पीएसयू बैंक इंडेक्स (PSU bank index) को ट्रैक करने वाले एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (ETF) ने वित्त वर्ष 23 में 30 फीसदी का रिटर्न अर्जित किया, जो म्युचुअल फंडों की सभी योजनाओं में अधिकतम है।
इसकी तुलना में निफ्टी-50 इंडेक्स को ट्रैक करने वाले लोकप्रिय ETF में 0.7 फीसदी की गिरावट आई। यह प्रदर्शन उत्साजनक नजर आ सकता है, लेकिन किसी एक सेक्टर या थीम पर दांव लगाने में जोखिम होता है।
वित्त वर्ष 23 में उम्दा प्रदर्शन के बावजूद PSU Bank ETF 10 व 15 साल के लिहाज से कमजोर प्रदर्शन करने वाला रहा है और इनका सालाना रिटर्न क्रमश: महज 2.5 फीसदी व 4.3 फीसदी रहा है।
पीएसयू बैंक श्रेणी में सिर्फ दो योजनाएं Kotak Nifty PSU Bank ETF और Nippon India ETF Nifty PSU Bank BeES (बेंचमार्क एक्सचेंज ट्रेडेड स्कीम) हैं। कुल मिलाकर इनके पास 2,800 करोड़ रुपये से ज्यादा की परिसंपत्तियां हैं। यह जानकारी वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों से मिली।
बाजार नियामक सेबी के पास एआईएफ आवेदनों की भरमार
सेबी को इस कैलेंडर वर्ष में ऑल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) स्थापित करने के लिए 50 से ज्यादा आवेदन मिले हैं। इनमें से आधे से ज्यादा आवेदन कैटिगरी-2 एआईएफ के लिए हैं, जिनमें प्राइवेट क्रेडिट फंड, रियल एस्टेट फंड, स्पेशल सिचुएशन फंड और डिस्ट्रेस्ड फंड शामिल हैं।
ऐसे फंड आंतरिक तौर पर 8 से 20 फीसदी के बीच रिटर्न का लक्ष्य लेकर चलते हैं। इसकी तुलना में ज्यादातर डेट म्युचुअल फंडों में 4 से 8 फीसदी के बीच रिटर्न देने की प्रवृत्ति होती है।
उद्योग के प्रतिभागियों ने कहा कि डेट एमएफ (debt mutual funds) पर कराधान के नए नियमों के बाद धनाढ्य निवेशक और फैमिली ऑफिस एमएफ से उच्च प्रतिफल वाले AIF का रुख कर सकते हैं। उद्योग के प्रतिभागियों ने कहा, हमें लगता है कि आने वाले महीनों में AIF स्थापित करने के लिए आवेदन की संख्या बढ़ सकती है।
Yum ब्रांड की फ्रैंचाइजी का प्रदर्शन दमदार रहने के आसार
फास्ट फूड के प्रति बढ़ते रुझान व ब्रांड के प्रसार के बीच Yum ब्रांड इंक की भारतीय फ्रैंचाइजी देवयानी इंटरनैशनल और सफायक फूड्स इंडिया के शेयरों में बढ़ोतरी हो सकती है।
विश्लेषकों ने कहा, यह ब्रांड यहां केएफसी, टेको बेल और पिज्जा हट फूड चेन का परिचालन करती है और इनके प्रदर्शन में सुधार हुआ है, जिसकी वजह अन्य कंपनियों के मुकाबले स्टोर का आक्रामक विस्तार है। साथ ही लागत प्रबंधन व ऑपरेटिंग लिवरेज पर ध्यान देने के चलते लाभ में भी सुधार दर्ज हुआ है।
एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग के नोट में कहा गया है, अगले दो साल में देवयानी इंटरनैशनल और सफायर फूड्स के लिए केएफसी बढ़त का जरिया बना रहेगा क्योंकि स्टोर का विस्तार 17 फीसदी व 14 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि की रफ्तार से हुई है, साथ ही और लाभ में स्थिर बढ़ोतरी देखने को मिली है।
पिज्जा हट की बात करें तो बढ़ती प्रतिस्पर्धा व कच्चे माल की बढ़ती कीमत के चलते मौजूदा अवरोध के बावजूद हमें उम्मीद है कि स्टोर नेटवर्क में सालाना 14 फीसदी की रफ्तार से इजाफा हगा और लाभ में सुधार दर्ज होगा।