जब अभिनेता सनी देओल की फिल्म गदर 2 11 अगस्त को रिलीज हुई, तो शुभी सिंघल ने इसे साउथ-वेस्ट दिल्ली के द्वारका में अपने घर के पास एक लक्जरी थिएटर में देखा।
33 वर्षीय होममेकर सिंघल कहती हैं, “इसमें कोई शक नहीं कि PVR Luxe Prime के लिए टिकट 1,300 रुपये पर हेड था, लेकिन यह एक खास एक्सपीरियंस पर पैसा खर्च करना है। स्टाफ आपको कंफर्टेबल करने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं ।जैसे कि यदि आपको बर्फीला ठंडा पानी चाहिए, या कंबल चाहिए तो आप इसे मांग सकते हैं। बैठने के लिए शानदार लेदर के सोफे हैं और सीटों के बीच बहुत स्पेस है।”
लक्जरी थिएटरों में फिल्में देखने वाले दर्शक आनंद चाहते हैं और मल्टीप्लेक्स थिएटर उन्हें लाड़-प्यार दे रहे हैं। डेलॉयट इंडिया के पार्टनर, मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के लीडर, चन्द्रशेखर मंथा कहते हैं, “सुविधाएं, आलीशान लेदर की सीट, स्पेशल कपल सोफा सीटें, चुनने के लिए मेनू की सीरीज, ऑन कॉल कंसीयज सर्विस, पार्किंग असिस्टेंस, माहौल और प्रोजेक्शन के साथ-साथ साउंड टेक्नॉलजी कुछ प्रमुख फीचर्स हैं जो आज CX (ग्राहक अनुभव) को अलग करती हैं,”।
“देखने के अनुभव ने भी ड्राइव इन, रूफ टॉप थिएटर, समुद्र तट या बार में देखने और एम्फीथिएटर जैसे फॉर्मैट के साथ एक बड़ी छलांग लगाई है।”
PVR INOX ने दक्षिण दिल्ली के वसंत विहार में अपने प्रिया सिनेमा में एक नया आईमैक्स स्क्रीन थिएटर लॉन्च किया है। इस अपग्रेड का लक्ष्य एक गहन सिनेमाई अनुभव देना है। PVR INOX के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय बिजली के अनुसार, वे विभिन्न प्रकार के ग्राहकों को सेवा प्रदान करते हैं – वे जो किफायती विकल्प पसंद करते हैं (100 रुपये) और वे जो प्रीमियम अनुभव चाहते हैं (1,500 रुपये)। वे हर किसी के लिए फिल्म देखने के अनुभव को बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं।
भारत में 31 थिएटर और 59 स्क्रीन वाली कंपनी Mukta A2 सिनेमाज के ऑपरेशन इनचार्ज सात्विक लेले का मानना है कि मूवी टिकटों को इतना महंगा नहीं माना जाना चाहिए क्योंकि थिएटर अलग-अलग बजट के लिए विकल्प देते हैं।
उन्होंने कहा, “जब आप फिल्म देखने के लिए बाहर जाते हैं तो आपको जो एहसास होता है वह अतुलनीय है। घर पर रेगुलर साउंड सिस्टम के साथ छोटी स्क्रीन पर देखना आपको बाहर मिलने वाले अनुभव की क्वालिटी से मेल नहीं खाता है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं अक्सर इस बारे में सोचता हूं कि लोग सिनेमाघरों में फिल्में देखना बहुत महंगा क्यों समझते हैं। मेरा मानना है कि यह हमेशा ऐसा नहीं होता है; यह आपरेगुलरके द्वारा चुने गए थिएटर एक्सपीरियंस के टाइप पर निर्भर करता है। चाहे आप आईमैक्स का चयन करें, आरामदायक रिक्लाइनिंग सीटों वाली स्क्रीन, या नियमित, कीमतें अलग-अलग होंगी।”
