स्टार्टअप की दुनिया मुश्किलों का सामना कर रही है क्योंकि वहां धन की कमी समस्या बनी हुई है। दुनिया के बड़े केंद्रीय बैंकों द्वारा नीतिगत दरों में इजाफा खासकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मुद्रास्फीति से निपटने के लिए दरों में इजाफा करने से मुद्रा की लागत बढ़ गई है। विकसित देशों में महामारी के बाद […]
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इस वर्ष कई प्रमुख राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं और उसके पश्चात 2024 में लोकसभा चुनाव भी निर्धारित हैं। ऐसे में विपक्षी दलों को शायद शक्तिशाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ताकत का मुकाबला करने के लिए एक साझा मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर […]
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विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की वॉशिंगटन डीसी में आयोजित स्प्रिंग बैठकों के सबसे अनुमानित घटकों में से एक थी वैश्विक सॉवरिन डेट राउंडटेबल, जिसका उद्देश्य था कमजोर प्रदर्शन करने वाली व्यवस्था में नई जान फूंकना ताकि सार्वजनिक ऋण का पुनर्गठन किया जा सके। ऐसा इसलिए कि दुनिया गंभीर सॉवरिन ऋण संकट से […]
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केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने पिछले सप्ताह इस समाचार पत्र द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में इस बारे में बताया कि कैसे सरकार शासन में तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। तकनीक ने सब्सिडी कार्यक्रमों की कमियों को दूर करने में मदद की है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) यानी कृत्रिम मेधा […]
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मार्च माह के व्यापारिक आंकड़े गत सप्ताह जारी किए गए और उसकी प्रमुख खबर यह रही कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में वस्तु निर्यात में करीब 13 फीसदी की कमी आई। वहीं सालाना आधार पर वस्तु निर्यात 6 फीसदी बढ़कर 447 अरब डॉलर रहा। इससे वस्तु निर्यात वृद्धि को लेकर उत्साह को […]
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सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की आधुनिक अवधारणा करीब नौ दशक पुरानी है। इसे सन 1944 में ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में औपचारिक रूप से प्राथमिक आर्थिक उपाय के रूप में अपनाया गया जिसका परिणाम अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की स्थापना के रूप में सामने आया। आलोचक तब से अब तक इसे मिली प्राथमिकता […]
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कोविड-19 संक्रमण के मामलों में 13 अप्रैल को एक दिन में 30 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया और संक्रमण के मामले 7,800 से बढ़कर 10,000 का स्तर पार कर गए। यह पिछले 223 दिनों में सबसे बड़ा इजाफा है और हमें याद दिलाता है कि 2019 के अंत से दुनिया को चपेट में लिए […]
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अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के नए वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण से जो वैश्विक आर्थिक तस्वीर उभर रही है वह चिंतित करने वाली है। मध्यम अवधि में वृद्धि में इतना सुधार होता नहीं दिख रहा है कि वह हाल के दशकों के स्तर तक दोबारा पहुंच सके। ताजा अनुमानों के मुताबिक 2023 में वैश्विक वृद्धि कमजोर पड़कर […]
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द पावर फाइनैंस कॉर्पोरेशन की ताजा वार्षिक एकीकृत रैंकिंग और रेटिंग रिपोर्ट वित्त वर्ष 2022 में बिजली क्षेत्र की अपेक्षाकृत उजली तस्वीर पेश करती है लेकिन कर्ज की पुरानी समस्या अभी भी परिदृश्य को अंधकारमय बनाती है। श्रृंखला की इस 11वीं रिपोर्ट में 71 बिजली वितरण कंपनियों को शामिल किया गया है। सकारात्मक पहलू को […]
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) यानी कृत्रिम मेधा को व्यापक रूप से अपनाए जाने की स्थिति में न केवल उत्पादकता में सुधार होता है बल्कि रोजगार के रुझान में भी बड़ा परिवर्तन देखने को मिलता है। हाल ही में गोल्डमैन सैक्स द्वारा कराए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि कुल वैश्विक रोजगार का 18 फीसदी […]
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