facebookmetapixel
बिहार विधानसभा चुनाव का असर: श्रमिकों की कमी से ठिठका उद्योग-जगत का पहियाडीएलएफ की बिक्री में उछाल, लेकिन नई लॉंचिंग से ही कायम रह पाएगी रफ्तारसुप्रीम कोर्ट ने कहा– AGR मामले का आदेश सिर्फ वोडाफोन आइडिया पर ही होगा लागूSBI का मुनाफा 10% बढ़कर ₹20,160 करोड़, येस बैंक में हिस्सेदारी बिक्री से हुआ फायदाEditorial: इन्वेंटरी आधारित ईकॉमर्स में एफडीआई को मिले इजाजतकिसकी नैया पार लगाएंगे मल्लाह! राजग और महागठबंधन दोनों धड़े कर रहे हर मुमकिन कोशिशविचारों से उद्योग तक: रिसर्च लैब्स कैसे दे सकती हैं भारत की ‘ग्रीन फ्रंटियर’ को गतिअसंगठित उपक्रमों का जाल: औपचारिक नौकरियों की बढ़ोतरी में क्या है रुकावट?मेटा-व्हाट्सऐप मामले में सीसीआई का आदेश खारिजदिग्गज कारोबारी गोपीचंद हिंदुजा का 85 वर्ष की आयु में निधन, उद्योग जगत ने दी श्रद्धांजलि

Stock Market: मुख्य सूचकांक बढ़त पर, मगर बाजार सपाट; आगे की रणनीति पर एनालिस्ट्स ने दी ये राय

विश्लेषकों का मानना है कि इन सेगमेंटों में ऊंचे मूल्यांकन के कारण निवेशकों ने ज्यादा नरम मूल्यांकन वाले क्षेत्रों की ओर रुख किया।

Last Updated- September 29, 2024 | 9:23 PM IST
Stock Market on GST reforms

बीएसई के सेंसेक्स और एनएसई के निफ्टी में सितंबर में करीब 4 प्रतिशत की तेजी आई। हालांकि चढ़ने और गिरने वाले शेयरों का अनुपात (एडीआर) नकारात्मक रहा। इससे संकेत मिलता है कि गिरने वाले शेयरों की संख्या इस महीने चढ़ने वालों की तुलना में ज्यादा रही। पिछली बार यह अनुपात मई में 1 से नीचे आ गया था। तब बेंचमार्क भी लाल निशान में बंद हुए थे।

बाजार धारणा का लोकप्रिय संकेतक एडीआर यह बताता है कि व्यापक बाजार में कमजोरी का अन्य बड़े सूचकांकों पर पूरा असर नहीं आया है। जहां निफ्टी मिडकैप 100 में 1.85 प्रतिशत की तेजी आई है वहीं निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक 0.3 प्रतिशत तक गिरा जिससे माइक्रोकैप या टॉप-500 से बाहर के शेयरों में कमजोरी का पता चलता है।

विश्लेषकों का मानना है कि इन सेगमेंटों में ऊंचे मूल्यांकन के कारण निवेशकों ने ज्यादा नरम मूल्यांकन वाले क्षेत्रों की ओर रुख किया।

इ​क्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक चोकालिंगम जी का कहना है, ‘गिरावट ज्यादा महंगे स्मॉलकैप और माइक्रोकैप में हो रही है जबकि अच्छी गुणवत्ता के शेयरों में मजबूती बनी हुई है। यह रुझान जारी रहने की संभावना है क्योंकि इन स्तरों पर इनके लिए खरीदार मिलना मुश्किल है।’

First Published - September 29, 2024 | 9:23 PM IST

संबंधित पोस्ट