Stock market crash: अमेरिकी अर्थव्यवस्था (US economy) में मंदी और विदेशी निवेशकों की बिकवाली की आशंकाओं के बीच वैश्विक बाजारों में बड़ी गिरावट के समान भारतीय शेयर बाजार भी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को खुलते ही क्रैश हो गया।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) शुरुआती कारोबार में 2401.49 अंक गिरकर 78,580.46 पर पहुंच गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी 800 अंक से ज्यादा का गोता लगाकर 24,000 के नीचे आ गया।
Top losers
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, अदाणी पोर्ट्स, मारुति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में सबसे ज्यादा गिरावट आई।
Top Gainers
शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली के बावजूद सन फार्मा और हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
वैश्विक बाजारों का क्या हाल?
एशियाई क्षेत्र में गिरावट का नेतृत्व जापान के बाजारों ने किया, जहां अस्थिर कारोबार के बीच निक्केई 225 में 5.77 प्रतिशत और टॉपिक्स में 7.41 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
ऑस्ट्रेलिया के एसएंडपी/एएसएक्स 200 में 2.78 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 4.32 प्रतिशत और कोस्डैक में 4.78 प्रतिशत की गिरावट आई। इस बीच, हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स भी लाल निशान में कारोबार कर रहा था और इसमें 1.59 प्रतिशत की गिरावट आई।
जुलाई में उम्मीद से कमजोर नौकरियों की रिपोर्ट के बाद शुक्रवार को अमेरिका में शेयरों में भारी गिरावट आई, जिससे संभावित मंदी की चिंता बढ़ गई। एसएंडपी 500 में 1.84 प्रतिशत, नैस्डैक कंपोजिट में 2.43 प्रतिशत और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 610.71 अंक या 1.51 प्रतिशत की गिरावट आई।
शुक्रवार को कैसी थी बाजार की चाल?
विदेशी निवेशकों की इस जबरदस्त बिकवाली के बीच सेंसेक्स शुक्रवार को 885.60 अंक यानी 1.08 फीसदी गिरकर 80,981.95 के लेवल पर बंद हुआ। वहीं, Nifty-50 भी 293.20 अंक यानी 1.17 फीसदी लुढ़ककर 24,717.70 के लेवल पर बंद हुआ।
स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने शुक्रवार को बाजार में 3,310 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।
शेयर बाजार में आज गिरावट की वजह?
1. अमेरिका में नौकरी के बेहद ख़राब आंकड़ों के बाद देश में मंदी की आशंकाओं को बल मिल है जिससे शेयर बाजार का सेंटीमेंट प्रभावित हुआ।
2. चीन और यूरोप पहले से ही मंदी से जूझ रहे हैं और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव से भी बाजारों पर और दबाव बढ़ रहा है।
3. अमेरिकी आर्थिक ग्रोथ में मंदी की आशंकाओं के कारण वैश्विक बाजारों में बिकवाली का असर भारत की स्टॉक मार्केट पर भी पड़ा।
4. भारतीय शेयर बाज़ार का मौजूदा वैल्यूएशन बढ़ा हुआ है और एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाज़ार में एक गिरावट देखने को मिल सकती है।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीना ने कहा, “वैश्विक बाजार दबाव में हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बाजार मंदी की बुरी खबरों के साथ प्रवेश कर रहे हैं। बेहद खराब नौकरियों के आंकड़ों के बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ग्रोथ में मंदी की आशंका और रिवर्स येन कैरी ट्रेड पर चिंताओं ने बाजार के सेंटीमेंट को प्रभावित किया है।