पूनावाला फिनकॉर्प (Poonawalla Fincorp) की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में 54 प्रतिशत तक बढ़कर 24,800 करोड़ रुपये पर पहुंच गईं। कंपनी की एयूएम को मजबूत ऋण वितरण से मदद मिली। तिमाही आधार पर एयूएम दिसंबर 2023 में समाप्त तीसरी तिमाही के 21,850 करोड़ रुपये से करीब 13 प्रतिशत बढ़ […]
आगे पढ़े
देसी म्युचुअल फंडों ने मार्च में भारतीय शेयरों में 45,120 करोड़ रुपये झोंके, जो किसी एक महीने में अब तक की सबसे ज्यादा खरीदारी है। देसी फंडों ने यह भारी खरीद उस समय की है, जब स्मॉल और मिड कैप फंडों में तेजी से बिकवाली हो रही है और ब्लू चिप कंपनियों के शेयरों की […]
आगे पढ़े
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपको फिर से केवाईसी यानी re-KYC (know your customer) कराने के लिए आपको राहत की खबर मिल गई है। अब आपको re-KYC नहीं कराना पड़ेगा। मगर, KYC से ही संबंधित एक ऐसा जरूरी काम भी है जिसके लिए आपके पास महज दो दिन का वक्त बचा […]
आगे पढ़े
निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए बाजार में तेज गिरावट के दौरान स्मॉलकैप और मिडकैप योजनाओं में कई तरह की बंदिशें लगाई जा सकती हैं। उनके यूनिट बेचने पर रोक लग सकती है, कर्मचारियों द्वारा निकासी की सीमा तय की जा सकती है और एक्जिट लोड भी बढ़ाया जा सकता है। म्युचुअल फंड (एमएफ) […]
आगे पढ़े
इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं ने पिछले छह महीने (फरवरी 2024 तक) में एकमुश्त निवेश के तौर पर 46,200 करोड़ रुपये हासिल किए हैं जो इससे पिछले छह महीने में मिले निवेश का करीब तीन गुना है। फरवरी में निवेशकों ने एकमुश्त निवेश के जरिये म्युचुअल फंडों में 11,500 करोड़ रुपये लगाए जो मार्च 2022 के […]
आगे पढ़े
अपनी ही योजनाओं में म्युचुअल फंडों का दांव एक लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है। उद्योग निकाय एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों का बिजनेस स्टैंडर्ड ने विश्लेषण किया है। इसके अनुसार योजनाओं की सभी श्रेणियों में प्रायोजक व सहायक निवेश फरवरी में 95,058 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह मार्च […]
आगे पढ़े
बड़े आकार के स्मॉलकैप फंडों का परिचालन करने वाले म्युचुअल फंडों ने इस हफ्ते नई पाबंदी का ऐलान किया है ताकि नकदी के जोखिम का बेहतर प्रबंधन और नियामक की चिंताएं दूर की जा सकें। इन फंडों में निवेश की सीमा तय करने वालों की सूची में फ्रैकलिन टेम्पलटन का नाम जुड़ गया है। फ्रैंकलिन […]
आगे पढ़े
स्मॉलकैप और मिडकैप क्षेत्र में मजबूत प्रवाह और ऊंचे मूल्यांकन के बीच फंड मैनेजर नकदी हाथ में रखने पर जोर दे रहे हैं। स्ट्रेस टेस्ट डेटा से पता चलता है कि स्मॉलकैप श्रेणी की करीब आधी योजनाओं के पास फरवरी के अंत तक 5 फीसदी या उससे अधिक की नकदी थी। इसकी तुलना में इस […]
आगे पढ़े
भारत के प्रमुख संपत्ति प्रबंधकों का कहना है कि भले ही स्मॉलकैप और मिडकैप सेगमेंट में बुलबुले जैसी स्थिति कुछ क्षेत्रों तक सीमित है, लेकिन नियामकीय जांच से लगातार अनिश्चितता को बढ़ावा मिल सकता है। उनका कहना है कि वे अपने ग्राहकों को फिलहाल स्मॉलकैप में कम निवेश करने को कह रहे हैं। खासकर म्युचुअल […]
आगे पढ़े
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के बाद से म्युचुअल फंडों (एमएफ) ने वन97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम) में अपनी एक-चौथाई हिस्सेदारी घटाई है। नुवामा अल्टरनेटिव ऐंड क्वांटीटेटिव रिसर्च की एक रिपोर्ट से पता चला है कि फरवरी के अंत में म्युचुअल फंडों के पास पेटीएम के 3.28 करोड़ शेयर […]
आगे पढ़े