Govt Health Schemes: भारत सरकार देश के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए लगातार काम कर रही है। इसके तहत सरकार लोगों में सेहत को लेकर जागरूकता फैलाने, अस्पतालों का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने और हेल्थ इंश्योरेंस को बढ़ावा देने जैसे कई कदम उठाती है। इन सभी कोशिशों का मकसद यही है कि आम लोगों को इलाज की सुविधा आसानी और कम खर्च में मिल सके।
सरकार समय-समय पर कई हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम्स शुरू करती है, जिनका फायदा खासतौर पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को मिलता है। इन योजनाओं से लाखों लोगों को अस्पताल में भर्ती होने से लेकर इलाज तक की सुविधा मुफ्त या बहुत कम खर्च में मिल जाती है।
आगे जानिए कि भारत सरकार की कौन-कौन सी बड़ी हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम्स हैं और उनसे आपको क्या फायदा मिल सकता है।
भारत सरकार की प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) आम लोगों के लिए एक बेहद सस्ती एक्सीडेंटल इंश्योरेंस स्कीम है। इस योजना के तहत सिर्फ 20 रुपये सालाना प्रीमियम देकर 2 लाख रुपये तक का एक्सीडेंटल कवर लिया जा सकता है।
अगर किसी व्यक्ति की दुर्घटना में मौत हो जाती है, तो उसके परिवार को 2 लाख रुपये की बीमा राशि दी जाती है। वहीं, अगर वह व्यक्ति किसी हादसे में आंशिक या पूरी तरह विकलांग हो जाता है, तब भी उसे तय राशि का लाभ मिलता है। इस योजना का मकसद गरीब और आम लोगों को कम खर्च में सुरक्षा देना है।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ 18 से 70 साल की उम्र के कोई भी भारतीय नागरिक ले सकते हैं। इसके लिए किसी भी बैंक अकाउंट से लिंक कराकर PMSBY का विकल्प चुना जा सकता है।
प्रीमियम कैसे कटेगा? जानिए पूरा तरीका
बीमा योजना के तहत प्रीमियम एक बार में खाते से कटेगा। यह रकम ग्राहक के बैंक या पोस्ट ऑफिस अकाउंट से ‘ऑटो डेबिट’ के जरिए ली जाएगी। यह कटौती तभी होगी जब ग्राहक ने योजना में शामिल होते समय इसकी सहमति दी हो।
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अगर आपके पास बैंक या पोस्ट ऑफिस में खाता है और आपकी उम्र 18 से 50 साल के बीच है, तो आप ‘प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना’ (PMJJBY) का लाभ ले सकते हैं। यह एक साल की जीवन बीमा योजना है, जिसे हर साल रिन्यू किया जा सकता है।
इस योजना के तहत किसी भी कारण से मृत्यु होने पर नॉमिनी को ₹2 लाख की बीमा राशि मिलती है। इसका प्रीमियम सिर्फ ₹436 सालाना है, जो सीधे आपके बैंक/पोस्ट ऑफिस अकाउंट से कटता है।
यह योजना बैंक और पोस्ट ऑफिस के जरिए चलाई जाती है और इसे विभिन्न जीवन बीमा कंपनियों के माध्यम से लागू किया जाता है।
सरकार की फ्लैगशिप योजना आयुष्मान भारत को साल 2017 की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति की सिफारिश पर लॉन्च किया गया था। इसका मकसद यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (UHC) यानी सभी के लिए इलाज की सुविधा को साकार करना है। यह योजना सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) को ध्यान में रखकर तैयार की गई है, ताकि कोई भी व्यक्ति इलाज से वंचित न रहे।
क्या है आयुष्मान भारत योजना?
आयुष्मान भारत का उद्देश्य सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह रोकथाम, जागरूकता और नियमित देखभाल को भी कवर करती है। यह योजना तीन स्तरों—प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक—पर स्वास्थ्य सेवाएं देने की सोच पर काम करती है।
इस योजना के दो अहम हिस्से हैं:
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWCs) – जहां नियमित जांच, दवाएं और परामर्श जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) – जिसमें ज़रूरतमंद परिवारों को सालाना ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलता है।
कब और कहां हुआ था शुभारंभ?
