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Kisan Vikas Patra: 1,000 रुपये से शुरू करें निवेश, इतने महीने में दोगुना होगा पैसा!

इस योजना का न्यूनतम निवेश ₹1,000 है और कोई अधिकतम सीमा नहीं है।

Last Updated- December 09, 2024 | 9:16 PM IST
Financial rules to be changed from October

किसान विकास पत्र (KVP) भारत सरकार द्वारा 1988 में शुरू की गई एक सर्टिफिकेट योजना है जो एकमुश्त राशि को 115 महीनों (9 साल, 7 महीना) में दोगुना कर देती है। उदाहरण के लिए, यदि आप ₹5,000 निवेश करते हैं तो मच्योरिटी के बाद आपको ₹10,000 मिलते हैं। इस योजना का न्यूनतम निवेश ₹1,000 है और कोई अधिकतम सीमा नहीं है।

हालांकि, ₹50,000 से अधिक का निवेश करने के लिए PAN कार्ड की जानकारी देना जरूरी होता है। पहले यह योजना किसानों के लिए बनाई गई थी, लेकिन अब यह सभी के लिए खुली है। KVP सर्टिफिकेट सरकारी बैंकों और पोस्ट ऑफिस से खरीदे जा सकते हैं।

कौन कर सकता है KVP में निवेश?

KVP में निवेश करने के लिए कुछ जरूरी शर्तें हैं। निवेशक भारतीय नागरिक होना चाहिए और उसकी उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। नाबालिगों के लिए उनके अभिभावक इस योजना में निवेश कर सकते हैं। ट्रस्ट भी इस योजना में निवेश कर सकते हैं, लेकिन हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) और प्रवासी भारतीय (NRI) इस योजना में निवेश नहीं कर सकते।

KVP की खासियत यह है कि यह योजना बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित है और निवेशकों को गारंटीड रिटर्न्स देती है। ब्याज दर हर साल बढ़ती है और समय के साथ रिटर्न्स भी बढ़ते जाते हैं। वर्तमान में FY25 की पहली तिमाही में ब्याज दर 7.5 प्रतिशत है।

कितनी होती है KVP में लॉक इन अवधि?

KVP का परिपक्वता समय 115 महीने का होता है, और इस दौरान यह निवेशकों को ब्याज देती रहती है। हालांकि, इस योजना में एक लॉक-इन अवधि होती है, जो 30 महीने (2 साल और 6 महीने) की होती है।

इस दौरान निवेशक अपनी राशि नहीं निकाल सकते, लेकिन किसी खास स्थिति जैसे कि निवेशक के निधन या कोर्ट के आदेश पर राशि निकाली जा सकती है। इस योजना के तहत निवेशक अपने लाभार्थियों को नामांकित भी कर सकते हैं। साथ ही, वे अपने KVP सर्टिफिकेट पर लोन भी ले सकते हैं, जो अन्य लोन से सस्ते ब्याज दर पर होता है।

KVP में निवेश करने के लिए आपको सबसे पहले आवेदन फॉर्म भरना होता है, जिसे नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक शाखा में जमा करना होता है। इसके बाद KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया पूरी करनी होती है। दस्तावेज़ की वैरिफिकेशन के बाद, आपको KVP सर्टिफिकेट मिल जाता है।

अगर आप भुगतान चेक, पेज ऑर्डर या डिमांड ड्राफ्ट से करते हैं, तो सर्टिफिकेट थोड़ी देर बाद जारी होता है। यह योजना एक सुरक्षित और बिना रिस्क के निवेश का विकल्प देती है, जिससे आप अपनी राशि को दोगुना कर सकते हैं।

First Published - December 9, 2024 | 9:15 PM IST

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