RIL Share Price: भारतीय शेयर बाजारों में शुक्रवार (17 जनवरी) को कमजोर शुरुआत के बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के स्टॉक्स में मजबूत शुरुआत हुई। RIL में शुरुआती कारोबार में 4.5 फीसदी का उछाल देखने को मिला। रिलायंस के अच्छे तिमाही (Q3FY25) नतीजों का असर स्टॉक मूवमेंट पर देखने को मिल रहा है। अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 7.4 फीसदी और रेवेन्यू 7 फीसदी (YoY) बढ़ा है। नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसेस ने RIL पर ब्रोकरेज हाउसेस ने इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी जारी की है। ज्यादातर ब्रोकरेज ने शेयर में खरीदारी की सलाह दी है।
मिराए एसेट शेयरखान (Mirae Asset Sharekhan) ने रिलायंस इंडस्ट्रज पर 1827 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ खरीदारी की सलाह बनाए रखी है। इस तरह यह शेयर गुरुवार के बंद भाव से करीब 44 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है। गुरुवार को शेयर 1268 पर बंद हुआ था।
शेयरखान का कहना है कि RIL ने उम्मीदों से मजबूत Q3FY25 नतीजे दिए। कंसॉलिडेटेड EBITDA बढ़कर 43,800 करोड़ रुपये हो गया। रिटेल सेगमेंट में मजबूत रिबाउंड का असर देखने को मिला। हाल ही में रिटेल बिजनेस में कई चुनौतियों आई थी। ऑयल टू केमिकल्स (O2C) सेगमेंट ने भी मजबूत प्रदर्शन में योगदान दिया। जबकि जियो का प्रदर्शन अनुमान से थोड़ा कम था, कुल मिलाकर रिजल्ट सकारात्मक हैं। शेयरखान का मानना है कि यह मजबूत प्रदर्शन, विशेष रूप से खुदरा क्षेत्र में, स्टॉक के हाल की खराब परफॉर्मेंस को उलटने की संभावना है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर खरीदारी की सलाह बना रखी है। साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 1,600 रुपये रखा है। गुरुवार के बंद भाव से स्टॉक में आगे करीब 26 फीसदी का तगड़ा रिटर्न मिल सकता है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की तीसरी तिमाही के नतीजे अच्छे रहे। रिटेल और O2C बिजनेस में अच्छी रिकवरी देखने को मिली। हालांकि रिलायंस जियो की परफॉर्मेंस कमजोर रही।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा (Nuvama) ने RIL पर खरीदारी की BUY रेटिंग दी है। स्टॉक का टारगेट प्राइस 1673 रुपये प्रति शेयर रखा है। इस तरह शेयर गुरुवार के क्लोजिंग भाव से करीब आगे करीब 32 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है। ब्रोकरेज का कहना हैकि रिलायंस ने तीसरी तिमाही में अबतक सर्वाधिक 43800 करोड़ रुपये का कामकाजी मुनाफा (EBITDA) दर्ज किया है। सभी सेगमेंट में मजबूत ग्रोथ रही। हायर फ्यूल क्रेक्स के चलते O2C EBITDA तिमाही आधार पर 16 फीसदी और सालना आधार पर 2 फीसदी उछला है।
नुवामा का कहना है, डिजिटल बिजनेस से एबिटडा से 17 फीसदी (YoY) और रिटेल बिजनेस से 9 फीसदी (YoY) बढ़ा है। वहीं, ऑयल एंड गैस सेगमेँट से तिमाही आधार पर 5 फीसदी की ग्रोथ कामकाजी मुनाफे में रही। नुवामा का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्री में लॉन्ग टर्म ग्रोथ नजर आ रही है। पेटकेम विस्तार के बाद आरआईएल टॉप 10 ग्लोबल प्रोड्यूसर बन गई है। पेटकेम मार्जिन में मजबूत रिकवरी है।
HDFC सिक्युरिटीज ने तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद RIL के शेयर पर ADD रेटिंग दी है। टारगेट प्राइस 1,670 रुपये रखा है। ब्रोकरेज का कहना है कि सभी सेगमेंट में कंपनी की परफॉर्मेंस बेहतर हुई है।
कोटक सिक्युरिटीज ने रिलायंस पर 1,435 रुपये के फेयर वैल्यू के साथ ADD रेटिंग बरकरार रखी है। ब्रोकरेज का कहना है कि Q3 नतीजे अनुमान से बेहतर रहे। रिटेल/O2C बिजनेस में रिकवरी है। हालांकि टेलीकॉम बिजनेस की परफॉर्मेंस कमजोर रही है।
ICICI सिक्युरिटीज ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर ADD रेटिंग बनाए रखी है। टारगेट प्राइस 1,455 रुपये प्रति शेयर किया है। ब्रोकरेज का कहना है कि तीसरी तिमाही में कंपनी को मजबूती रिटेल बिजनेस का सपोर्ट मिला।
बाजार में तेज गिरावट के साथ शुरुआत के बावजूद गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर ने दमदार शुरुआत की। BSE पर स्टॉक करीब 4.5 फीसदी की तेजी के साथ 1325.10 पर खुला। बीते 1 हफ्ते में शेयर में मूवमेंट आया है और करीब 4.5 फीसदी उछला है।
हालांकि, लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस देखें तो शेयर में अच्छा करेक्शन है। स्टॉक अपने 52 हफ्ते के हाई (1,608) से करीब 21 फीसदी गिरावट पर ट्रेड कर रहा है। स्टॉक का 52 हफ्ते का लो 1,202 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 17.58 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। गुरुवार को आईटी और बैंकिंग शेयरों में बिकवाली के चलते घरेलू बाजार खुलते ही लुढ़क गए। सेंसेक्स करीब 400 अंक से ज्यादा टूट गया। जबकि निफ्टी 23,200 अंक के नीचे आ गया।
RIL का दिसंबर तिमाही में नेट प्रॉफिट 7.4 फीसदी उछलकर 18,540 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही में 2.27 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2.43 लाख करोड़ रुपये हो गया।
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 18,540 करोड़ रुपये या 13.70 रुपये प्रति शेयर रहा। जबकि एक साल पहले इसी अवधि में मुनाफा 17,265 करोड़ रुपये या 12.76 रुपये प्रति शेयर था।
रिलायंस ने बताया कि इस तिमाही में ग्रुप का रेवेन्यू 2.67 लाख करोड़ रुपये हो गया है। ये पिछले साल की तुलना में 7.7 फीसदी ज्यादा है। वहीं रिलायंस का एबिटा (EBITDA) में 7.8 फीसदी की ग्रोथ देखी गई और इस तिमाही में EBITDA बढ़कर 48,003 करोड़ रुपये हो गया।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)