facebookmetapixel
SBI MF ने भी Silver ETF FoF में नए निवेश पर लगाई रोक, हाई प्रीमियम का सता रहा डरITR Refund Delay: रिफंड स्टेटस ‘प्रोसेस्ड’ दिख रहा, लेकिन पैसा अकाउंट में नहीं आया? ऐसे करें सामाधानNobel Prize 2025: अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जोएल मोकीर, फिलिप एघियन और पीटर हॉविट को मिलानिवेशकों को मिलेगा एक और सुरक्षा कवच! सेबी ने कहा- MF ट्रस्टीज लागू करें अर्ली वॉर्निंग सिस्टम1 महीने में 19% तक मिल सकता है रिटर्न, ब्रोकरेज को इन 3 तगड़े स्टॉक्स पर दिखा ब्रेकआउटPM Kisan Scheme: 21वीं किस्त के लिए किसानों का बेसब्री से इंतजार! जानें किस दिन खाते में आएंगे ₹2000नई तकनीक, नए मॉडल – Ashok Leyland के शेयर में आने वाला है 10% का उछाल! ब्रोकरेज ने दी BUY रेटिंगराजीव जुनेजा बने PHDCCI के नए अध्यक्ष, संजय सिंघानिया को मिली उपाध्यक्ष की कमानFoxconn तमिलनाडु में करेगी ₹15,000 करोड़ का निवेश; 14,000 नई नौकरियों के बनेंगे मौके, AI-आधारित मैन्युफैक्चरिंग पर जोरDiwali Stocks Picks: एक साल में 56% तक रिटर्न! एक्सिस सिक्योरिटीज ने चुने 12 दमदार शेयर

SEBI नए नियम को लेकर कर रहा विचार, बाजार बंद होने के 15 मिनट में तय होगा स्टॉक्स का क्लोजिंग प्राइस

यह नया सिस्टम शुरुआत में केवल डेरिवेटिव्स सेगमेंट के स्टॉक्स पर लागू होगा और बाद में अन्य स्टॉक्स के लिए चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।

Last Updated- December 05, 2024 | 10:43 PM IST
SEBI

सेबी ने शेयर बाजार में स्टॉक्स की क्लोजिंग प्राइस तय करने के लिए नया तरीका अपनाने का प्रस्ताव रखा है। सेबी ने गुरुवार को जारी एक परामर्श पत्र में सुझाव दिया कि बाजार बंद होने के बाद 15 मिनट का अलग कॉल ऑक्शन सेशन (CAS) रखा जाए। यह सेशन 3:30 बजे से 3:45 बजे तक होगा।

यह नया सिस्टम शुरुआत में केवल डेरिवेटिव्स सेगमेंट के स्टॉक्स पर लागू होगा और बाद में अन्य स्टॉक्स के लिए चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।

मौजूदा सिस्टम में बदलाव की योजना

फिलहाल, स्टॉक्स की क्लोजिंग प्राइस बाजार बंद होने से पहले के आखिरी 30 मिनट के वॉल्यूम-वेटेड एवरेज प्राइस (VWAP) के आधार पर तय की जाती है। लेकिन, अंतरराष्ट्रीय फंड हाउसों ने सुझाव दिया है कि भारत को कॉल ऑक्शन सेशन अपनाना चाहिए, क्योंकि मौजूदा सिस्टम से कीमतों में अस्थिरता और बड़े ऑर्डर्स के अधूरे रहने की समस्या होती है।

नए सिस्टम के फायदे

सेबी का मानना है कि नया सिस्टम विदेशी निवेशकों और म्यूचुअल फंड्स को उनकी ट्रेडिंग प्रक्रिया में मदद करेगा। खासकर इंडेक्स रिबैलेंसिंग और डेरिवेटिव एक्सपायरी के दिनों में जब उठापटक ज्यादा रहती है। सेबी के मुताबिक, वर्तमान सिस्टम में इन दिनों वोलैटिलिटी (उतार-चढ़ाव) सामान्य दिनों के मुकाबले 3 गुना तक बढ़ जाती है।

सार्वजनिक सुझाव मांगे गए

सेबी ने इस नए सिस्टम के लिए कीमत सीमा, ऑर्डर execution, और सेटलमेंट प्राइस की कैलकुलेशन जैसे पहलुओं पर जनता से सुझाव मांगे हैं।

क्लोजिंग सेशन होगा बंद

अगर कॉल ऑक्शन सेशन लागू होता है, तो मौजूदा पोस्ट-क्लोजिंग सेशन को बंद कर दिया जाएगा। सेबी का मानना है कि यह कदम भारतीय बाजार को अंतरराष्ट्रीय मानकों के करीब लाने में मदद करेगा।

First Published - December 5, 2024 | 8:29 PM IST

संबंधित पोस्ट