वित्त वर्ष 2025 (FY25) में म्यूचुअल फंड कंपनियों की तरफ से निवेशकों के नए खातों (folios) की संख्या में ज़बरदस्त बढ़त देखने को मिली। खासकर निप्पॉन इंडिया, HDFC म्यूचुअल फंड, मोतीलाल ओसवाल, ICICI प्रूडेंशियल और SBI म्यूचुअल फंड जैसी 5 कंपनियों ने बाकी सभी से ज्यादा नए फोलियो जोड़े। कुल 5.49 करोड़ नए फोलियो जुड़े, जिनमें से 3.16 करोड़ (58%) सिर्फ इन 5 कंपनियों के थे। ये आंकड़े AMFI (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) से सामने आए हैं।
इन कंपनियों ने इक्विटी फंड्स के अच्छे प्रदर्शन, मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और नए फंड लॉन्च (NFO) की बदौलत इतने ज्यादा फोलियो जोड़े। HDFC, निप्पॉन, ICICI और SBI पहले से ही मजबूत ब्रांड और डिस्ट्रीब्यूशन की वजह से आगे रहते हैं, लेकिन इस बार मोतीलाल ओसवाल भी टॉप 5 में शामिल हो गया। इसकी वजह रही इसके इक्विटी फंड्स का शानदार प्रदर्शन और कई नए फंड ऑफर (NFO)। FY25 में मोतीलाल ओसवाल के फोलियो की संख्या तीन गुना बढ़कर 94 लाख तक पहुंच गई।
इन 5 के अलावा टाटा म्यूचुअल फंड, क्वांट, कोटक महिंद्रा, आदित्य बिड़ला सन लाइफ और पराग पारेख (PPFAS) म्यूचुअल फंड भी टॉप 10 में शामिल रहे। वित्त वर्ष के अंत में निप्पॉन, ICICI प्रूडेंशियल, HDFC, SBI और एक्सिस म्यूचुअल फंड के पास सबसे ज्यादा एक्टिव निवेश खाते थे।
सिर्फ दो म्यूचुअल फंड कंपनियों — PGIM इंडिया और सुंदरम म्यूचुअल फंड — के खातों में थोड़ी गिरावट आई। इन दोनों के फोलियो में FY25 के दौरान 10 लाख की कमी दर्ज की गई।
मार्च 2025 तक कुल फोलियो (मिलियन में) | साल दर साल बढ़त (YoY ग्रोथ) | ||
फंड हाउस | मिलियन में | % में | |
Nippon India | 32.5 | 8.2 | 34 |
HDFC | 23.3 | 6.7 | 40 |
Motilal Oswal | 9.4 | 6.4 | 216 |
ICICI Prudential | 25.8 | 5.9 | 29 |
SBI | 19.1 | 4.5 | 31 |
Tata | 7.9 | 2.6 | 48 |
Quant | 8.7 | 2.4 | 38 |
Kotak Mahindra | 9.9 | 2.1 | 27 |
Aditya Birla Sun Life | 10.6 | 2.0 | 23 |
PPFAS | 4.9 | 1.5 | 45 |