Stock to buy: घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का दौर जारी है। बाजार के प्रमुख इंडेक्स 26 सितंबर 2024 को रिकॉर्ड हाई पर चढ़ने के बाद करेक्शन के मोड़ में बने हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के टैरिफ, विदेशी निवेशकों (FIIs) की बिक्री और कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले पांच महीनों में निफ्टी 50 इंडेक्स 26,277 के रिकॉर्ड हाई से करेक्ट होकर 22,000 के करीब आ गया है। निफ्टी50 अपने हाई से 4153 अंक या लगभग 16% नीचे चल रहा है। बीएसई सेंसेक्स भी 85,978 के रिकॉर्ड हाई से 12,893 अंक या लगभग 16% नीचे है।
शेयर बाजार में कमजोर माहौल को देखते हुए ब्रोकरेज फंडामेंटली रूप से मजबूत अच्छे वैल्यूएशन वाले चुनिंदा स्टॉक्स में निवेश की सलाह दे रहे हैं। इस बीच, ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) ने सिटी यूनियन बैंक (City Union Bank) पर अपनी रेटिंग को अपग्रेड कर BUY कर दिया है।
ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने नेट इंटरेस्ट मार्जिन में सुधार को देखते हुए सिटी यूनियन बैंक पर अपनी रेटिंग अपग्रेड कर BUY कर दी है। ब्रोकरेज ने बैंक स्टॉक पर लॉन्ग टर्म लिहाज से 200 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह से स्टॉक आगे चलकर 35% तक का रिटर्न दे सकता है। सिटी यूनियन बैंक के शेयर सोमवार को बीएसई पर 149.35 रुपये के भाव पर बंद हुए थे।
स्टॉक की परफॉर्मेंस की बात करें तो यह अपने हाई से 20% टूट चुका है। पिछले एक महीने में इसमें 16.62% की गिरावट आई है। जबकि पिछले तीन महीने में यह 20.18 टूट गया है। हालांकि, एक साल में स्टॉक ने 5.62% का रिटर्न दिया है। स्टॉक का 52 वीक हाई 187 रुपये और लो 125.35 रुपये है। बीएसई पर बैंक का मार्केट कैप 10,929 करोड़ रुपये है।
ब्रोकरेज ने अपने नोट में कहा कि बैंक के 2024-25 की दिसंबर तिमाही के नतीजे अच्छे रहे हैं। हालांकि, पिछले एक महीने में स्टॉक की कीमत में 17% की गिरावट आई है। यह कई कारकों से प्रभावित है। इसमें स्टॉक के भविष्य और विकल्पों से बाहर निकलने का तकनीकी कारण भी शामिल है।
ब्रोकरेज के अनुसार, आरबीआई की रेपो दर में कटौती के बाद नेट इंटरस्ट मार्जिन दबाव पर चिंताएं बैंक की सेविंग्स रेट में कटौती से आंशिक रूप से दूर हो गई हैं। फौजदारी (foreclosures) पर ड्राफ्ट सर्कुलर का शुल्क प्रोफाइल पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। हालांकि, हमारे विचार में इससे अधिक मंथन हो सकता है।
ब्रोकरेज ने कहा कि हमारे विचार में दूसरे ईडी की नियुक्ति से अगले साल निर्बाध एमडी और सीईओ उत्तराधिकार भी सुनिश्चित होना चाहिए। बैंक का कहना है कि गोल्ड लोन पर आरबीआई के नए सर्कुलर का आगे गोल्ड लोन की वृद्धि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इसके अलावा मौजूदा वैल्यूएशन पिछले तीन वर्षों में सबसे निचले स्तर पर है जबकि आगे ग्रोथ का आउटलुक तुलनात्मक रूप से बेहतर रहा है। हम बैंक की बेहतर क्रेडिट डिलीवरी और इसके स्वस्थ एलडीआर (85%) और एलसीआर (123%) प्रोफाइल को देखते हुए FY25/FY26 के लिए अपरिवर्तित 13.5%/15.3% सालाना ऋण वृद्धि का अनुमान लगाते हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)