ITR Filing 2025: बचत का सही तरीका वही है, जो न सिर्फ आपके भविष्य को सुरक्षित बनाए, बल्कि टैक्स का बोझ भी कम करे। जैसे-जैसे इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की डेडलाइन नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे टैक्सपेयर्स के लिए यह समझना जरूरी हो गया है कि वे किन उपायों से अपनी टैक्स देनदारी को घटा सकते हैं। अगर आपने ओल्ड टैक्स रिजीम को चुना है, तो इनकम टैक्स एक्ट का सेक्शन 80C आपके लिए एक सुनहरा मौका लेकर आता है। यहां आप अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट पा सकते हैं।
इस सेक्शन के तहत कई स्मॉल सेविंग स्कीम उपलब्ध हैं, जो सुरक्षित निवेश, निश्चित रिटर्न और टैक्स बचत का ट्रिपल फायदा देती हैं। चाहे आप रिटायरमेंट की तैयारी कर रहे हों, बेटी के भविष्य के लिए सेविंग कर रहे हों या सिर्फ टैक्स बचाना चाहते हो, हर जरूरत के लिए एक स्कीम मौजूद है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), NSC, SCSS और NPS जैसी योजनाएं न सिर्फ आपका पैसा सुरक्षित रखती हैं, बल्कि एक बेहतर फाइनेंशियल प्लानिंग का रास्ता भी खोलती हैं। आइए आज हम बात करेंगे उन पांच ऐसी योजनाओं के बारे में, जो टैक्स बचत के साथ-साथ आपको अच्छा रिटर्न भी देती हैं।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक ऐसी सरकारी योजना है, जो लंबे समय तक निवेश करने वाले निवेशकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इसमें आप हर साल न्यूनतम 500 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। इस योजना की अवधि 15 साल की होती है, और अभी इस योजना में 7.1 प्रतिशत का ब्याज दर मिल रहा है। PPF में निवेश की गई राशि, उस पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि, तीनों ही टैक्स-फ्री हैं। यह योजना उन लोगों के लिए सही है, जो रिस्क-फ्री निवेश चाहते हैं और टैक्स बचत का फायदा भी उठाना चाहते हैं।
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नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट सुरक्षित निवेश का और लोकप्रिय विकल्प माना जाता है, जो डाकघर के माध्यम से उपलब्ध है। इस योजना में निवेश पर 7.7 प्रतिशत की ब्याज दर मिलती है, और यह पांच साल के समय के लिए होता है। NSC में निवेश की गई राशि पर धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है। यह योजना छोटे और मध्यम निवेशकों के लिए सही है, जो स्थिर रिटर्न के साथ टैक्स बचत चाहते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना सरकार द्वारा बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए शुरू की गई एक खास योजना है। यह योजना 10 साल से कम उम्र की बेटियों के माता-पिता के लिए उपलब्ध है। इसमें न्यूनतम 250 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक सालाना निवेश किया जा सकता है। इस योजना पर 8.2 प्रतिशत की आकर्षक ब्याज दर मिलती है, और निवेश की गई राशि पर धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है। इसकी मैच्योरिटी टाइम 21 साल है, जो बेटी की शिक्षा या शादी जैसे बड़े खर्चों के लिए उपयोगी हो सकती है।
60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम एक शानदार विकल्प है। इस योजना में निवेश पर 8.2 प्रतिशत की ब्याज दर मिलती है, और यह पांच साल के लिए होता है। इसमें अधिकतम 15 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है, लेकिन धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की ही टैक्स छूट मिलती है। यह योजना उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए फायदेमंद है, जो नियमित आय के साथ-साथ टैक्स बचत चाहते हैं
नेशनल पेंशन सिस्टम भी रिटायरमेंट से जुड़ी भारत सरकार की एक योजना है, जो नौकरीपेशा और खुद का रोजगार करने वाले लोगों के लिए उपलब्ध है। इसमें निवेश पर धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है। इसके अलावा, धारा 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये की छूट भी ली जा सकती है। NPS में निवेश की राशि को इक्विटी, डेट और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में बांटा जाता है, जिससे 9 से 12 प्रतिशत तक का रिटर्न मिल सकता है। यह योजना रिटायरमेंट के लिए बचत करने के साथ टैक्स बचत का दोहरा फायदा देती है।