facebookmetapixel
रुपये को सहारा देने के लिए रिजर्व बैंक सिस्टम में बढ़ाएगा तरलता, ₹3 लाख करोड़ डालने की तैयारीस्मार्टफोन को नए साल में चुनौतियों के सिग्नल, शिपमेंट और मांग घटने की आशंकासुधार, संकट और सौदे: 2025 में भारत की खट्टी-मीठी कारोबारी तस्वीरYear Ender 2025: इस साल सीधे शेयर निवेश से पीछे हटे खुदरा निवेशक, म्युचुअल फंड और SIP बनी पहली पसंदभारत-न्यूजीलैंड व्यापार समझौते से बैंकिंग को मिली नई रफ्तार, खुलेंगी ज्यादा बैंक शाखाएंपवन ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग, वैश्विक बाजार में चीन-अमेरिका के बाद मिला तीसरा स्थानEditorial: एनसीएलटी-एनसीएलएटी की क्षमता संकट से जूझता आईबीसी, त्वरित और संस्थागत सुधार अब अनिवार्यIndia US trade Talks: नए साल में फिर शुरू होगी भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता, जनवरी में बैठक तयYear Ender: AI के नाम रहा 2025, अप्रत्याशित घटनाओं और वैश्विक बदलावों का सालPFC का बॉन्ड इश्यू तीसरी बार टला, ऊंची यील्ड ने बिगाड़ा समीकरण; नहीं मिले मनचाहे दाम

सेंसेक्स और निफ्टी का PE 10 साल के एवरेज से नीचे, क्या चुनिंदा स्टॉक्स में निवेश का समय आ गया है?

सेंसेक्स (Sensex) मौजूदा स्तर पर 22.2x के टीटीएम पीई पर कारोबार कर रहा है, जबकि इसका 5 और 10 साल का एवरेज क्रमशः 25.4x और 27.5x है।

Last Updated- January 30, 2025 | 12:48 PM IST
stock market (1)

Stock market outlook: प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में हालिया गिरावट से उनका 12 मंथ (TTM) आधार पर प्राइस टू अर्निंग्स (PE) रेश्यो से मापा गया वैल्यूएशन 5 और 10 साल के एवरेज से कम हो गया है। सेंसेक्स और निफ्टी अपने ऑल टाइम हाई से क्रमश: 11 और 12 प्रतिशत नीचे चल रहे हैं।

सेंसेक्स (Sensex) मौजूदा स्तर पर 22.2x के टीटीएम पीई पर कारोबार कर रहा है, जबकि इसका 5 और 10 साल का एवरेज क्रमशः 25.4x और 27.5x है। दूसरी तरफ, निफ्टी50 फिलहाल 21.7x के टीटीएम पीई पर कारोबार कर रहा है। यह 5 और 10 साल के एवरेज टीटीएम पीई क्रमश: 23.9x और 26.7x से काफी कम है।

बाजार के जानकारों का कहना है कि प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी के पीई में गिरावट काफी हद तक दिसंबर 2024 तिमाही (Q3 Results) के कमजोर रहने की वजह से हुई है।

अल्फ़ानिटि फिनटेक के को-फाउंडर और डायरेक्टर यू आर भट का मानना ​​है कि आने वाले हफ्तों में बाज़ारों में और अधिक गिरावट होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि अभी तक कंपनियों के सुस्त नतीजों पर सतर्क दृष्टिकोण को पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं किया है। वैश्विक कारक भी भूमिका निभा रहे हैं, जिन पर कड़ी निगरानी की जरूरत है।

उन्होंने कहा, ”बाजार में अभी भी कुछ और गिरावट बाकी है। अब तक Q3-FY25 नतीजों की घोषणा करने वाली कंपनियों की टिप्पणी सतर्क रही है। आने वाली तिमाहियों में आय में कम वृद्धि की उम्मीद से भी सेंटीमेंट पर नियंत्रण बना हुआ है। सरकारी बॉन्ड यील्ड पर भी नजर रखने की जरूरत है। मुझे अभी तक निवेशकों में कोई खास उत्साह नहीं दिख रहा है।’

भट ने कहा, ”निवेशकों के लिए बेहतर होगा कि वे कम से कम एक तिमाही तक बाजार से दूर रहें। इंतजार करें कि बजट क्या लाता है और कॉर्पोरेट रिजल्ट कैसे आकार लेते है।

मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स पर भी असर

मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में भी स्थिति ज्यादा अलग नहीं है। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स क्रमशः 37.1x और 26.6x के पीई पर अपने 5-वर्षीय और 10-वर्षीय पीई मल्टिपल की तुलना में थोड़ा कम कारोबार कर रहे हैं। इन दोनों सेगमेंट में गिरावट उनके लार्ज-कैप प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अधिक तेज रही है।

एनएसई डेटा के मुताबिक, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 53,146 के स्तर पर अपने हाई लेवल से लगभग 13 प्रतिशत नीचे है। वहीं निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 16,728 के स्तर पर अपने हाई से 15.5 प्रतिशत नीचे है।

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के एनालिस्ट्स का कहना है कि निवेशकों को इन दो सेक्टर्स में लंबे समय तक उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ”मौजूदा गिरावट मंदी के बाजार जैसी है। नरम अमेरिकी फेड और घरेलू स्तर पर ब्याज दरों में राहत मिडकैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में तेजी के लिए महत्वपूर्ण हैं।”

नुवामा इक्विटीज ने अपने नोट में कहा, “हालिया गिरावट (करेक्शन) के बावजूद बाजार के दो सेगमेंट में वैल्यूएशन का स्टैण्डर्ड डेविएशन (SD) महंगा है। यह आगे और गिरावट का संकेत देता है। हालांकि, सरकार की तरफ से अनुरूप नीतियां इस गिरावट को रोक सकती हैं।

First Published - January 30, 2025 | 12:45 PM IST

संबंधित पोस्ट