facebookmetapixel
सीतारमण बोलीं- GST दर कटौती से खपत बढ़ेगी, निवेश आएगा और नई नौकरियां आएंगीबालाजी वेफर्स में 10% हिस्सा बेचेंगे प्रवर्तक, डील की वैल्यूएशन 40,000 करोड़ रुपये तकसेमीकंडक्टर में छलांग: भारत ने 7 नैनोमीटर चिप निर्माण का खाका किया तैयार, टाटा फैब बनेगा बड़ा आधारअमेरिकी टैरिफ से झटका खाने के बाद ब्रिटेन, यूरोपीय संघ पर नजर टिकाए कोलकाता का चमड़ा उद्योगबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोलीं सीतारमण: GST सुधार से हर उपभोक्ता को लाभ, मांग में आएगा बड़ा उछालGST कटौती से व्यापारिक चुनौतियों से आंशिक राहत: महेश नंदूरकरभारतीय IT कंपनियों पर संकट: अमेरिकी दक्षिणपंथियों ने उठाई आउटसोर्सिंग रोकने की मांग, ट्रंप से कार्रवाई की अपीलBRICS Summit 2025: मोदी की जगह जयशंकर लेंगे भाग, अमेरिका-रूस के बीच संतुलन साधने की कोशिश में भारतTobacco Stocks: 40% GST से ज्यादा टैक्स की संभावना से उम्मीदें धुआं, निवेशक सतर्क रहेंसाल 2025 में सुस्त रही QIPs की रफ्तार, कंपनियों ने जुटाए आधे से भी कम फंड

NFO: Helios का नया फंड लॉन्च, Mid Cap स्टॉक्स की ग्रोथ का फायदा उठाने का मौका; निवेश से पहले जान लें जरूरी डिटेल

हेलिओस का यह NFO आज यानी 20 फरवरी से ही सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। निवेशक 6 मार्च 2025 तक इस न्यू फंड ऑफर में पैसा लगा सकते हैं।

Last Updated- February 20, 2025 | 12:20 PM IST
Upcoming NFO

Helios Mid Cap Fund: हेलिओस म्युचुअल फंड (Helios Mutual Fund) ने गुरुवार 20 फरवरी को हेलिओस मिड कैप फंड (Helios Mid Cap Fund) लॉन्च किया है। यह एक
ओपन-एंडेड स्कीम है, जो NIFTY Midcap 150 Total Return Index (TRI) को ट्रैक करने के लिए डिजाइन किया गया है। हेलिओस का यह NFO आज यानी 20 फरवरी से ही सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। निवेशक 6 मार्च 2025 तक इस न्यू फंड ऑफर में पैसा लगा सकते हैं। फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम 17 मार्च को कंटिन्यू सेल और रिपरचेज के लिए फिर से खुलेगी।

Helios Mid Cap Fund: ₹5,000 शुरू कर सकते हैं निवेश

हेलिओस के इस न्यू फंड ऑफर (NFO) में निवेशक मिनिमम ₹5,000 से निवेश शुरू कर सकते हैं, और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में निवेश कर सकते हैं। स्कीम का बेंचमार्क NIFTY Midcap 150 Total Return Index (TRI) है।

एग्जिट लोड  के नियम

यदि 3 महीने के भीतर कुल खरीदी गई यूनिट्स में से 10% तक रिडीम या स्विच की जाती हैं तो कोई एग्जिट लोड नहीं लगेगा।

यदि 3 महीने के भीतर 10% से अधिक यूनिट्स रिडीम या स्विच की जाती हैं तो लागू NAV का 1% एग्जिट लोड लगेगा।

अगर 3 महीने के बाद यूनिट्स रिडीम या स्विच की जाती हैं तो कोई एग्जिट लोड नहीं लगेगा।

Helios Mid Cap Fund का एसेट एलोकेशन

Helios Mid Cap Fund का फोकस मिडकैप कंपनियों के इक्विटी और इससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में 65% से 100% तक निवेश करने पर रहेगा। इसके अलावा, यह अन्य कंपनियों के इक्विटी में 0 से 35% और डेट सिक्योरिटीज व मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में 0 से 35% तक निवेश कर सकता है।

