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Stock Market wrap-up: हफ्ते भर में निवेशकों के ₹21.66 लाख करोड़ डूबे, सेसेंक्स-निफ्टी 2.4% टूटे; इन 4 वजहों से बाजार में आई गिरावट

इस सप्ताह बाजार में आई गिरावट से निवेशकों को 21.66 करोड़ रुपये की चपत लगी है। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार (10 जनवरी) को 4,29,67,835 करोड़ रुपये रहा।

Last Updated- January 10, 2025 | 5:41 PM IST
Share Market

Stock Market Wrapup: घरेलू शेयर बाजारों के लिए यह हफ्ता मुश्किल भरा रहा है। इस सप्ताह (6 जनवरी-10 जनवरी) दोनों प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी लगभग 2.4% गिर गए। इससे पिछले दो सप्ताह से जारी वीकली वृद्धि का सिलसिला टूट गया। सेंसेक्स के लिए यह हफ्ता दवाब भरा रहा और इंडेक्स 1845 अंक टूट गया। पिछले हफ्ते सेंसेक्स 79,223 के स्तर पर बंद हुआ था जबकि इस हफ्ते यह 77,379 पर क्लोज हुआ। इस हिसाब से पिछले पांच ट्रेडिंग सेशन में सेंसेक्स में 1845 अंक की गिरावट आई है।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (निफ्टी50) इस वीक (6 जनवरी-10 जनवरी) 573 अंक गिरकर बंद हुआ। पिछले सप्ताह निफ़्टी 24,004 के स्तर पर बंद हुआ था। जबकि इस हफ्ते यह 23,432 पर बंद हुआ, जो 573 अंक की गिरावट दर्शाता है।

बाजार के 13 प्रमुख सेक्टर्स में से 12 में साप्ताहिक आधार पर गिरावट दर्ज की गई। ब्रॉयडर, अधिक घरेलू स्तर पर केंद्रित स्मॉलकैप और मिडकैप में क्रमशः 7.3% और 5.8% की गिरावट आई। एकमात्र आईटी सेक्टर 2% लाभ के साथ सप्ताह को बंद करने में कामयाब रहा।

निवेशकों को 21.66 लाख करोड़ रुपये की चपत

इस सप्ताह बाजार में आई गिरावट से निवेशकों को 21.66 करोड़ रुपये की चपत लगी है। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार (10 जनवरी) को 4,29,67,835 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले शुक्रवार (3 जनवरी) को 45,133,848 करोड़ रुपये था। इस हिसाब से कंपनियों का मार्केट कैप (Mcap) 21.66 लाख करोड़ रुपये घटा है।

इस हफ्ते इन ट्रिगर पॉइंट्स ने बाजार को किया परेशान

1. भारतीय शेयर बाजार देसी कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजों को लेकर चिंताओं के कारण इस सप्ताह दवाब में रहा। सप्ताह की शुरुआत में जारी आंकड़ों के बाद अर्थव्यवस्था में संभावित ग्रोथ मंदी का संकेत मिलने के बाद कंपनी रिजल्ट्स में नरमी को लेकर चिंताएं तेज हो गई हैं।

2. इसके अलावा विदेशी निवेशकों की घरेलू बाजारों से लगातार जारी बिक्री ने आग में घी डालने का काम किया है। इससे बाजार में उथल-पुथल मच गई।

3. वहीं, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का भी भारतीय बाजार पर बड़ा नेगेटिव असर देखने को मिला। HMPV के भारत में 2 मामले दर्ज किए जाने के बाद बाजार में सोमवार (6 जनवरी) को बड़ी गिरावट आई।

4. डॉलर के मुकाबले रुपया ऑल टाइम लो पर पहुंच गया है। शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे गिरकर पहली बार महत्वपूर्ण 86 के स्तर को छू गया। यह मजबूत अमेरिकी मुद्रा और विदेशी फंडों के भारी ऑउटफ्लो के दबाव का विरोध करने में विफल रहा।

कोटक सिक्योरिटीज में इक्विटी हेड रिसर्स श्रीकांत चौहान ने कहा, ”भारतीय इक्विटी बाज़ारों ने ज्यादा वैश्विक बाज़ारों से कमज़ोर प्रदर्शन किया। सेंसेक्स और निफ़्टी इस हफ्ते 2% से ज्यादा गिरकर बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट और ज्यादा रही। सप्ताह के दौरान बीएसई मिडकैप इंडेक्स और स्मॉलकैप इंडेक्स में 5% की गिरावट आई। इस सप्ताह लगभग सभी प्रमुख सेक्टर्स में गिरावट देखी गई। बीएसई कैपिटल गुड्स, बीएसई पावर और बीएसई रियलिटी सूचकांकों में 5% से अधिक की साप्ताहिक गिरावट आई।”

उन्होंने कहा, ”इसके उलट टीसीएस नतीजों के बाद बीएसई आईटी इंडेक्स में तेजी आई। टीसीएस ने फ्लैट रेवेन्यू और ईबीआईटी मार्जिन में 40 बीपीएस की वृद्धि दर्ज की, जो मोटे तौर पर हमारे अनुमान के अनुरूप है। सप्ताह के दौरान कच्चे तेल की कीमत में तेजी जारी रही और कोई भी महत्वपूर्ण वृद्धि अर्थव्यवस्था के लिए कुछ चुनौती पैदा कर सकती है। आगामी मुद्रास्फीति डेटा देखने लायक महत्वपूर्ण मैक्रो डेटा होगा। तीसरी तिमाही के रिजल्ट्स को देखते हुए अगले कुछ हफ्तों में चुनिंदा स्टॉक में एक्शन दिख सकता है।’

शुक्रवार को कैसी रही बाजार की चाल ?

बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) शुक्रवार (10 जनवरी) को बढ़त के साथ 77,682 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 600 से ज्यादा अंक तक लुढ़क गया था। अंत में सेंसेक्स 241.30 अंक या 0.31% की गिरावट लेकर 77,378.91 पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी बढ़त लेकर खुला। मगर यह भी कुछ ही देर में लाल निशान में चला गया। अंत में निफ्टी 95. अंक या 0.4% गिरकर 23,431 पर क्लोज हुआ।

First Published - January 10, 2025 | 4:57 PM IST

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