TCS Q4 Preview: इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी (IT) प्रमुख टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) लिमिटेड को वित्त वर्ष 2025 (FY25) की चौथी तिमाही में सीजनल कारकों और प्रमुख प्रोजेक्ट्स में धीमी गति के कारण म्यूटेड (मध्यम) राजस्व और लाभ वृद्धि देखने को मिल सकती है। एनालिस्ट्स ने यह राय जताई है। टाटा ग्रुप की IT कंपनी गुरुवार यानी 10 अप्रैल कॉर्पोरेट जगत के चौथी तिमाही के नतीजों की शुरुआत करेगी।
TCS का राजस्व तिमाही आधार पर 1.51 प्रतिशत घटकर ₹63,009.75 करोड़ रहने का अनुमान है। बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा ट्रैक किए गए विश्लेषक ने यहअनुमान जताया है। विश्लेषकों का कहना है कि राजस्व वृद्धि कम रहने का कारण BSNL प्रोजेक्ट का ramp-down (धीमा होना) हो सकता है। हालांकि यह विकसित बाजारों में मजबूत सुधार से आंशिक रूप से ऑफसेट हो सकता है।
हालांकि, ब्याज और कर से पहले (Ebit) मार्जिन में वृद्धि से शुद्ध लाभ में तिमाही आधार पर 1.31 प्रतिशत का इजाफा हो सकता है, जो मार्च तिमाही में ₹12,541.9 करोड़ तक पहुंच सकता है। सालाना आधार पर शुद्ध लाभ में औसतन 0.64 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
IT प्रमुख ने तीसरी तिमाही में ₹12,380 करोड़ का शुद्ध लाभ रिपोर्ट किया था, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के ₹11,058 करोड़ से 11.9 प्रतिशत अधिक था। तिमाही का राजस्व ₹63,973 करोड़ था, जो साल दर साल 5.6 प्रतिशत बढ़ा था। तिमाही आधार पर राजस्व 0.4 प्रतिशत घटा था।
टैरिफ, अमेरिकी ग्रोथ दृष्टिकोण, विकसित बाजारों में असफलताऔर किसी भी प्रोजेक्ट की रद्दीकरण या देरी जैसे प्रमुख कारकों पर विश्लेषक नजर रखेंगे।
HSBC:
ग्लोबल रिसर्च फर्म का मानना है कि TCS मार्च तिमाही में तिमाही आधार पर 2.1 प्रतिशत के राजस्व वृद्धि के साथ ₹61,237 करोड़ का राजस्व दर्ज कर सकती है। HSBC का अनुमान है कि कंपनी तिमाही आधार पर 1 प्रतिशत राजस्व वृद्धि की रिपोर्ट करेगी। मार्जिन में थोड़ा सुधार हो सकता है क्योंकि मुद्रा अवमूल्यन के लाभ को व्यवसाय में प्रतिभा, विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश किया जाएगा।
शुद्ध लाभ में तिमाही आधार पर 2 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है और यह ₹12,434 करोड़ तक पहुंच सकता है। जबकि Ebit तिमाही आधार पर 43 बेसिस प्वाइंट बढ़ने की उम्मीद है।
कोटक सिक्योरिटीज
कोटक के विश्लेषकों का मानना है कि TCS का अंतर्राष्ट्रीय बिजनेस स्थिर रहेगा और BSNL राजस्व में $30 मिलियन की कमी आएगी। उन्होंने अनुमान जताया कि कंपनी तिमाही आधार पर 1.5 प्रतिशत वृद्धि के साथ ₹64,963.9 करोड़ का राजस्व दर्ज करेगी। मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ में तिमाही आधार पर 2.3 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है और यह ₹12,663.6 करोड़ तक पहुंच सकता है। वहीं, सालाना आधार पर इसमें 1.6 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
कोटक ने कहा कि रुपये के डिवैल्युएशन का लाभ प्रमोशन और व्यवसाय में निवेशों से खत्म हो जाएगा। इससे मार्जिन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। वे अनुमान लगाते हैं कि कंपनी $11 बिलियन के सौदे हासिल करेगी, जो पिछले साल $13.2 बिलियन से कम है।
नुवामा इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज
ब्रोकरेज का अनुमान है कि TCS स्थिर मुद्रा (CC) राजस्व वृद्धि में तिमाही आधार पर 0.2 प्रतिशत की कमी रह सकती है। BSNL प्रोजेक्ट के ramp-down के कारण USD में 1 प्रतिशत की कमी हो सकती है। हालांकि यह विकसित बाजारों में मजबूत सुधार से ऑफसेट हो सकता है। मार्जिन तिमाही आधार पर स्थिर रह सकते हैं क्योंकि BSNL के लाभ में देरी हो सकती है।
नुवामा के विश्लेषकों का अनुमान है कि TCS मार्च तिमाही में ₹61,237 करोड़ के राजस्व में तिमाही आधार पर 0.9 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। जबकि सलाह आधार पर रेवेन्यू में वृद्धि लगभग 5.4 प्रतिशत रह सकती है।