SEBI/AMFI के नियमों के अनुसार, मिडकैप कंपनियां वे होती हैं, जिनका मार्केट कैप 101वीं से 250वीं रैंक के बीच आता है। यह स्कीम समय-समय पर अपडेट होने वाली लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों की लिस्ट को फॉलो करेगी।

Also read: Mutual Fund निवेशक ध्यान दें! 1 अप्रैल से बदल जाएंगे NFO से लेकर स्ट्रेस टेस्टिंग तक के नियम, आपके निवेश पर कैसे होगा असर 

निवेशकों को मिलेगा डायरेक्ट और रेगुलर प्लान का विकल्प

यह फंड अपने बेंचमार्क इंडेक्स के रूप में NIFTY Midcap 150 Total Return Index (TRI) को ट्रैक करेगा। निवेशकों को इसमें डायरेक्ट और रेगुलर प्लान का विकल्प मिलेगा, जो दो ऑप्शंस के साथ उपलब्ध होंगे- ग्रोथ ऑप्शन और इनकम डिस्ट्रीब्यूशन कम कैपिटल विदड्रॉल (IDCW) ऑप्शन।

ग्रोथ ऑप्शन: इसमें सभी कमाई को दोबारा स्कीम में निवेश किया जाता है, जिससे पूंजी बढ़ती रहती है।
IDCW ऑप्शन: इसमें ट्रस्टियों के विवेकाधिकार (Discretion) के अनुसार समय-समय पर मुनाफे को बांटा जा सकता है।

IDCW ऑप्शन के तहत, निवेशक डिविडेंड को दोबारा निवेश (Reinvestment), ट्रांसफर या सीधा भुगतान (Payout) लेने का विकल्प चुन सकते हैं। हालांकि, यह सभी लेन-देन लागू टैक्स और कानूनी प्रावधानों के अधीन होंगे।

Helios Mid Cap Fund: क्या है निवेश की स्ट्रैटेजी

म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम अपने निवेश उद्देश्यों और एसेट एलोकेशन के अनुसार एक्टिव रूप से मैनेज की जाएगी।

स्कीम इंफॉर्मेशन डॉक्यूमेंट (SID) के अनुसार, इसका मुख्य उद्देश्य मिडकैप कंपनियों के इक्विटी और इससे जुड़े सिक्योरिटीज में निवेश करके दीर्घकालिक पूंजी वृद्धि (Long-Term Capital Appreciation) हासिल करना है।

डाइवर्सिफिकेशन सुनिश्चित करने के लिए, स्कीम अपने कुल एसेट्स का 35% तक मिडकैप के अलावा अन्य कंपनियों के इक्विटी और इससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश कर सकती है। इसके अलावा, स्कीम अपने कुल एसेट्स का 35% तक डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में भी निवेश कर सकती है।

Also read: NFO Alert: सोने में करें स्मार्ट इन्वेस्टमेंट, 360 ONE Gold ETF सिर्फ ₹500 से कर सकते हैं शुरुआत

Helios Mid Cap Fund: कौन हैं फंड मैनेजर

Helios Mid Cap Fund के फंड मैनेजर आलोक बहल और प्रतीक हैं। अलोक बहल हेलिओस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) प्रा. लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर (CIO) हैं। उन्हें निवेश सेक्टर में 32 से अधिक वर्षों का अनुभव है।

प्रतीक को फरवरी 2024 में फंड मैनेजर – इक्विटी के रूप में नियुक्त किया गया। उन्हें 10 से अधिक वर्षों का अनुभव है। हेलिओस कैपिटल से जुड़ने से पहले, वह मोतीलाल ओसवाल के इंस्टीट्यूशनल इक्विटी रिसर्च टीम का हिस्सा थे, जहां उन्होंने कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर पर रिसर्च किया।

Helios Mid Cap Fund: किसे करना चाहिए निवेश

म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम उन निवेशकों के लिए सही है जो लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन की योजना बना रहे हैं और मुख्य रूप से मिडकैप कंपनियों के इक्विटी और इससे जुड़े सिक्योरिटीज में निवेश करना चाहते हैं।

First Published - February 20, 2025 | 12:20 PM IST

संबंधित पोस्ट