केन्द्र की मोदी सरकार ने तीसरा कार्यकाल का काम काज शुरू करते ही कृषि सुधारों (Agri Reforms) पर तेजी से जोर दिया है। सरकार के तेवरों को देखते हुए चीनी मिलों को जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद जग गई है।
सरकार सीजन 2024-25 में चीनी का न्यूनतम बिक्री मूल्य (MSP) जल्द ही बढ़ाने का ऐलान कर सकती है। एमसपी बढ़ने की उम्मीदों से चीनी कंपनियों शेयरों में जोरदार तेजी आई है और शुगर स्टॉक्स (Sugar Stocks) गुरुवार को 15 फीसदी तक उछल गए।
एक महीने में शुगर इंडेक्स लगभग 18 फीसदी चढ़ा
एमएसपी बढ़ने की आशा में चीनी कंपनियों (Sugar Companies) के शेयर हर दिन बढ़ रहे हैं। गुरुवार को बीएस शुगर इंडेक्स (BSE Sugar Index) 6.6 फीसदी चढ़ गया। एक महीने में शुगर इंडेक्स लगभग 18 फीसदी की उड़ान भर चुका है जबकि बीएससी सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 0.3 फीसदी और एक महीने में करीब पांच फीसदी ऊपर गया है।
गुरुवार को लगभग सभी चीनी मिलों के शेयरों में तेजी देखने को मिली। बजाज हिन्दुस्तान शुगर का शेयर 14.5 फीसदी, श्री रेणुका शुगर्स का शेयर 11.7 फीसदी, उत्तम शुगर मिल्स का शेयर 7.6 फीसदी , बलरामपुर चीनी का शेयर 4.6 फीसदी , त्रिवेणी इंजीनियरिंग का शेयर 5.3 फीसदी, धामपुर शुगर 5.4 फीसदी और अवध शुगर मिल्स का शेयर 5.4 फीसदी उछल गए।
चीनी पर अभी 31 रुपये किलो एमएसपी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सरकार चीनी की एमएसपी (Sugar MSP) बढ़ाने के लिए सहमत हो गई है। उद्योग की मांग है कि चीनी की एमएसपी 41 रुपये प्रति किलो की जाए, अभी यह 31 रुपये प्रति किलो है।
महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश में एक्स- मिल कीमतें 37-38 रुपये प्रति किलो हैं। हालांकि सरकारी अधिकारियों का कहना है कि सरकार केवल उचित वृद्धि करेगी, जो उद्योग की मांग से कम होगी।
सरकार ने चीनी की एमएसपी साल 2018 में शुरु किया था। चीनी की एमएसपी तय करने के लिए गन्ने की एफआरपी (Fair and Remunerative Price) और सबसे कारगर मिल्स की चीनी बनाने की लागत को देखा जाता है।
चीनी मिलों की क्या मांग?
चीनी मिलों का कहना है कि गन्ने की एफआरपी में बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन चीनी की एमएसपी में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है, इसलिए सरकार को जल्द एमएसपी में बढ़ोतरी करनी चाहिए ।
साल 2019 में चीनी का एमएसपी बढ़ाकर 31 रुपये प्रति किलो किया गया था। उस समय गन्ने का एफआरपी 275 रुपये प्रति क्विंटल था । धीरे धीरे गन्ने का एफआरपी बढ़ाकर 340 रुपये क्विंटल हो गया जबकि चीनी की एमएसपी 31 रुपये प्रति किलो ही है।
अधिकारियों का कहना है कि गन्ने के उचित मूल्य की घोषणा फरवरी में की गई थी, लेकिन यह 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले अगले चीनी सत्र से ही प्रभावी होगा।
चीनी उद्योग को उम्मीद है कि सरकार चीनी एमएसपी को संशोधित करेगी और इसे गन्ने के एफआरपी में वृद्धि के साथ संरेखित करेगी, जिससे चीनी उद्योग की तरलता में सुधार होगा और उन्हें गन्ना किसानों को समय पर भुगतान करने में मदद मिलेगी।
देखें किस कंपनी के कितने चढ़े शेयर
चीनी कंपनियां | % परिवर्तन | |||
कंपनी | CMP (Rs) | 1 Day | 1 Month | |
Bajaj Hindusthan Sugar | 41.7 | 14.5 | 32.7 | |
Shree Renuka Sugars | 49.3 | 11.7 | 19.4 | |
Uttam Sugar Mills | 370.6 | 7.6 | 12.5 | |
Magadh Sugar & Energy | 755.6 | 7.6 | 8.1 | |
Bannari Amman Sugars | 2751.6 | 6.8 | 11.0 | |
Dalmia Bharat Sugar & Industries | 431.2 | 6.7 | 14.5 | |
Dhampur Sugar Mills | 249.4 | 5.4 | 14.0 | |
Triveni Engineering & Industries | 391.6 | 5.3 | 12.9 | |
Avadh Sugar & Energy | 638.9 | 5.1 | 11.6 | |
Dwarikesh Sugar Industries | 78.5 | 5.0 | 15.8 | |
Ugar Sugar Works | 85.8 | 4.8 | 13.2 | |
Balrampur Chini Mills | 439.3 | 4.6 | 17.9 | |
DCM Shriram Industries | 228.3 | 2.7 | 17.4 | |
EID Parry India | 721.4 | 2.2 | 18.0 |