23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की राजधानी रांची से इस योजना की शुरुआत की थी।
PM-JAY: दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) को दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ एश्योरेंस स्कीम माना जाता है। इसका उद्देश्य 10.74 करोड़ गरीब और वंचित परिवारों (करीब 50 करोड़ लोग) को सालाना ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज देना है। इसका फायदा वे लोग उठा सकते हैं जो सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 (SECC 2011) के आधार पर चिन्हित किए गए हैं।
यह योजना पूरी तरह से सरकार द्वारा फंडेड है और इसका मकसद है देश की 40% से ज्यादा आबादी को इलाज के लिए आर्थिक सुरक्षा देना।
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अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं, भूमिहीन हैं या असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं, तो सरकार की आम आदमी बीमा योजना (AABY) आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है। यह एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसे श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने शुरू किया है और इसे एलआईसी के जरिए लागू किया जाता है।
इस योजना का मकसद कम आय वाले परिवारों को मौत और विकलांगता के मामलों में आर्थिक सहायता देना है। इसके अलावा, इस योजना के तहत बच्चों को स्कॉलरशिप भी दी जाती है।
कितनी मिलेगी बीमा राशि?
स्वाभाविक मृत्यु पर: ₹30,000
दुर्घटना से मृत्यु पर: ₹75,000
दो आंख या दो अंग गंवाने पर: ₹75,000
एक आंख या एक अंग गंवाने पर: ₹37,500
बच्चों को स्कॉलरशिप भी
अगर लाभार्थी के बच्चे कक्षा 9 से 12 में पढ़ते हैं, तो दो बच्चों को ₹100 प्रति माह की स्कॉलरशिप मिलती है। यह राशि हर साल दो बार, 1 जुलाई और 1 जनवरी को दी जाती है।
कितना देना होगा प्रीमियम?
सालाना प्रीमियम: ₹200 प्रति सदस्य
इसमें से ₹100 केंद्र सरकार देती है (सोशल सिक्योरिटी फंड के तहत)।
ग्रामीण भूमिहीन परिवारों के लिए बाकी ₹100 राज्य सरकार देती है।
अन्य पेशेवर समूहों के लिए बाकी ₹100 की व्यवस्था राज्य सरकार, नोडल एजेंसी या सदस्य द्वारा की जाती है।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
उम्र 18 से 59 साल के बीच होनी चाहिए
आवेदक घर का मुखिया या कमाई करने वाला सदस्य होना चाहिए
परिवार गरीबी रेखा के नीचे या उसके आसपास हो
चिन्हित व्यवसायिक या पेशेवर समूह से जुड़ा हो
ग्रामीण भूमिहीन परिवार का हिस्सा होना चाहिए
भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा ‘निरामय स्वास्थ्य बीमा योजना’ शुरू की गई है। इसका उद्देश्य ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मानसिक मंदता और एकाधिक विकलांगता से पीड़ित लोगों को सस्ती और जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
इस योजना के तहत पात्र दिव्यांगजनों को सालाना ₹1 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है। बीमा हर वित्त वर्ष के बाद नवीनीकरण योग्य होता है।
क्या-क्या लाभ मिलते हैं इस योजना में?
₹1,00,000 तक का हेल्थ इंश्योरेंस कवर
ओपीडी इलाज: दवाएं, पैथोलॉजी और डायग्नोस्टिक टेस्ट आदि
नियमित हेल्थ चेकअप (बिना बीमारी वाले दिव्यांगजनों के लिए)
डेंटल केयर: रोकथाम संबंधी दंत चिकित्सा
सर्जरी का खर्च: विकलांगता को बढ़ने से रोकने या पहले से मौजूद विकलांगता के इलाज के लिए
गैर-सर्जिकल इलाज और अस्पताल में भर्ती होने का खर्च
दिव्यांगता और उससे जुड़ी जटिलताओं के लिए जारी थेरेपी
वैकल्पिक चिकित्सा (जैसे आयुर्वेद, होम्योपैथी आदि)
इलाज से जुड़ी यात्रा पर होने वाले खर्च की भरपाई
कौन कर सकता है आवेदन?
इस योजना का लाभ वही व्यक्ति ले सकते हैं, जिनके पास नेशनल ट्रस्ट एक्ट, 1999 के तहत मान्यता प्राप्त न्यूनतम एक दिव्यांगता की वैध प्रमाण-पत्र हो।