जल्द ही आप अपने भविष्य निधि (पीएफ) खाते से रकम एटीएम के जरिये भी निकाल सकेंगे। सरकार इस माह यानी जनवरी से ही ऐसी व्यवस्था करने जा रही है। श्रम मंत्रालय की सचिव सुमिता डावरा ने पिछले दिनों ऐसी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि करोड़ों सदस्यों के लिए पीएफ खातों तक पहुंच को आसान बनाने के लिए ऐसी योजना तैयार की गई है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में डावरा ने कहा, ‘हम दावों का तेजी से निपटान कर रहे हैं और प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए काम कर रहे हैं ताकि लोगों का जीवन आसान हो। ऐसी व्यवस्था की जा रही है जिससे दावा करने वाले, लाभार्थी या बीमित व्यक्ति कम से कम मानवीय हस्तक्षेप के साथ एटीएम के जरिये अपनी रकम आसानी से हासिल कर सकें।’
डावरा ने कहा, ‘व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है। हर दो-तीन महीनों बाद आपको काफी सुधार दिखेगा। ‘
नई व्यवस्था के तहत पीएफ खाते से रकम निकालने के लिए एक विशेष पीएफ कार्ड जारी किए जाएंगे। यह कार्ड सामान्य बैंक एटीएम कार्ड की तरह काम करेगा। आपात स्थितियों में रकम की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पीएफ खाते से 50 फीसदी तक रकम निकालने की सीमा निर्धारित की जाएगी।
1. पीएफ विड्रॉल कार्ड ग्राहकों के खातों से जुड़े होंगे
2. किसी भी एटीएम से सीधे तौर पर रकम निकाली जा सकेगी
3. पीएफ खाते से 50 फीसदी रकम ही निकाली जा सकेगी
डावरा ने कहा कि पीएफ दावों को प्रॉसेस करने के लिए आईटी सिस्टम को अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘आईटी सिस्टम को दुरुस्त करने के क्रम में अनावश्यक प्रक्रियाओं को हटाया जा रहा है।’
बैंकबाजार डॉट कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी के अनुसार एटीएम के जरिये पीएफ खाते से रकम निकालने की व्यवस्था ईपीएफओ के ग्राहकों के लिए एक अच्छी खबर है। उन्होंने बताया कि इससे क्या फायदा होगा:
1. आसान पहुंच: सबस्क्राइबरों को अब ईपीएफओ के दफ्तरों में चक्कर लगाने अथवा लंबी प्रक्रियाओं से गुजरने की जरूरत नहीं होगी। वे किसी भी एटीएम से अपनी रकम आसानी से निकाल सकेंगे।
2. तेज लेनदेन: एटीएम से रकम निकालने की सुविधा होने से पीएफ दावा प्रॉसेसिंग की पुरानी प्रक्रिया के कारण लेनदेन में होने वाली देरी खत्म हो जाएगी। इससे आपातकालीन जरूरतों के लिए रकम जल्द मिल सकती है।
3. हमेशा उपलब्ध: एटीएम के चौबीसों घंटे चालू रहने के कारण सबस्क्राइबर अपने पीएफ फंड से किसी भी समय रकम निकाल सकते हैं। सप्ताहांत अथवा छुट्टियों के दौरान भी सेवा बाधित नहीं होगी।
4. दक्षता: आईटी सिस्टम के अपग्रेड होने से लेनदेन में आसानी होगी। इससे गलतियों की संभावना कम होने के साथ-साथ प्रक्रिया अधिक विश्वसनीय बनेगी।
5. वित्तीय सुरक्षा: पीएफ खाते की रकम तक तत्काल पहुंच वित्तीय मजबूती को बेहतर करती है। खास तौर पर किसी चिकित्सा आपातकाल अथवा अचानक खर्च की जरूरत जैसी स्थितियों में इससे मदद मिलती है।
नौकरी करते समय कर्मचारी खास उद्देश्यों से ईपीएफओ पोर्टल पर अपने पीएफ खाते से 90 फीसदी तक रकम निकाल सकते हैं जो आम तौर पर रकम निकालने की वजहों और सेवा वर्षों पर निर्भर करता है। निम्नलिखित परिस्थितियों में पीएफ खाते से रकम निकाल सकते हैं:
1. मकान संबंधी जरूरतें: कम से कम 5 साल की सेवा पूरी करने के बाद मकान खरीदने या मकान बनाने के लिए पीएफ खाते से 90 फीसदी तक रकम निकाली जा सकती है।
2. चिकित्सा आपात स्थिति: चिकित्सा संबंधी आपात जरूरतों के लिए 6 महीने के मूल वेतन एवं महंगाई भत्ते के बराबर रकम अथवा ब्याज सहित कर्मचारी हिस्से की रकम में से जो भी कम हो, निकाल सकते हैं।
3. शिक्षा या शादी-ब्याह: शिक्षा या शादी-ब्याह की जरूरतों के लिए 7 साल की सेवा पूरी होने के बाद ब्याज सहित कर्मचारी हिस्से की 50 फीसदी तक निकाला निकाली जा सकती है।
4. सेवानिवृत्ति: अगर आपकी उम्र 54 वर्ष से अधिक है तो आप अपनी सेवानिवृत्ति तिथि से एक साल पहले अपने पीएफ खाते से 90 फीसदी तक रकम निकाल सकते हैं।
रकम निकालने के लिए इन सभी विकल्पों का उद्देश्य सबस्क्राइबर के जीवन की खास परिस्थितियों में वित्तीय सहायता प्रदान करना है। मगर यह सुनिश्चित की जाती है कि बचत लंबी अवधि की जरूरतों के लिए बरकरार रहे।
सरकार गिग कर्मियों और प्लेटफॉर्म क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के साथ-साथ तमाम कामगारों के लिए सामाजिक सुरक्षा को बेहतर करने के लिए कदम उठा रही है। सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020 में गिग कर्मचारियों को चिकित्सा कवरेज, दिव्यांगता सहायता और भविष्य निधि जैसे लाभ प्रदान करने की योजना बनाई गई है।
इसके अलावा कई अन्य उपाय भी किए गए हैं जो इस प्रकार हैं:
1. ईपीएफ पात्रता के लिए वेतन सीमा को बढ़ाकर 21,000 रुपये करने की योजना
2. स्वैच्छिक पीएफ अंशदान पर 12 फीसदी की सीमा हटाने पर विचार
3. प्रॉसेसिंग में तेजी लाने के लिए दावों के निपटान को व्यवस्थित करना
बहरहाल सरकार ने सामाजिक सुरक्षा लाभ की नई व्यवस्था लागू करने के लिए किसी समयसीमा का खुलासा नहीं किया है। मगर डावरा ने कहा कि इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। ईपीएफओ के सक्रिय सदस्यों की संख्या फिलहाल 7 करोड़ से अधिक है। संगठन अपनी सेवाओं को आधुनिक बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है ताकि सबस्क्राइबरों के लिए जीवन सहज हो।