रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर में मुनाफावसूली और वित्तीय शेयरों की बिकवाली से सूचकांकों में आज बड़ी गिरावट आई। एक दिन पहले ही सूचकांकों ने आठ हफ्ते की सबसे ऊंची छलांग लगाई थी। सेंसेक्स आज 802 अंक या 1.1 फीसदी लुढ़ककर 71,140 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 215 अंक के नुकसान के साथ 21,522 पर बंद हुआ।
देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 2.8 फीसदी गिरावट आई। सेंसेक्स की कुल गिरावट में 246 अंक की लुढ़कन तो रिलायंस की वजह से ही आई। विश्लेषकों ने कहा कि सोमवार को आरआईएल का शेयर 7 फीसदी चढ़ने के बाद निवेशकों ने मुनाफा काटने के लिए जमकर बिकवाली की, जिससे शेयर गिर गया।
लाल सागर संकट के कारण रिफाइनिंग मार्जिन बढ़ने से रिलायंस को लाभ होने की रिपोर्ट के बीच कल कंपनी का शेयर अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था।
आईटीसी, बजाज फाइनैंस, लार्सन ऐंड टुब्रो तथा एचडीएफसी बैंक के शेयर में गिरावट का असर भी बाजार पर पड़ा। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उम्मीद से कम मुनाफा होने से बजाज फाइनैंस का शेयर लुढ़का।
अंतरिम बजट गुरुवार को आना है और बुधवार को फेडरल रिजर्व मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। इन दोनों से पहले भी बाजार में घबराहट देखी गई। उम्मीद है कि फेड दरों को जस का तस रखेगा मगर निवेशक फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयान का इंतजार कर रहे हैं ताकि आगे का संकेत मिल सके।
मोतीलाल ओसवाल के रिटेल शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘दर कटौती से जुड़े संकेत अहम होंगे। हमें लगता है कि इस हफ्ते की इन दोनों घटनाओं तक बाजार एक दायरे में ही चलेगा।’ चीनी बाजार में गिरावट से एशियाई बाजार भी नुकसान में रहे।
विश्लेषकों ने कहा कि फेड और अंतरिम बजट के अलावा अमेरिका में तकनीकी कंपनियों के नतीजे, बैंक ऑफ इंगलैंड का दर पर निर्णय और विकसित देशों के कुछ आर्थिक आंकड़े भी निकट अवधि में बाजार पर असर डाल सकते हैं।