facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

Tata Group के शेयर चढ़े, MCap 31 लाख करोड़ रुपये के पार

Tata group shares: Tata Sons का MCap 7 से 8 लाख करोड़ रुपये के बीच हो सकता है और उसकी सूचीबद्धता से समूह के शेयरों की दोबारा रेटिंग होगी।

Last Updated- March 05, 2024 | 9:46 PM IST
Tata Motors

टाटा समूह के अहम शेयरों में मंगलवार को उछाल आई और सभी सूचीबद्ध इकाइयों का कुल बाजार पूंजीकरण 31 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया। इस आशावाद के बीच शेयरों में तेजी आई है कि टाटा संस को सूचीबद्ध कराने से बाजार की थाह पाने में मदद मिलेगी और इससे समूह के होल्डिंग का जटिल ढांचा सरल बन जाएगा।

ऑटोमोबाइल कॉरपोरेशन ऑफ गोवा (एसीजी) का शेयर सबसे ज्यादा 14 फीसदी चढ़ा, जिसके बाद टाटा केमिकल्स और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (टीआईसी) में करीब 5-5 फीसदी का इजाफा हुआ। एसीजी और टीआईसी के पास टाटा संस की प्रत्यक्ष हिस्सेदारी नहीं है।

हालांकि एसीजी की प्रवर्तक टाटा मोटर्स है, जिसके पास टाटा संस की करीब 3 फीसदी हिस्सेदारी है। टीआईसी समूह की होल्डिंग कंपनी है, जिसके पास समूह की कई कंपनियों का हिस्सा है। साथ ही टाटा संस की टीआईसी में सीधे तौर पर 68.5 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा संस को सूचीबद्ध कराने की खबर के बीच टीआईसी का शेयर इस साल दोगुने से भी ज्यादा हो गया है।

स्पार्क पीडब्ल्यूएम की रिपोर्ट में कहा गया है कि टाटा संस का बाजार मूल्यांकन 7 से 8 लाख करोड़ रुपये के बीच हो सकता है और उसकी सूचीबद्धता से समूह के शेयरों की दोबारा रेटिंग होगी।

स्पार्क पीडब्ल्यूएम के विश्लेषक विदित शाह ने एक नोट में कहा है, आरबीआई ने टाटा संस को पिछले साल अपर लेयर एनबीएफसी के तौर पर वर्गीकृत किया है, जो सितंबर 2025 तक उसे एक्सचेंजों में सूचीबद्ध कराना​ अनिवार्य बनाता है। हमारा मानना है कि इस घटनाक्रम से समूह के होल्डिंग कंपनी का जटिल ढांचा सरलीकृत हो जाएगा और समूह की कुछ सूचीबद्ध होल्डिंग कंपनियों को अपनी मूल कंपनी की हिस्सेदारी बेचने में सक्षम बनाएगा।

हमारा मानना है कि टाटा संस की करीब 80 फीसदी हिस्सेदारी का मुद्रीकरण शायह ही होगा लेकिन पुनर्गठन की प्रक्रिया से दोबारा रेटिंग हो सकती है।

टाटा मोटर्स, टाटा केमिकल्स, टाटा पावर और इंडियन होटल्स के पास टाटा संस की 1 से तीन फीसदी के बीच हिस्सेदारी है। यह मानते हुए कि टाटा संस की बाजार कीमत 7 लाख करोड़ रुपये है, टाटा संस की 3 फीसदी की कीमत टाटा केमिकल्स के लिए करीब 21,000 करोड़ रुपये होगी, जो उसके मौजूदा बाजार पूंजीकरण का करीब 80 फीसदी है।

First Published - March 5, 2024 | 9:46 PM IST

संबंधित पोस्ट