देश की अग्रणी ई-स्कूटर निर्माता ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का शेयर शुक्रवार को 10 फीसदी और उछलकर 133 रुपये पर बंद हुआ। सॉफ्टबैंक समर्थित फर्म का मूल्यांकन अब 58,558 करोड़ रुपये यानी 7 अरब डॉलर पर पहुंच गया। ताजा मूल्यांकन 4 अरब डॉलर (33,522 करोड़ रुपये) से 75 फीसदी ज्यादा है जो कंपनी ने 6,146 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम में कंपनी ने चाहा था।
यह आईपीओ भारतीय बाजार में दो साल का सबसे बड़ा आईपीओ रहा। आईपीओ में शेयर की कीमत 76 रुपये तय की गई थी, जिसे महज 4 गुना आवेदन मिले थे। ओला के शेयर में ताजा उछाल नई मोटरसाइकल पेश होने और अपनी बैटरी का इस्तेमाल कर लागत घटाने की बात कहे जाने पर आई।
ई-मोटरसाइकल पेश किए जाने से दुनिया के दूसरे सबसे बड़े दोपहिया बाजार में प्रतिस्पर्धा तेज होने की संभावना है जहां ओला इलेक्ट्रिक को बजाज ऑटो, टीवीएस मोटर और हीरो मोटकॉर्प जैसी बड़ी प्रतिस्पर्धी से मुकाबला करना होगा। भारतीय सड़कों पर दोपहिया का वर्चस्व है और पिछले साल 1.8 करोड़ वाहनों की बिक्री हुई है।
आईपीओ के पहले रकम जुटाते समय सितंबर 2023 में ओला का मूल्यांकन 5.4 अरब डॉलर था। लेकिन ओला इलेक्ट्रिक को अपने आईपीओ के लिए मूल्यांकन लक्ष्य घटाकर 4 अरब डॉलर करना पड़ा था क्योंकि वैश्विक तकनीकी कंपनियों में गिरावट थी और उसे शेयर पेशकश में भागीदारों को आकर्षित करना था। कुछ निवेशकों ने आईपीओ में नुकसान पर शेयर बेचे थे।
HSBC ने एक नोट में कहा कि ई-स्कूटर निर्माता की योजना सबके लिए अहम बैटरी बनाने की है। उसकी कोशिश देश में ही ज्यादातर ईवी पार्ट्स बनाने की है। इससे वे निवेशक आकर्षित होंगे जो भारत में इलेक्ट्रिफिकेशन थीम में दांव लगाना चाहते हैं। HSBC ने इस शेयर को खरीद की रेटिंग दी है और 140 रुपये का लक्ष्य (Ola Electric Stock Target Price) दिया है। इसके लिए नियामकीय समर्थन और लागत घटाने की कंपनी की क्षमता का हवाला दिया गया है।
बुधवार को ओला इलेक्ट्रिक ने पहली तिमाही में अधिक नुकसान की घोषणा की थी जिसे सब्सिडी में कटौती से झटका लगा। गुरुवार को कंपनी ने ई-मोटरसाइकल की नई सीरीज पेश की और इस तरह से नए बाजार में विस्तार कर लिया। उसकी योजना अपने वाहन को अगले साल इसी वक्त तक खुद की बैटरी से लैस करने की है।
भारत में धीरे-धीरे ही ईवी अपनाने का मामला बढ़ रहा है जिसकी वजह वाहनों की रेंज को लेकर चिंता, चार्जिंग ढांचा पर्याप्त न होना और पुराने वाहनों की रीसेल कीमत कम होना है। मॉर्गन स्टैनली ने कहा कि ओला की इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल लाइन आम लोगों और प्रीमियम सेगमेंट की जरूरतें पूरी करेगी जिसकी कीमत पारंपरिक मोटरसाइकल के आसपास होने से प्रतिस्पर्धा गहरा सकती है।
ओला ईएसजी फंडों के रेडार पर हो सकती है क्योंकि उसकी भविष्य की फैक्टरी सभी महिला कर्मियों वाली होगी और कुल कर्मचारी 20,000 होंगे।