वैश्विक निवेशक उभरते बाजारों पर ऐसे केंद्रित ईटीएफ का विकल्प चुन रहे हैं जिनमें चीन शामिल नहीं है। फाइनैंशियल टाइम्स के हालिया लेख के अनुसार अमेरिका में सूचीबद्ध आठ ईएम ईटीएफ (जिनमें चीन शामिल नहीं है) में शुद्ध निवेश साल 2023 में तीन गुना बढ़कर 5.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
विश्लेषकों का अनुमान है कि चीन को अलग रखने के ट्रेंड से भारतीय बाजारों में ज्यादा विदेशी निवेश (पैसिव) आने में मदद मिलेगी, जो ईएम बास्केट में चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार है।
मॉर्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनैशनल ग्लोबल इंडाइसेज में दोनों पड़ोसी देशों के बीच भारांक का अंतर पिछले तीन साल में काफी ज्यादा घटा है। इसकी वजह भारत का मजबूत व उम्दा प्रदर्शन होना है।
देश के सबसे मूल्यवान लेनदार एचडीएफसी बैंक को उन पैसिव फंडों से 30 करोड़ डॉलर (2,500 करोड़ रुपये) का निवेश मिल सकता है जो फाइनैंशियल टाइम्स स्टॉक एक्सचेंज (एफटीएसई) इंडाइसेज को ट्रैक करते हैं।
पिछले हफ्ते सूचकांक प्रदाता ने अपने सूचकांकों में एचडीएफसी बैंक का भारांक बढ़ा दिया था, जिसकी वजह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के लिए बनी निवेश की गुंजाइश है। मॉर्गन स्टैनली के हालिया नोट में भी इस शेयर को लेकर निवेशकों के सेंटिमेंट में सुधार की संभावना जताई गई है।
अमेरिकी ब्रोकरेज का मानना है कि एचडीएफसी बैंक का शेयर मौजूदा स्तर से 50 फीसदी की बढ़त दर्ज कर सकता है, जिसकी वजह होम लोन बिजनेस को लेकर अनुमानों में हुआ सुधार है। एचडीएफसी बैंक का शेयर का आखिरी बंद भाव 1,417 रुपये है जो इस साल करीब 17 फीसदी नीचे आया है। मॉर्गन स्टैनली ने इस शेयर को आकर्षक रेटिंग दी है और कीमत लक्ष्य 2,110 रुपये रखा है।
दोपहिया दिग्गज बजाज ऑटो ने 4,000 करोड़ रुपये के अपने शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम के लिए 29 फरवरी रिकॉर्ड तारीख तय की है। पुणे की कंपनी की योजना 10,000 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 40 लाख शेयरों (1.41 फीसदी इक्विटी) की पुनर्खरीद टेंडर रूट के जरिए करने की है।
बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि बजाज ऑटो का शेयर रिकॉर्ड तारीख से पहले चढ़ सकता है क्योंकि निवेशक 20 फीसदी आर्बिट्रेज मौके को भुनाना चाहेंगे।