टिकट की प्राइस हाई होने के बावजूद लोग प्रीमियम सिनेमा में जमकर जा रहे हैं। डेलॉयट के मंथा कहते हैं, “हाई-एंड मूवी थिएटर टिकट की कीमत की परवाह किए बिना अधिक लोगों को आकर्षित करते हैं। “प्रीमियम” फिल्म के अनुभव की कीमत बेसिक टिकट की कीमत से 2 से लेकर 10 गुना तक हो सकती है। 2023 में अब तक 119 अलग-अलग फिल्मों की बदौलत मूवी टिकट बिक्री से कुल कमाई 6,200 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। ज्यादा से ज्यादा लोग फिल्म देखने जा रहे हैं और कुछ बड़ी फिल्में रिलीज होने के साथ यह ट्रेंड जारी रह सकता है।”
27 साल के अमित शर्मा बेंगलुरु की आईटी इंडस्ट्री में कार्यरत हैं। उनका मानना है कि जब वह महंगे थिएटरों में फिल्में देखते हैं, तो वे उनके टेस्ट के हिसाब से होनी चाहिए। वह इन थिएटरों के लिए केवल वही फिल्में चुनते हैं जो उन्हें व्यक्तिगत रूप से पसंद आती हैं। वह फिल्म में शामिल अभिनेताओं और स्क्रीनप्ले राइटर्स जैसी चीजों पर विचार करते हैं। वह सही विकल्प चुनने के लिए फिल्म की कहानी और रिव्यू के बारे में भी पहले से पढ़ते हैं।
दिल्ली के पीवीआर थिएटरों में एक रेगुलर मूवी टिकट की कीमत लगभग 250 रुपये है। लेकिन यदि आप अन्य पीवीआर फॉर्मेट चुनते हैं, तो कीमतें अधिक हैं: इंसिग्निया टिकटों की कीमत 1,100 रुपये से 1,200 रुपये प्रति व्यक्ति के बीच है, डायरेक्टर्स कट टिकट की कीमत 900 रुपये से 2,000 रुपये तक है। और आईमैक्स टिकटों की कीमत 600 रुपये है।
थिएटर में ऐसी सीट चुनें जो आपको स्क्रीन के सामने यानी बीच में बिठाये। आप सिनेमाघरों द्वारा ऑफर किए गए मेनू से एक स्नैक भी चुन सकते हैं, जिसमें पिज्जा, सुशी और बिरयानी जैसी चीजें शामिल हैं। मल्टीप्लेक्स में बेसिक पॉपकॉर्न की कीमत भी अब 390 रुपये से 550 रुपये के बीच है। 4700BC स्नैक्स कंपनी के फाउंडर चिराग गुप्ता बताते हैं कि पॉपकॉर्न सिनेमाघरों में एक लोकप्रिय पसंद है। पिछले कुछ सालों में पॉपकॉर्न बेचने से होने वाला मुनाफ़ा बढ़ा है, और ज्यादा लोग मूवी स्नैक के रूप में इसका आनंद ले रहे हैं।
फिल्म निर्माण कंपनी पर्पल पेबल पिक्चर्स की फाउंडर मधु चोपड़ा कहती हैं, “OTT प्लेटफार्मों के बढ़ने के साथ भी, मुझे लगता है कि मूवी थिएटर अभी भी महत्वपूर्ण हैं। थिएटर में फिल्म देखने का अनूठा अनुभव हर कोई लेना चाहता है।”
वह बताती हैं, “बहुत से लोगों के पास स्ट्रीमिंग सेवाओं का आनंद लेने के लिए होम थिएटर सेटअप नहीं है। छोटी मोबाइल स्क्रीन पर फिल्में देखने से आपको प्रोडक्शन की क्वालिटी, शानदार विजुअल, म्युजिक या डायलॉग का पूरी तरह से अनुभव नहीं मिल पाता है। मेरा मानना है कि फिल्म थिएटर महत्वपूर्ण बने रहेंगे, और ज्यादा फिल्में थिएटरों में रिलीज़ होंगी,”
अलग-अलग PVR थिएटरों में मूवी टिकट की कीमतें
ऑडिटोरियम का प्रकार प्राइस रेंज (रुपये में)
डायरेक्टर कट 900-2,000
Insignia 1,100-1,200
आईमैक्स 600
स्क्रीन x और n4dx 400-500
किडल्स और प्लेहाउस 350
रेगुलर टिकट की कीमत 250