रक्षा संबंधित कंपनियों के शेयर कैलेंडर वर्ष 2023 में शेयर बाजारों पर शानदार प्रदर्शन करने में कामयाब रहे हैं। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स (एचएएल), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (बीईएल), भारत डायनामिक्स (बीडीएल), डेटा पैटर्न्स, एमटीएआर टेक, कोचीन शिपयार्ड और जीआरएसई के शेयरों में इस साल अब तक (16 अगस्त) 21 से 96 प्रतिशत के बीच तेजी आई है। तुलनात्मक तौर पर बीएसई का सेंसेक्स इस अवधि में करीब 8 प्रतिशत तक चढ़ा है।
इन शेयरों में तेजी शानदार निर्यात अवसरों, मजबूत परियोजना प्रवाह और सरकार द्वारा स्थानीय निर्माण तथा रक्षा उपकरणों के स्वदेशीकरण को लगातार बढ़ावा दिए जाने की वजह से दर्ज की गई है।
विश्लेषकों का कहना है कि हालांकि ऊंचे मूल्यांकन से जुड़ी यह तेजी अल्पावधि में थम सकती है, क्योंकि कंपनियां हरेक तिमाही में मजबूत प्रदर्शन की निवेशकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकती हैं।
फिनट्रेक कैपिटल के संस्थापक अमित कुमार गुप्ता ने कहा, ‘ऑर्डर बुक का मूल्यांकन तिमाही आधार पर नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह 5-10 वर्षों की लंबी अवधि से जुड़ी हुई है। चूंकि कंपनियों ने बड़ी सफलता हासिल की है और कीमतों में इनका असर पहले ही दिख चुका है। कुछ पीएसयू शेयरों में भी यह असर दिखा है। नई खरीदारी कम दिख रही है और ये शेयर अल्पावधि में थम सकते हैं, क्योंकि बाजार समान वित्तीय परिणाम की उम्मीद हरेक तिमाही से करना चाहेगा, जो संभव नहीं होगा। ऑर्डर बुक भी अस्थिर हो सकती है, इसलिए आपको खास चयन पर ध्यान देना चाहिए।’
वित्त वर्ष 2024 की जून तिमाही में, एचएएल, एमटीएआर टेक, बीईएल, बीडीएल और डेटा पैटर्न्स जैसी कंपनियों का शुद्ध लाभ तिमाही आधार पर 35 से 72 प्रतिशत के बीच घटा। इसके अलावा, राजस्व गिरावट तिमाही आधार पर 22-69 प्रतिशत के दायरे में रही। हालांकि जून तिमाही को रक्षा क्षेत्र की कंपनियों के लिए मौसमी तौर पर कमजोर अवधि माना जाता है। सालाना आधार पर, शुद्ध लाभ 25 और 85 प्रतिशत के बीच बढ़ा और राजस्व में 8 से 68 प्रतिशत के बीच तेजी दर्ज की गई।
वहीं, बीडीएल का प्रदर्शन सबसे ज्यादा खराब रहा और कंपनी ने सालाना आधार पर 5 प्रतिशत की मुनाफा वृद्धि दर्ज की और उसके राजस्व में सालाना आधार पर 57 प्रतिशत की गिरावट आई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में रिटेल रिसर्च के प्रमुख दीपक जसानी का मानना है कि यदि कंपनियां बेहतर क्रियान्वयन के साथ अनुमान से अच्छे परिणाम देती हैं तो इन शेयरों में तेजी आ सकती है।
दीर्घावधि परिदृश्य मजबूत
जहां रक्षा शेयरों के लिए मजबूत तेजी की राह को अल्पावधि में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, वहीं विश्लेषकों का मानना है कि इस क्षेत्र की विकास संभावनाएं मजबूत मांग (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों, दोनों में) पर आधारित हैं। चूंकि घरेलू मांग मुख्य तौर पर सरकारी ऑर्डरों पर केंद्रित है, लेकिन इसकी निर्भरता का मतलब राजनीतिक और आर्थिक जोखिम भी है।
फिस्डम रिसर्च द्वारा जारी एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि बढ़ते निर्यात से इन चिंताओं की कुछ हद तक भरपाई हो सकती है।