दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया के 18,000 करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक इश्यू (FPO) को निवेशकों ने हाथोहाथ लिया है। कंपनी के एफपीओ को 6.4 गुना अभिदान मिला और निवेशकों ने करीब 90,000 करोड़ रुपये की बोलियां लगाईं। इनमें से करीब दो-तिहाई निवेशक विदेशी हैं।
निवेशकों का जोश बताता है कि वे संकट में फंसी इस कंपनी को रिलायंस जियो इन्फोकॉम और भारती एयरटेल जैसी प्रतिस्पर्धियों से मुकाबले के लिए जरूरी रकम मुहैया कराने को तैयार हैं।
इस एफपीओ में पात्र संस्थागत खरीदार (QIB) श्रेणी को 17.6 गुना अभिदान मिला, जिनमें 82 फीसदी बोलियां विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों से आईं। बाजार सूत्रों ने कहा कि ऐंकर कोटे से 1,347 करोड़ रुपये के शेयर खरीद चुकी अमेरिकी निवेशक जीक्यूजी पार्टनर्स ने और भी शेयरों के लिए बोली लगाई है। इस एफपीओ को धनाढ्यों (HNI) की श्रेणी में 4.13 गुना अभिदान मिला। मगर खुदरा श्रेणी में महज 91 फीसदी शेयरों के लिए ही बोलियां प्राप्त हुईं। अब तक इस एफपीओ के लिए 11 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
इस इश्यू के बैंकर ऐक्सिस कैपिटल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अतुल मेहरा ने कहा, ‘भारत के सबसे बड़े एफपीओ को सफलता से पूरा होते देख हमें बहुत खुशी है। इसके जरिये वोडाफोन आइडिया ने 18,000 करोड़ रुपये की शेयर पूंजी जुटाई है। अच्छी बात यह है कि क्यूआईबी श्रेणी में करीब 19 गुना अभिदान मिला और इसमें जाने-माने देसी एवं विदेशी निवेशकों ने भाग लिया।’
शेयर बाजार में आज वोडाफोन आइडिया के शेयर में उतार-चढ़ाव बना रहा। कारोबार के दौरान यह शेयर 13.03 रुपये की ऊंचाई तक गया और 12.13 रुपये तक गिरा। आखिर में यह 0.23 फीसदी गिरावट के साथ 12.9 रुपये पर बंद हुआ। इस एफपीओ के लिए शेयर की कीमत का दायरा 10 से 11 रुपये था।
निवेशकों की ओर से जबरदस्त मांग को देखते हुए नए शेयर का भाव 11 रुपये रखा जा सकता है, जो पिछले बंद भाव से 15 फीसदी कम होगा। मगर बाजार प्रतिभागियों ने कहा कि एफपीओ के तहत 18,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होने से गिरावट आएगी। मगर कंपनी के एफपीओ में विदेशी निवेशकों की जबरदस्त दिलचस्पी हौसला बढ़ाएगी।
विश्लेषकों ने कहा कि बड़े निवेशक कंपनी में दांव का जोखिम उठाने को तैयार हैं। ऐम्बिट के एक नोट में कहा गया है, ‘क्यूआईबी के जबरदस्त समर्थन से वोडा-आइडिया का एफपीओ काफी सफल दिख रहा है। हालांकि जुटाई गई रकम और शुल्क दरें सितंबर 2025 तक स्पेक्ट्रम/एजीआर बकाया चुकाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं लेकिन क्यूआईबी को लग रहा है कि उनके पास खोने को ज्यादा कुछ नहीं है किंतु कंपनी सफल हो गई तो वे बहुत कमाई कर लेंगे।’
फरवरी में कंपनी के बोर्ड ने इक्विटी के जरिये 20,000 करोड़ रुपये और इक्विटी तथा डेट के जरिये कुल 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी थी। इससे कंपनी को वित्तीय राहत मिलेगी और वह अपने नेटवर्क में अतिरिक्त निवेश कर पाएगी। फिलहाल वोडा-आइडिया पर कुल 2.38 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है और मार्च 2023 के अंत में उसकी शुद्ध हैसियत ऋणात्मक 74,359 करोड़ रुपये थी।