बेंचमार्क सूचकांकों ने गुरुवार को लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में नई ऊंचाई को छू लिया। चीन की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की चीन सरकार की कोशिशों का असर दुनिया भर के बाजारों में हुआ और उनमें बढ़ोतरी दर्ज की गई। देसी और विदेशी फंडों के सकारात्मक प्रवाह ने भी बढ़त को सहारा दिया।
सेंसेक्स ने 666 अंकों की बढ़त के साथ 85,836 पर कारोबार की समाप्ति की। निफ्टी-50 इंडेक्स 212 अंक चढ़कर 26,216 पर बंद हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 1.9 लाख करोड़ रुपये की बढ़त के साथ 477 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस महीने निफ्टी ने छह कारोबारी सत्रों को छोड़कर बाकी में बढ़त दर्ज की है।
कर्नाटक के स्वच्छ ईंधन वाले वाहनों को प्रोत्साहन और हाईब्रिड पर करों में तेज कटौती संबंधी खबरों के बाद वाहन शेयरों में आई तेजी ने बाजारों को बढ़त में सहयोग दिया। सेंसेक्स की बढ़त में ज्यादातर योगदान महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (2.9 फीसदी चढ़ा), मारुति (4.8 फीसदी) और टाटा मोटर्स (3.08 फीसदी) ने दिया। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक 630 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे जबकि देसी संस्थानों ने 2,405 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
खबरों में कहा गया है कि कर्नाटक हाइब्रिड कारों पर रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क 18 फीसदी से घटाकर 13 फीसदी पर लाना चाहता है, लेकिन यह 25 लाख रुपये से कम कीमत वाली कारों पर लागू होगी। इस कदम से कर्नाटक हाइब्रिड कारों पर कर छूट की पेशकश करने वाला दूसरा राज्य हो जाएगा। उत्तर प्रदेश पहले ही इसे लागू कर चुका है।
चीन के अग्रणी नेताओं के वृद्धि को बहाल करने की कोशिश के वादे से एशिया और यूरोप में खरीदारी देखने को मिली। चीन के राष्ट्रपति की पोलित ब्यूरो के आला नेताओं से मुलाकात की खबर से राजकोषीय खर्च को सहारा मिलने और प्रॉपर्टी सेक्टर को स्थिर बनाने की कोशिशों से निवेशक उत्साहित हुए। बुधवार को चीन के अधिकारियों ने कहा था कि वे आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे लोगों को एकमुश्त नकदी मुहैया कराएंगे। साथ ही बेरोजगार आबादी को और लाभ देने का वादा भी किया गया।
धातु शेयरों में तेजी आई और बीएसई मेटल इंडेक्स अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने की चीन की कोशिश संबंधी खबरों के बाद 2 फीसदी से ज्यादा उछल गया। भारतीय शेयर बाजारों में पिछले हफ्ते फेड की ब्याज कटौती के बाद से ही तेजी देखने को मिली है। फेड के कदम से दुनिया भर में मौद्रिक नरमी की उम्मीद बढ़ी है।
विश्लेषकों ने कहा कि पिछले 10 दिनों में दुनिया भर के मौद्रिक और राजकोषीय नीति निर्माताओं का संदेश स्पष्ट रहा है और आर्थिक वृद्धि को बहाल करने की खातिर उठाए जाने वाले कदम अल्पावधि व मध्यम अवधि में शेयरों को आगे ले जाएंगे।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि निफ्टी का उत्साहजनक सफर जारी है। लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में यह रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ, जो बाजार की मजबूत शक्ति का संकेतक है। मुख्य शेयरों में तेजी के दम पर बढ़त की रफ्तार जारी रहने की उम्मीद है। बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात मिला-जुला रहा और 2,343 शेयर गिरे जबकि 1,643 में इजाफा हुआ।