बजाज फाइनैंस (Bajaj Finance) के शेयरों में आज यानी 4 जनवरी को भारी उछाल देखने को मिला। कंपनी के शेयर इंट्रा-डे के दौरान 4.7 फीसदी का छलांग लगाते हुए 7,732 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए। गैर-बैंक वित्त कंपनी (NBFC) यानी बजाज फाइनैंस के दिसंबर तिमाही के बिजनेस अपडेट में उसके दो ऋण उत्पादों (lending products) पर RBI के बैन का काफी कम असर दिखा।
बजाज फाइनैंस के शेयर BSE पर 4.4 फीसदी की उछाल के साथ बंद हुए। कंपनी के शेयर ने 327.80 अंकों की बढ़त बनाते हुए 7,710 रुपये पर बंद हुए।
दिसंबर 2023 के अंत में NBFC की एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 3 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई। कंपनी की AUM सालाना आधार पर (YoY) करीब 35 फीसदी यानी 20,700 करोड़ रुपये बढ़कर 3.11 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
वित्तीय वर्ष 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही (Q3FY24) के दौरान बुक किए गए नए लोन वित्त वर्ष 23 की इसी तिमाही (Q3FY23) में बुक 78.4 लाख लोन के मुकाबले 26 फीसदी बढ़कर 98.6 लाख हो गए।
मोतीलाल ओसवाल के एनालिस्ट ने बजाज फाइनैंस को ‘Buy’ रेटिंग दी और कहा, ‘बजाज फाइनैंस की AUM ग्रोथ पिछले रुझानों के मुताबिक थी क्योंकि रिपोर्ट की गई AUM 3.11 लाख करोड़ रुपये थी, जो कि तिमाही आधार पर 35 फीसदी सालाना और 7 फीसदी तिमाही आधार पर ज्यादा थी। एनालिस्ट फर्म ने कहा कि बजाज फाइनैंस की ग्रोथ रेट से पता चलता है कि त्योहारी सीजन कंपनी के लिए मजबूत था।
गौरतलब है कि नवंबर 2023 में, RBI ने बजाज फाइनैंस लिमिटेड को अपने दो लोन प्रोडक्ट्स- ‘eCOM’ और ‘Insta EMI Card’ के तहत लोन की मंजूरी और वितरण को तत्काल प्रभाव से रोकने का निर्देश दिया था।
उस समय, एनालिस्ट को उम्मीद थी कि अगले 45-90 दिनों में Insta EMI Card अधिग्रहण और ईश्यू करने में कमी आएगी।
उदाहरण के लिए, CLSA मान रही थी कि बीएएफ में हर तिमाही 42 करोड़ रुपये के राजस्व की चोट पड़ेगी, यह मानते हुए कि 7 लाख डिजिटल ईएमआई कार्ड 600 रुपये की प्रोसेसिंग फी के साथ वितरित किए गए। गैर जमानती कर्ज पर पाबंदी और उच्च जोखिम भारांक के बावजूद बजाज फाइनैंस की दिसंबर तिमाही में अच्छी क्रेडिट ग्रोथ बरकरार रही।
इस बीच, बजाज फाइनैंस की तरफ से नए ग्राहकों का जुड़ाव ठीक-ठाक रहा क्योंकि उसने 38.5 लाख नए ग्राहक जोड़े (जो सालाना आधार पर 31 लाख व तिमाही आधार पर 36 लाख थे)। ग्राहकों को जोड़ने का रुझान मोटे तौर पर पिछली सकारात्मक तिमाहियों के मुताबिक रहा जिससे पता चलता है कि आरबीआई की पाबंदी का बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा है।
इसके अलावा जमा खाता 58,000 करोड़ रुपये का रहा और उसमें सालाना आधार पर 35 फीसदी व तिमाही आधार पर 6 फीसदी का इजाफा हुआ। एकीकृत नकदी अधिशेष 11,600 करोड़ रुपये रहा। अधिशेष नकदी एयूएम का 3.7 फीसदी घटा।
मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) ने बजाज फाइनैंस के शेयरों को ‘Overweight’ रेटिंग दी है और स्टॉक पर 10,000 रुपये का टॉरगेट है। मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि बजाज फाइनैंस वित्त वर्ष 2024 में 33-34 फीसदी की AUM ग्रोथ दर्ज करेगी और मार्जिन पर पॉजिटिव असर दिखेगा।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Kotak Institutional Equities) को वित्त वर्ष 2024 में AUM में 29 फीसदी की सालाना ग्रोथ की उम्मीद है, जिसमें NBFC को बैंक लोन पर जोखिम भार बढ़ाने के RBI के निर्देश और कंज्यूमर लोन (हाउसिंग, ऑटो, MFI और गोल्ड को छोड़कर) देने वाले बैंक या NBFC के क्षेत्रों के प्रभाव को शामिल किया गया है।
ब्रोकरेज ने कहा, ‘इस कदम से बजाज फाइनैंस को अपनी हाई लोन ग्रोथ को धीमा किया जा सकता है क्योंकि बजाज फाइनैंस के पास अनसिक्योर्ड लोन (AUM का 37 प्रतिशत) की उच्च हिस्सेदारी है, जबकि इस तरह की अन्य कंपनियों के पास यह 7-36 प्रतिशत है।
ICICI Securities के एनालिस्ट ने कहा कि वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही के अच्छे अपडेट के बावजूद, वे NBFC की प्रॉफिटेबिलिटी पर RBI के कदम के प्रभाव पर नजर बनाए हुए हैं।
शेयर बाजार में, बजाज फाइनैंस का स्टॉक अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर 8,190 रुपये से 5.8 प्रतिशत फिसल गया है, जो 6 अक्टूबर, 2023 को छुआ था। तुलनात्मक रूप से, इस अवधि के दौरान BSE Sensex 8.8 प्रतिशत ऊपर है।