Mining PSU Stock to BUY: माइनिंग सेक्टर की महारत्न कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited) के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म बुलिश हैं। नतीजों के बाद ज्यादातर एनॉलिस्ट ने स्टॉक पर BUY की सलाह दी है। वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान माइनिंग पीएसयू का नेट प्रॉफिट 17% घटा है। ब्रोकरेज हाउसेस का मानना है कि यह PSU Stock करेक्शन के बाद आकर्षक वैल्यूएशन पर है और अगले 12 महीनों में 43% तक का रिटर्न दे सकता है। हालांकि कंपनी के वॉल्यूम ग्रोथ पर नजर रखना जरूरी है। पिछले एक साल से स्टॉक दबाव महसूस कर रहा है मगल पिछले पांच वर्षों में स्टॉक ने निवेशकों के पैसे डबल किए हैं। फिलहाल स्टॉक अपने 52 सप्ताह के हाई से 31% के डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है।
ब्रोकरेज फर्म एंटीक (Antique) ने कोल इंडिया पर BUY रेटिंग को बरकरार रखते हुए 539 रुपये का टारगेट प्राइस सेट किया है। इस तरह से शेयर अगले 12 महीनों में सोमवार के बंद भाव की तुलना में 43.35% का अपसाइड रिटर्न दे सकता है।
ब्रोकरेज का कहना है कि स्टॉक के आगे बढ़ने की मुख्य वजह वॉल्यूम में बढ़ोतरी और ई-ऑक्शन से बेहतर कमाई है। आयातित कोयले की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं, जो कोल इंडिया की ई-ऑक्शन कमाई के लिए फायदेमंद है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने भी कोल इंडिया लिमिटेड पर BUY रेटिंग को बरकरार रखते हुए 480 रुपये का टारगेट प्राइस सेट किया है। इस तरह सोमवार (27 जनवरी) के बंद भाव से स्टॉक अगले 12 महीनों में 28% का अपसाइड दिखा सकता है। शेयर सोमवार को 376 रुपये के भाव पर बंद हुआ था।
ब्रोकरेज का कहना है कि कोल इंडिया का Q3FY25 प्रदर्शन दूसरी तिमाही (2QFY25) की तुलना में बेहतर रहा। ई-नीलामी की मात्रा में सुधार हुआ और ई-नीलामी प्रीमियम में कुछ वृद्धि देखने को मिली, जिसने मुनाफे को बढ़ाने में मदद की। कंपनी का ध्यान कोल-वॉशर क्षमता बढ़ाने पर है, जिससे घरेलू कोकिंग/नॉन-कोकिंग कोल के बाजार हिस्सेदारी में सुधार होगा।
ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) ने कोल इंडिया पर अपनी रेटिंग ADD से अपग्रेड करते हुए BUY की सलाह दी है। हालांकि ब्रोकरेज ने टारेगट प्राइस को 525 रुपये से घटाकर 455 रुपये कर दिया। इस तरह से शेयर अगले 12 महीनों में सोमवार के बंद भाव की तुलना में 21% का अपसाइड रिटर्न दे सकता है।
ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी के वॉल्यूम ग्रोथ पर नजर रखना जरूरी है। पावर सेक्टर में लगातार कमजोरी को ध्यान में रखते हुए, हमने FY25/FY26 के लिए वॉल्यूम ग्रोथ अनुमानों को 3-5% तक घटा दिया है। हालिया प्राइस करेक्शन और ई-ऑक्शन पैरामीटर्स में सुधार को ध्यान में रखते हुए स्टॉक की रेटिंग को अपग्रेड किया है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा (Nuvama) ने कोल इंडिया लिमिटेड पर अपनी Hold रेटिंग को बरकरार रखा है। हालांकि ब्रोकरेज फर्म ने स्टॉक के लिए टारगेट प्राइस घटाकर 419 रुपये कर दिया। इस तरह शेयर अगले 12 महीनों में सोमवार के बंद भाव की तुलना में 11.44% का अपसाइड रिटर्न दे सकता है।
ब्रोकरेज का कहना है कि फिलहाल स्टॉक में अधिक गिरावट की आशंका नहीं है, लेकिन वॉल्यूम में ग्रोथ होने के बाद इसमें फिर से प्रवेश करना बेहतर समझते हैं।
दिग्गज पीएसयू कोल इंडिया लिमिटेड का शेयर पिछले एक साल से दबाव महसूस कर रहा है। पिछले छह महीने में शेयर 27.34% गिर चुका है। जबकि पिछले एक साल में शेयर 9.77% टूटा है। हालांकि शेयर ने पिछले पांच साल में 117.50% का रिटर्न दिया है। स्टॉक का 52 वीक हाई 544.70 रुपये जबकि 52 वीक लो 361.30 रुपये है। बीएसई पर स्टॉक का टोटल मार्केट कैप 84,915 करोड़ रुपये है।
माइनिंग सेक्टर की इस दिग्गज सरकारी कंपनी का मुनाफा तीसरी तिमाही में 17 प्रतिशत घटकर 8,491.22 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी ने बताया कि कम बिक्री के चलते उसके मुनाफे में गिरावट आई है। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी ने 10,291.71 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था।
कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान उसकी बिक्री सालाना आधार पर 33,011.11 करोड़ रुपये से घटकर 32,358.98 करोड़ रुपये रह गई।
दिसंबर तिमाही के दौरान कोल इंडिया का कुल खर्च सालाना आधार पर 25,132.87 करोड़ रुपये से बढ़कर 26,201.55 करोड़ रुपये हो गया। घरेलू कोयला उत्पादन में कोल इंडिया की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)