बेंचमार्क एनएसई निफ्टी में धीरे-धीरे आई गिरावट के बीच बाजार के उतारचढ़ाव की माप करने वाला इंडिया वीआईएक्स इंडेक्स पिछले तीन हफ्ते में 20 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है। वीआईएक्स अभी भी 12 के आसपास जमा हुआ है, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि हालिया तेजी मंदी की धारणा बताती है।
सैमको सिक्योरिटीज के डेरिवेटिव व तकनीकी विश्लेषक अश्विन रमानी ने कहा, डर के संकेतक के तौर पर मशहूर वीआईएक्स पिछले तीन हफ्ते में 10.12 से 12.14 पर पहुंच गया है, जिससे तेजडि़यों को खासी असहजता महसूस हुई है।
उन्होंने कहा कि निफ्टी के लिए करीब 19,265 का स्तर बनाए रखना अहम है, जो 50 दिन का एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज है। रमानी ने कहा, 19,265 के स्तर से नीचे आने के बाद बिकवाली का दबाव गहरा सकता है और यह इंडेक्स को 18,600 के स्तर पर धकेल सकता है।
इसके उलट, 19,500 के ऊपर मजबूती से बंद होने पर खरीदारों के बीच खोया उत्साह वापस आ सकता है। शुक्रवार को निफ्टी 19,310 पर बंद हुआ था, जो एक महीने पहले के सर्वोच्च स्तर से 3.4 फीसदी गिरावट दर्शाता है।
डायरेक्ट एमएफ प्लेटफॉर्म के लिए एम्फी का नियम जल्द
डायरेक्ट म्युचुअल फंड वितरण प्लेटफॉर्म परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों का एजेंट बनना चाहता है और जल्द ही उन्हें यह मौका मिल जाएगा। पिछले दो महीने में कई दौर की बातचीत के बाद एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) इस हफ्ते दिशानिर्देश जारी कर सकता है। यह दिशानिर्देश मुख्य रूप से क्रियान्वयन वाले प्लेटफॉर्म के तौर पर पात्रता के मानक, पंजीकरण प्रक्रिया और स्वीकारे जाने योग्य शुल्क से संबंधित होगा।
सितंबर से लागू होने वाला नियम कहताहै कि डायरेक्ट एमएफ के वितरण से जुड़े प्लेटफॉर्म को या तो एम्फी के पास पंजीकरण कराना होगा या फिर उन्हें बाजार नियामक सेबी के पास स्टॉक ब्रोकर के तौर पर पंजीकृत होना पड़ेगा।
आईपीओ से पहले एरोफ्लेक्स का जीएमपी 60 फीसदी से ज्यादा
एरोफ्लेक्स इंडस्ट्रीज के शेयरों की ग्रे मार्केट में अच्छी खासी मांग है जबकि हाल में कई शेयरों की सूचीबद्धता कम वैल्यू पर हुई है। बाजार के सूत्रों के मुताबिक, कंपनी के शेयर उसके 350 करोड़ रुपये के आईपीओ से पहले 60 फीसदी से ज्यादा प्रीमियम पर बिक रहे हैं। यह आईपीओ मंगलवार को खुलेगा।
मशहूर निवेशक आशिष कचोलिया समर्थित कंपनी ने आईपीओ का कीमत दायरा 102 से 108 रुपये प्रति शेयर तय किया है। कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर एरोफ्लेक्स का मूल्यांकन करीब 1,400 करोड़ रुपये बैठता है।
आईपीओ के तहत 162 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे जबकि 189 करोड़ रुपये का ओएफएस होगा। 2022-23 में एरोफ्लेक्स का शुद्ध लाभ 30 करोड़ रुपये रहा जबकि राजस्व 270 करोड़ रुपये।
विश्लेषकों ने कहा कि मौजूदा ऑर्डर और पूंजीगत खर्च की योजना के आधार पर कंपनी 2023-24 में 400 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर सकती है और मुनाफा मार्जिन में भी इजाफा हो सकता है।