मौजूदा समय में 10,934 मेगावाट (10.93 गीगावॉट) का ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो है और इसने 2030 तक 45 गीगावॉट रिन्यूबल एनर्जी कैपासिटी का लक्ष्य रख रहा है। इसमें से 30 गीगावॉट बिजली का उत्पादन सिर्फ खावड़ा से होगा। इस लिहाज से यह दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूबल एनर्जी प्रोजेक्ट होगा।
जैन ने कहा कि इस 30 गीगावॉट में से 26 गीगावॉट सोलर एनर्जी का और 4 गीगावॉट विंड एनर्जी का उत्पादन किया जाएगा।
विनीत एस जैन ने कहा, ‘हमने अभी खावड़ा में 2,000 मेगावाट (2 गीगावॉट) कैपासिटी चालू की है और चालू वित्त वर्ष (FY25) में 4 गीगावॉट और उसके बाद हर साल 5 गीगावॉट जोड़ने की योजना है।’
जैन ने कहा कि इन योजनाओं का समर्थन करने के साथ-साथ अन्य घरेलू रिन्यूबल एनर्जी कंपनियों और निर्यात बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए ANIL ने मुंद्रा में अपनी सेल और मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी को मौजूदा 4 गीगावॉट से 2026-27 तक 10 गीगावॉट तक विस्तार करने की योजना बनाई है।
उन्होंने कहा, सोलर मैन्युफैक्चरिंग के अलावा, ANIL विंड से बिजली पैदा करने वाली पवन चक्कियां (windmills) बनाने की क्षमता को भी साढ़े तीन साल में दोगुना कर 5 गीगावॉट तक कर रहा है।
538 स्क्वायर किलोमीटर में फैला अदाणी ग्रुप का यह खावड़ा का प्लांट पाकिस्तान की सीमा से करीब 12 मील की दूरी पर है। AGEL के मौजूदा ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो में 7,393 मेगावाट सोलर, 1,401 मेगावाट विंड और 2,140 मेगावाट विंड-सोलर हाइब्रिड कैपासिटी शामिल है। इस लिहाज से कंपनी के पास टोटल 10,934 मेगावॉट कैपासिटी का रिन्यूबल एनर्जी प्रोजेक्ट मौजूदा समय में है।
हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद अदाणी ग्रुप की सभी कंपनियों में करीब-करीब उछाल देखने को मिला है। कंपनी अदाणी ग्रीन के शेयर पिछले 6 महीने में करीब 94 फीसदी से ज्यादा चढ़े हैं, जबकि 1 साल में कंपनी के शेयरों ने करीब 133 फीसदी का रिटर्न दिया है।
3 महीनों में कंपनी के शेयरों में अब तक करीब 12 फीसदी का उछाल आया है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से अदाणी ग्रुप को जनवरी में राहत की खबर मिली थी।