Stock Market Closing Bell, Tuesday, September 23, 2025: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार मंगलवार (23 सितंबर) को उतार-चढ़ाव वाले बाजार में सपाट लेवल पर बंद हुए। पीएसयू बैंक शेयरों में खरीदारी हुई। एफएमसीजी शेयरों में बिकवाली देखी गई। बाजार की गिरावट को पीएसयू बैंकों ने संतुलित किया। ऑटो शेयरों में बढ़त रही जबकि आईटी शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के नए H-1बी वीजा नियमों में बदलाव के चलते निवेशक सतर्क बने हुए हैं। साथ ही निवेशक अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर बातचीत के लिए कॉमर्स मंत्री पीयूष गोयल की अमेरिका यात्रा पर कड़ी नजर रख रहे हैं। ट्रंप प्रशासन के भारत 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद पहली यात्रा है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 82,147.37 अंक पर लगभग सपाट खुला। कारोबार के दौरान यह 81,776 अंक के लो और 82,370 अंक हाई तक गया। अंत में यह 57.87 अंक या 0.07 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 82,151.51 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी 25,209 पर लगभग सपाट खुला। कारोबार के दौरान यह 25,261 अंक के हाई और 25,084 अंक के लो तक गया। अंत में यह 32.85 अंक या 0.13 प्रतिशत गिरकर 25,169.50 पर बंद हुआ।
एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा, ”इक्विटी बाजारों में दिन के निचले स्तरों से वृद्धि देखी गई। निवेशकों ने घरेलू मांग में सुधार की उम्मीद जताई। इसे हालिया जीएसटी-संबंधित सुधारों से सपोर्ट मिला। बाजार के सेंटीमेंट्स को भारत-अमेरिका के आगामी व्यापार समझौतों को लेकर बनी उम्मीदों ने और मजबूती दी। इससे निचले स्तरों पर खरीदारी बढ़ी और शॉर्ट टर्म में बाजार आउटलुक में नए विश्वास का संकेत मिला। हालांकि एफआईआई की बिकवाली जारी रही, लेकिन मजबूत डीआईआई (घरेलू संस्थागत निवेशकों) की खरीदारी ने बाजार को सहारा दिया और यह दिखाया कि घरेलू तरलता बाजार की स्थिरता का एक प्रमुख स्तंभ बनी हुई है।”
निफ्टी-50 की कंपनियों में ट्रेंट, टेक महिंद्रा, एसबीआई लाइफ, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचयूएल, एचडीएफसी लाइफ, नेस्ले, एशियन पेंट्स, सिप्ला, ग्रासिम, इटरनल और हीरो मोटोकॉर्प के शेयर गिरावट में रहे। इनमें 2.5 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
ब्रोडर मार्केट में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.3 प्रतिशत और निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स 0.5 प्रतिशत गिर गया। सेक्टरल मोर्चे पर निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के सबसे ज्यादा गिरावट वाला सेक्टर रहा। इसके अलावा निफ्टी रियल्टी और निफ्टी आईटी इंडेक्स भी गिरावट में रहे। वहीं, निफ्टी पीएसयू बैंक और निफ्टी मेटल इंडेक्स 1 फीसदी से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में मंगलवार को तेजी देखी गई। यह वॉल स्ट्रीट पर टेक शेयरों की मजबूती से प्रेरित थी। आखिरी जानकारी के अनुसार, जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.99 प्रतिशत ऊपर रहा। जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.2 प्रतिशत की बढ़त में था। हालांकि, हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 0.32 प्रतिशत की गिरावट में देखा गया।
अमेरिकी शेयर बाजारों ने मजबूती के साथ कारोबार समाप्त किया। यह मजबूती एनविडिया की घोषणा के चलते आई जिसमें उसने कहा कि वह ओपनएआई में 100 बिलियन डॉलर तक का निवेश करेगी। नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स 0.7 प्रतिशत ऊपर रहा, एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.44 प्रतिशत नीचे बंद हुआ, जबकि डॉव जोन्स 0.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह की अत्यधिक लागत की वजह से आईटी सेवा क्षेत्र की कंपनियों को वीजा की संभावना वाले अपने कर्मचारियों को भारत में ही रखने के लिए विवश होना पड़ सकता है। दूसरी तरफ उन्हें कनाडा और मेक्सिको में निकट भविष्य वाले आकस्मिक खर्चों को बढ़ाना होगा तथा अमेरिका में और ज्यादा लोगों को नियुक्त करने की योजनाओं को तेज करना होगा। इन दोनों ही बातों से उनकी लागत बढ़ेगी और पहले से ही दबाव में चल रहे उनके मार्जिन पर असर पड़ेगा।