NFO Alert: IIFL म्यूचुअल फंड, जिसे अब 360 ONE Mutual Fund के नाम से जाना जाता है, ने एक नया गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) लॉन्च किया है। यह फंड 360 ONE Gold ETF नाम से पेश किया गया है, जो निवेशकों को फिजिकल गोल्ड की घरेलू कीमतों के प्रदर्शन के अनुसार रिटर्न देने का प्रयास करेगा। हालांकि, इसमें ट्रैकिंग एरर हो सकता है और कोई गारंटीशुदा रिटर्न नहीं दिया जाएगा।
यह नया फंड ऑफर (NFO) 20 फरवरी 2025 को लॉन्च होगा और 28 फरवरी 2025 को बंद होगा। निवेशक कम से कम ₹500 से इसमें निवेश कर सकते हैं। यह फंड उन निवेशकों के लिए खास तौर पर उपयुक्त है, जो लॉन्ग-टर्म कैपिटल ग्रोथ की तलाश में हैं और सोने में निवेश कर स्थिर रिटर्न पाना चाहते हैं। यह ETF AMFI Tier I बेंचमार्क यानी घरेलू सोने की कीमतों को फॉलो करेगा।
360 ONE Gold ETF का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें निवेश करने पर फिजिकल गोल्ड खरीदने की जरूरत नहीं होती, जिससे सुरक्षा और स्टोरेज की टेंशन खत्म हो जाती है। साथ ही, यह एक लिक्विड इन्वेस्टमेंट है, यानी निवेशक इसे स्टॉक एक्सचेंज पर कभी भी खरीद और बेच सकते हैं (लिस्टिंग के बाद)। इसके अलावा, यह फिजिकल गोल्ड की तुलना में कम लागत में निवेश का मौका देता है।
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अगर आप इस फंड में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आईए इसके बारे में सारी जानकारी जान लें-
यह स्कीम NSE और BSE जैसे प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होगी, जिससे निवेशक सेकेंडरी मार्केट में आसानी से इसे खरीद और बेच सकेंगे। मार्केट मेकर्स भी इसमें लिक्विडिटी बनाए रखने के लिए दो-तरफा कीमतें उपलब्ध कराएंगे।
बड़े निवेशकों और मार्केट मेकर्स के लिए म्यूचुअल फंड से डायरेक्ट सब्सक्रिप्शन और रिडेम्पशन का विकल्प होगा। छोटे निवेशक भी 25 करोड़ रुपये तक की डायरेक्ट रिडेम्पशन कर सकते हैं, अगर:
AMC इन स्थितियों को लगातार मॉनिटर करेगा और जरूरत पड़ने पर अपनी वेबसाइट पर इसकी जानकारी देगा।
इस स्कीम का बेंचमार्क डोमेस्टिक गोल्ड प्राइस होगा, क्योंकि यह मुख्य रूप से गोल्ड और उससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करेगा। अगर आप सोने में निवेश और लंबी अवधि में मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, निवेश से पहले सही जानकारी लेकर ही फैसला लें।
अगर आप 360 ONE Gold ETF में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि इस फंड में कोई एग्जिट लोड (Exit Load) नहीं है। यानी, निवेशकों को यूनिट्स बेचने पर किसी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। हालांकि, Creation Unit Size से अलग आकार में यूनिट्स को सीधे फंड से रिडीम नहीं किया जा सकता। निवेशक इन्हें स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग घंटों के दौरान बेच सकते हैं। फंड मैनेजर (AMC) भविष्य में एग्जिट लोड में बदलाव कर सकता है, लेकिन यह बदलाव केवल नए निवेशों पर लागू होगा।
इस ETF की यूनिट्स को स्टॉक एक्सचेंज पर ही खरीदा और बेचा जा सकता है क्योंकि ये पूरी तरह डिमैट फॉर्म में उपलब्ध हैं। हालांकि, निवेशकों को बिड/आस्क स्प्रेड, ब्रोकरेज और सरकार द्वारा तय अन्य शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है।
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न्यूनतम निवेश राशि और खरीद के नियम
NFO के दौरान: न्यूनतम निवेश ₹500 है और उसके बाद ₹1 के मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है। यूनिट्स पूरे नंबर में मिलेंगी और यदि कोई बची हुई राशि होगी तो उसे रिफंड कर दिया जाएगा।
फंड से सीधे खरीदारी (Continuous Basis):
मार्केट मेकर्स और बड़े निवेशक सीधे फंड से Creation Unit Size के ब्लॉक में यूनिट्स खरीद सकते हैं। बड़े निवेशकों के लिए यह निवेश ₹25 करोड़ या उससे अधिक होना जरूरी है, जो समय-समय पर SEBI के नियमों के अनुसार बदला जा सकता है।
स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग: निवेशक स्टॉक एक्सचेंज पर कम से कम 1 यूनिट या उससे अधिक की खरीदारी कर सकते हैं।
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कौन है फंड मैनेजर?
360 ONE Asset के नए NFO (New Fund Offer) की जिम्मेदारी अनुभवी राहुल खेतावत को सौंपी गई है। 37 वर्षीय खेतावत के पास फॉरेक्स, कमोडिटी, ट्रेडिंग, एडवाइजरी और फंड मैनेजमेंट में 14 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने Edelweiss Financial Services और Marwadi Share and Finance में कमोडिटी और फॉरेक्स ट्रेडर के तौर पर काम किया है। उनके पास PGDM और M.Com (PRE) की डिग्री है और वे प्रोडक्ट डेवलपमेंट से लेकर रिस्क मैनेजमेंट तक की गहरी समझ रखते हैं। 360 ONE Asset ने उन्हें इस फंड की जिम्मेदारी देकर दिखा दिया है कि वे निवेशकों के लिए मजबूत रणनीति लेकर आ रहे हैं।
ध्यान दें: नए NFO में निवेश करने से पहले अपनी जोखिम क्षमता, निवेश अवधि और वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए सही योजना का चुनाव करें। उपरोक्त NFOs से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए AMFI की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।