शेयर बाजार में लगातार तेजी और इक्विटी फंडों की पेशकश में बढ़ोतरी से पिछले 12 महीने में म्युचुअल फंडों से करीब 1 करोड़ नए निवेशक जुड़े हैं। यह जानकारी एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों से मिली।
निवेशकों के जुड़ने की रफ्तार इससे पिछले 12 महीने के मुकाबले दोगुनी से ज्यादा रही। म्युचुअल फंडों ने अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 के दौरान सिर्फ 44 लाख निवेशक जोड़े थे। निवेशकों की कुल संख्या सितंबर 2024 के आखिर में 5.01 करोड़ रही। सितंबर 2023 में निवेशकों की संख्या 4 करोड़ के पार चली गई थी। यूनिक निवेशकों की संख्या का पता म्युचुअल फंड योजनाओं के साथ पंजीकृत स्थायी खाता संख्या (PAN) से लगाया जाता है।
फंड अधिकारियों के मुताबिक नए निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी शेयरों में निवेश को लेकर बढ़ते आकर्षण के कारण हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इक्विटी में खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी महामारी के बाद से ही लगातार बढ़ती रही है। लेकिन निवेशकों की संख्या में हालिया बढ़ोतरी की वजह बाजार में मजबूत तेजी, इक्विटी योजनाओं का उम्दा प्रदर्शन और लोकप्रिय श्रेणी में एनएफओ की बढ़ती संख्या को बताया जा रहा है। ।
बेंचमार्क सूचकांकों नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 और एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स सितंबर 2024 में समाप्त एक साल की अवधि में करीब 35 फीसदी चढ़े हैं। इसकी तुलना में इससे पिछले 12 महीने में दोनों सूचकांकों में करीब 10 फीसदी का इजाफा हुआ था।
इक्विटी बाजार में तेजी वाले सेंटिमेंट के बीच विभिन्न फंडों ने हाल में इक्विटी श्रेणी में कई फंड पेश किए और खास तौर से पिछले पांच महीने में गतिविधियों ने जोर पकड़ा। म्युचुअल फंडों ने मई से अगस्त के बीच 28 ऐक्टिव इक्विटी योजनाएं पेश कीं और कुल मिलाकर 58,612 करोड़ रुपये जुटाए।
खास तौर से इक्विटी क्षेत्र में एनएफओ को निवेशकों के जुड़ाव में मजबूती के लिए जाना जाता है, जिसकी वजह प्रमोशन और विपणन की ज्यादा गतिविधियां हैं। जून 2024 से लगातार चार महीनों में करीब 10 लाख नए निवेशक जुड़े।
एम्फी के मुख्य कार्याधिकारी वेंकट चलसानी ने कहा कि यूनिक निवेशकों की संख्या करीब 5 करोड़ पर पहुंचने से म्युचुअल फंड उद्योग को गर्व महसूस हो रहा है। इसके साथ ही फोलियो की संख्या का आंकड़ा 21 करोड़ के पार निकल गया है। यह एएमसी और वितरकों की वित्तीय जागरूकता फैलाने की कोशिशों का नतीजा है।
एसआईपी को लेकर उद्योग का अभियान इक्विटी में निवेश का प्रमुख विकल्प बनाने में अहम कारक रहा है। एसआईपी की बढ़ती लोकप्रियता आंकड़ों में झलकती है। ऐक्टिव एसआईपी की संख्या करीब 10 करोड़ पर पहुंच चुकी है। कैलेंडर वर्ष 2024 के पहले नौ महीने में फंडों ने 2.23 करोड़ खाते जोड़े जबकि 2023 के कैलेंडर वर्ष में 1.51 करोड़ नए खाते जुड़े थे।