Tata Motors Share Price: ऑटो सेक्टर की दिग्गज टाटा मोटर्स के शेयर गुरुवार (30 जनवरी) को शेयर बाजार खुलते ही बीएसई पर 9 फीसदी तक लुढ़कर अपने 52 वीक लो लेवल 684 रुपये पर आ गए। ऑटो स्टॉक में यह बड़ी गिरावट दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद आई है। बुधवार को बीएसई पर टाटा मोटर्स का शेयर 3.2 प्रतिशत चढ़ा था। कंपनी ने बुधवार (29 जनवरी) को बाजार बंद होने के बाद तिमाही नतीजों का ऐलान किया था। टाटा मोटर्स का नेट प्रॉफिट दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 22.4 प्रतिशत घटकर 5,451 करोड़ रुपये रह गया। रेवेन्यू के 2.7 प्रतिशत गिरकर 1,13,575 करोड़ रुपये रहने की वजह से कंपनी का मुनाफा घटा है।
बता दें कि टाटा मोटर्स साल 2023 और 2024 में निफ्टी का टॉप गेनर रहा था। जबकि अब अपने ऑल टाइम हाई लेवल से शेयर लगभग 40% करेक्ट हो चुका है। ब्रोकरेज हाउसेस का कहना है कि टाटा मोटर्स का ग्रोथ आउटलुक कंपनी के हर सेगमेंट के लिहाज से कमजोर बना हुआ है। ज्यादतर ब्रोकरेज कंपनियां टाटा मोटर्स पर बेयरिश बनी हुई है और उन्होंने स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस भी घटा दिया है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने टाटा मोटर्स पर अपनी रेटिंग को ‘REDUCE’ पर बरकरार रखा है। हालांकि, ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस घटाकर 720 रुपये कर दिया है। पहले यह 750 रुपये था। टाटा मोटर्स के शेयर बुधवार (29 जनवरी) को 752 रुपये के भाव पर बंद हुए।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने टाटा मोटर्स पर अपनी रेटिंग को ‘Neutral’ पर बरकरार रखा है। साथ ही स्टॉक पर 755 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। टाटा मोटर्स के शेयर बुधवार (29 जनवरी) को 752 रुपये के भाव पर बंद हुए।
ब्रोकरेज ने कहा कि टाटा मोटर्स का ग्रोथ आउटलुक कंपनी के हर सेगमेंट के लिहाज से कमजोर बना हुआ है। भारत में कंपनी के कमर्शियल व्हीकल और पैसेंजर व्हीकल बिजनेस में सुस्त मांग देखी जा रही है। किसी भी ट्रिगर की कमी की वजह से हम टाटा मोटर्स पर अपनी ‘न्यूट्रल’ को बरकरार रख रहे हैं।
ब्रोकरेज फर्म जेफरीज इंडिया ने टाटा मोटर्स पर रेटिंग को बदलकर ‘Underperform’ कर दिया है। ब्रोकरेज ने 3.5 साल बाद टाटा मोटर्स पर अपनी रेटिंग को BUY से डाउनग्रेड किया है। ब्रोकरेज ने कहा कि भरता में कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल की मांग घटी है। सात ही इलेक्ट्रिक व्हीकल में कंप्टीशन भी बढ़ा है।
टाटा मोटर्स का शेयर पिछले कुछ समय से दबाव में चल रहा है। पिछले एक महीने में शेयर 5 फीसदी, तीन महीने में 16.64 प्रतिशत और बीते छह महीने में लगभग 40% गिर चुका है। स्टॉक का 52 वीक हाई 1,179 रुपये जबकि 52 वीक लो 684 रुपये है। बीएसई पर कंपनी का टोटल मार्केट कैप 2,57,918 करोड़ रुपये है।
ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स ने नेट प्रोफिट में पिछले साल के मुकाबले 22.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है और यह घटकर 5,451 करोड़ रुपये रह गया है। रेवेन्यू 2.7 प्रतिशत की सुस्त वृद्धि के साथ 1,13,575 करोड़ रुपये रहने की वजह से ऐसा हुआ। कंपनी ने महंगाई की भरपाई करने के लिए हाल ही में कमर्शियल और इलेक्ट्रिक वाहनों में दाम वृद्धि की थी।
हालांकि, पिछली तिमाही की तुलना में आंकड़े बेहतर दिखते हैं। इस आधार पर नेट प्रॉफिट 63 प्रतिशत और रेवेन्यू 12 प्रतिशत बढ़ा है। टाटा मोटर्स समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) पीबी बालाजी ने बताया कि वे बाहरी चुनौतियों के बावजूद वित्त वर्ष 2024-25 में दमदार प्रदर्शन दर्ज करने की राह पर हैं। बुधवार को बीएसई पर टाटा मोटर्स का शेयर 3.2 प्रतिशत चढ़ा था।
टाटा मोटर्स की लग्जरी वाहन शाखा जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) को चीन जैसे बाजारों में मांग वृद्धि की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और कंपनी ट्रंप की शुल्क नीतियों के असर के संबंध में प्रतीक्षा और समीक्षा वाला रुख अपना रही है, जिनमें अमेरिका को आयात किए जाने पर ज्यादा कर लगाए जाने का डर नजर आ रहा है। जेएलआर ने 7.5 अरब पाउंड (1.5 प्रतिशत की वृद्धि) के रिकॉर्ड तिमाही राजस्व के साथ मजबूत तिमाही दर्ज की तथा करों और असाधारण मदों से पूर्व लाभ 52.3 करोड़ पाउंड (10.3 करोड़ पाउंड) रहा।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में खरीदने या बेचने की सलाह ब्रोक्रेजीज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।