Sovereign Gold Bond Final Redemption: देश का तीसरा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड SGB (2016-II) इसी महीने की 28 तारीख को मैच्योर होने जा रहा है। वैसे इस बॉन्ड की मैच्योरिटी की तारीख 29 मार्च थी लेकिन क्योंकि इस तारीख को ‘गुड फ्राइडे’ का अवकाश है इसलिए 28 मार्च को यह बॉन्ड मैच्योर हो रहा है। सोने की मौजूदा कीमतों को देखते हुए आरबीआई (RBI) इस बॉन्ड के फाइनल रिडेम्प्शन के लिए रिडेम्प्शन प्राइस 65,500 रुपये प्रति 1 ग्राम के आस-पास तय कर सकता है। जो अब तक का सबसे ज्यादा फाइनल रिडेम्प्शन प्राइस होगा। इससे पहले देश के पहले दो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड नवंबर 2023 और फरवरी 2024 में क्रमश: 6,132 और 6,271 रुपये प्रति ग्राम के फाइनल रिडेम्प्शन प्राइस पर मैच्योर हुए। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल है।
वर्ष 2016 की दूसरी सीरीज (ISIN – IN0020150119) यानी देश का तीसरा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 29 मार्च 2016 को 2,916 रुपये प्रति यूनिट (1 यूनिट= एक ग्राम) के इश्यू प्राइस पर जारी किया गया था। यह गोल्ड बॉन्ड 29 मार्च 2024 को मैच्योर होगा। इस सीरीज के लिए कुल 11,19,741 यूनिट की खरीद की गई थी। बॉन्ड धारकों को इस बॉन्ड में छह बार प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन का मौका मिला । इन छह मौकों पर बॉन्ड धारकों ने इस बॉन्ड के 96,296 यूनिट मैच्योरिटी से पहले बेचे।
ISIN – IN0020150119 प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन वॉल्यूम रिडेम्प्शन प्राइस
पहला प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन 6,085 यूनिट 4,491 रुपये
दूसरा प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन 20,806 यूनिट 4,652 रुपये
तीसरा प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन 24,131 यूनिट 5,166 रुपये
चौथा प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन – 15,842 यूनिट 4,952 रुपये
पांचवां प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन – 19,217 यूनिट 5,921 रुपये
छठा प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन – 10,215 यूनिट 5,921 रुपये
Source: RBI
बॉन्ड पर कितना है करेंट यील्ड
NSE पर फिलहाल यह बॉन्ड 6,650 रुपये प्रति ग्राम के प्राइस पर ट्रेड कर रहा है। इस बॉन्ड पर 2.75 फीसदी यानी प्रति छह महीने 40.1 रुपये ब्याज के तौर पर मिलता है। इस तरह से इस बॉन्ड पर करेंट यील्ड 1.21 फीसदी है। सितंबर 2016 के बाद जारी होने वाले सीरीज के लिए इंटरेस्ट को सालाना 2.75 फीसदी से घटाकर 2.5 फीसदी कर दिया गया है।
रिडेम्प्शन प्राइस की गणना कैसे
नियमों के मुताबिक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के शुरुआती 9 सीरीज के फाइनल रिडेम्प्शन के लिए रिडेम्पशन प्राइस इश्यू की मैच्योरिटी की तारीख से ठीक पहले के सप्ताह (सोमवार-शुक्रवार) के लिए आईबीजेए (IBJA) से प्राप्त गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होगा। जबकि बाद की सीरीज के लिए यह मैच्योरिटी की तारीख से ठीक पहले के 3 कार्य दिवस (working days) के लिए आईबीजेए से प्राप्त गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होगा। क्योंकि यह आरबीआई की तरफ से जारी तीसरी सीरीज है। इसलिए रिडेम्प्शन प्राइस मैच्योरिटी की तारीख से ठीक पहले के सप्ताह का औसत क्लोजिंग प्राइस होगा।
