बेंचमार्क सूचकांकों ने आज एक दिन में इस साल की तीसरी सबसे बड़ी छलांग लगाई। एक दिन पहले अदाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट के बावजूद निवेशकों ने निचले स्तर पर जमकर लिवाली की जिससे बाजार में तेजी आई। जानकारों का कहना है कि बाजार की तेजी में शॉर्ट कवरिंग का भी थोड़ा योगदान रहा क्योंकि संस्थागत निवेशकों ने ज्यादा लिवाली नहीं की।
सेंसेक्स 1,961 अंक या 2.5 फीसदी उछल कर 79,117 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 557 अंक या 2.4 फीसदी चढ़कर 23,907 पर बंद हुआ। दोनों सूचकांक दो हफ्ते की गिरावट का सिलसिला रोकते हुए बढ़त में रहे। इस हफ्ते सेंसेक्स 1.98 फीसदी और निफ्टी 1.6 फीसदी लाभ में रहा। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 7.3 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 432 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया।
2024 में एक दिन में सबसे बड़ी तेजी 4 जून को और दूसरी बड़ी उछाल 5 जून को देखी गई थी। अदाणी समूह के शेयरों ने एक दिन पहले की गिरावट के बाद अच्छी वापसी की और ज्यादातर शेयर लाभ में रहे। मगर समूह का बाजार पूंजीकरण करीब 10,383 करोड़ रुपये घट गया।
बेंचमार्क सूचकांकों के गिरावट के चरण में प्रवेश करने के बाद निवेशकों में खरीदारी की दिलचस्पी देखी गई। गुरुवार को बंद स्तर के आधार पर निफ्टी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 11 फीसदी टूट चुका है जबकि निफ्टी मिडकैप 10.7 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 10.4 फीसदी नीचे आ चुका है।
एवेंडस कैपिटल पब्लिक मार्केट्स अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के सीईओ एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘गुरुवार को अदाणी की खबर आने से पहले बाजार वापसी का प्रयास कर रहा था। बाजार में काफी बिकवाली हो रही थी और इसमें 2 से 3 फीसदी बढ़त की संभावना देखी जा रही था।’ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 1,278 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की और घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,722 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
अल्फानीति फिनटेक के निदेशक और मुख्य निवेश रणनीतिकार यूआर भट्ट ने कहा, ‘बाजार में शॉर्ट पोजीशन भी ली गई क्योंकि निवेशकों को डर है कि बाजार पर हिंडनबर्ग प्रकरण की तरह ही प्रतिकूल असर पड़ सकता है। निवेशक काफी सतर्कता बरत रहे हैं, ऐसे में मौजूदा तेजी के बने रहने के आसार कम ही हैं।’
बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर 2,396 शेयर लाभ में और 1,539 गिरावट पर बंद हुए। रिलायंस इंडस्ट्रीज में 3.5 फीसदी और इन्फोसिस में 3.8 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।