facebookmetapixel
वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत की रफ्तार 6.8% पर नहीं रुकेगी: RBI डिप्टी गवर्नर पूनम गुप्ताCoal India Q2FY26 Result: मुनाफा 32% घटकर ₹4,263 करोड़ रह गया, ₹10.25 के डिविडेंड का किया ऐलानLenskart IPO: चीन के सस्ते माल को चुनौती देने वाली भारतीय कंपनीAdani Group: 14% तक उछले अदाणी ग्रुप के शेयर! क्या फिर लौट आया वो सुनहरा दौर?Suzlon: मैनेजमेंट में बदलाव से शेयर का मूड सुधरा, 4% से ज्यादा उछला; 15 दिसंबर को नए CFO संभालेंगे कमानकभी 11% थी महंगाई, अब सिर्फ 4%! अर्थशास्त्रियों ने बताई 10 साल की सबसे बड़ी सफलता की कहानीकैपिटल मार्केट और बैंक ही देंगे अर्थव्यवस्था को नई उड़ान: BFSI समिट में बोले KV KamathSBI की दो बड़ी कंपनियां होंगी शेयर बाजार में लिस्ट, समय अभी तय नहीं: चेयरपर्सन सेट्टीMSME को अब मिलेगा लोन का बड़ा सपोर्ट, बैंकिंग सिस्टम में भरोसा बढ़ा: SBI चेयरमैन CS SettyWATCH: Business Standard BFSI Summit- Hall 2

इ​क्विटी बचत योजनाओं में दिलचस्पी बढ़ी, सितंबर में हासिल किया 2,269 करोड़ रुपये का नेट फ्लो

कम-चर्चित हाइब्रिड फंड योजनाएं सतर्क निवेशकों के लिए होती हैं कवच

Last Updated- October 13, 2024 | 9:43 PM IST
FoF returned to glory, benefited from tax adjustment; Raised Rs 6,000 crore FOF में लौटी रौनक, टैक्स एडजस्टमेंट का मिला फायदा; 6,000 करोड़ रुपये जुटाए

कम-चर्चित हाइब्रिड फंड श्रे​णियों में शामिल इ​क्विटी बचत योजनाओं का आकर्षण बढ़ा है क्योंकि निवेशक कम जो​खिम वाले विकल्पों की तलाश पर जोर दे रहे हैं। सितंबर में इन योजनाओं ने 2,269 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह हासिल किया। यह किसी एक कैलेंडर महीने में सबसे अधिक है। खातों में शुद्ध वृद्धि या फोलियो की संख्या पिछले 6 महीने के औसत 6,300 के मुकाबले बढ़कर 11,232 पर पहुंच गई।

ये इ​क्विटी बचत योजनाएं समान जो​खिम प्रोफाइल वाली कई अन्य म्युचुअल फंड योजनाओं के मुकाबले कर लाभ के साथ कम जोखिम वाले हाइब्रिड विकल्प मुहैया कराती हैं। ये योजनाएं आर्बिट्राज अवसरों, शुद्ध इक्विटी निवेशों और डेट योजनाओं में मिलाजुला निवेश करती हैं जिससे इक्विटी कराधान के लिहाज से सक्षम और कम अस्थिरता के साथ अनुमानित रिटर्न मिलता है।

शुद्ध इ​क्विटी निवेश पोर्टफोलियो के 30-40 प्रतिशत पर सीमित है। हालांकि इक्विटी कराधान मानदंडों को पूरा करने के लिए सकल निवेश 65 प्रतिशत से अधिक हो जाता है। अप्रैल 2023 में डेट फंड कराधान में बदलाव के बाद यह हाइब्रिड श्रेणी तेज गति से बढ़ने के लिए तैयार थी।

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड संबं​धित पसिंप​त्तियों में समान होते हैं लेकिन जोखिम स्थिति में अलग होते हैं। इक्विटी बचत योजनाएं हर समय बहुत कम शुद्ध इक्विटी जोखिम बनाए रखती हैं जो उनकी सतर्कतापूर्ण रणनीति के अनुरूप है। वैल्यू रिसर्च के आंकड़े के अनुसार इन फंडों ने पिछले साल के दौरान 16 प्रतिशत का औसत रिटर्न दिया और तीन साल का औसत रिटर्न 9 प्रतिशत रहा।

इ​क्विटी बचत योजनाओं की कुल प्रबंधन अधीन परिसंप​त्तियां (एयूएम) एक साल में 80 प्रतिशत तक बढ़कर 39,546 करोड़ रुपये पर पहुंच गईं। मल्टी-ऐसेट फंडों की भी लोकप्रियता बढ़ी है। सितंबर में मल्टी-ऐसेट फंडों का एयूएम पहली बार 1 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया और महीने के दौरान इनमें शुद्ध प्रवाह 4,000 करोड़ रुपये रहा।

First Published - October 13, 2024 | 9:43 PM IST

संबंधित पोस्ट