यह सीरीज 28 मार्च 2024 को मैच्योर हो रहा है इसलिए रिडेम्पशन प्राइस इससे ठीक पहले के सप्ताह यानी 18 मार्च से लेकर 22 मार्च 2024 (सोमवार-शुक्रवार) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होगा।
आईबीजेए (IBJA) के मुताबिक, पिछले दो दिनों यानी 18 और 19 तारीख का क्लोजिंग प्राइस 65,500 रुपये प्रति ग्राम के ऊपर रहा है। आज यानी 20 मार्च को भी शुरुआती कारोबार में कीमतें 65,795 रुपये प्रति ग्राम दर्ज की गई। इसलिए इस बात की संभावना प्रबल है कि फाइनल रिडेम्प्शन प्राइस 6,550 रुपये प्रति ग्राम के ऊपर रह सकता है। बशर्ते आने वाले दो कारोबारी सेशन में कीमतों में भारी उलटफेर न देखने को मिले।
फाइनल रिडेम्प्शन के मामले में क्या हैं टैक्स के नियम
नियमों के अनुसार अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को उसकी मैच्योरिटी यानी 8 साल तक होल्ड करते हैं तो रिडेम्प्शन के समय आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा। वहीं मैच्योरिटी पीरियड के दौरान बॉन्ड धारकों को प्रति छह महीने देय इंटरेस्ट पर टीडीएस (TDS) तो नहीं लगेगा लेकिन यह उनके इनकम में जरूर जुड़ जाएगा जिस पर उन्हें टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा।
यदि किसी ने सेकेंडरी मार्केट में खरीदा है…
यदि सेकेंडरी मार्केट यानी स्टॉक एक्सचेंज पर एसजीबी की इस सीरीज को डीमैट फॉर्म में खरीदा है और मैच्योरिटी के बाद रिडीम करते हैं तो कैपिटल गेन पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। हालांकि कई लोगों को यह गलतफहमी है कि सेकेंडरी मार्केट में खरीदने के बाद यदि वे इसे मैच्योरिटी के बाद रिडीम करते हैं तो उन्हें कैपिटल गेन पर होल्डिंग पीरियड के आधार पर टैक्स देना होगा।
फाइनल रिडेम्प्शन से पहले भी स्टॉक एक्सचेंज पर बेच सकते हैं
अगर आपने इस बॉन्ड को डीमैट फॉर्म में भी खरीदा है तो आप इसे फाइनल रिडेम्प्शन से पहले कभी भी स्टॉक एक्सचेंज पर बेच सकते हैं। फिलहाल एनएसई (NSE) पर यह बॉन्ड 6,650 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। फाइनल रिडेम्प्शन प्राइस भी इसी कीमत के आस-पास तय होने की संभावना है। लेकिन यदि आप स्टॉक एक्सचेंज पर इसे मैच्योरिटी से पहले बेचेंगे तो आपको कैपिटल गेन पर होल्डिंग पीरियड के आधार पर टैक्स चुकाना होगा। इसलिए इसे स्टॉक एक्सचेंज पर बेचना बेहतर नहीं हो सकता।
प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के मामले में कितना टैक्स लगेगा
अगर आपने मैच्योरिटी पीरियड से पहले स्टॉक एक्सचेंज पर रिडीम किया तो टैक्स फिजिकल गोल्ड की तरह ही लगेगा। मतलब सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के बाद 36 महीने से पहले बेच देते हैं तो होने वाली कमाई यानी कैपिटल गेन को शार्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) माना जाएगा। जो आपके ग्रॉस टोटल इनकम में जोड़ दिया जाएगा और आपको अपने टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा। लेकिन अगर आप 36 महीने बाद बेचते हैं तो कैपिटल गेन पर इंडेक्सेशन के फायदे के साथ 20 फीसदी (4 फीसदी सेस मिलाकर 20.8 फीसदी) लांग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स देना होगा।