WeWork India IPO: को-वर्किंग स्पेस कंपनी वीवर्क इंडिया ने अपने 3,000 करोड़ रुपये के आईपीओ की घोषणा की है। यह इश्यू 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक खुला रहेगा। एंकर निवेशकों के लिए बुकिंग 1 अक्टूबर को शुरू होगी।
ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, यह पूरा आईपीओ ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत होगा। यानी कंपनी को इस इश्यू से कोई पूंजी प्राप्त नहीं होगी। इसके जरिए एम्बेसी बिल्डकॉन एलएलपी और वीवर्क ग्लोबल की यूनिट 1 एरियल वे टेनेंट लिमिटेड अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।
फिलहाल वीवर्क इंडिया में एम्बेसी ग्रुप की 76.21% हिस्सेदारी है, जबकि वीवर्क ग्लोबल की 23.45% हिस्सेदारी है।
वीवर्क इंडिया की स्थापना 2017 में हुई थी। यह भारत में ‘WeWork’ ब्रांड के लिए एक्सक्लूसिव लाइसेंस लेकर काम करती है। कंपनी का प्रमोशन बेंगलुरु की रियल एस्टेट कंपनी एम्बेसी ग्रुप करती है।
कंपनी ने साफ किया है कि इस इश्यू का मकसद सिर्फ शेयरों की लिस्टिंग के जरिए दृश्यता बढ़ाना और मौजूदा शेयरधारकों को लिक्विडिटी उपलब्ध कराना है। इसके अलावा, इस कदम से कंपनी भारतीय शेयर बाजार में अपनी मजबूत पहचान भी बनाना चाहती है।
वीवर्क इंडिया को बीते कुछ सालों में बड़े निवेश मिले हैं। वीवर्क ग्लोबल ने 2021 में 100 मिलियन डॉलर का निवेश किया था। इसके अलावा, जनवरी 2024 में वीवर्क इंडिया ने ₹500 करोड़ का राइट्स इश्यू लाकर कर्ज कम करने और विस्तार की दिशा में कदम उठाया था।
फिलहाल वीवर्क इंडिया के ऑपरेशंस देश के बड़े शहरों—बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, गुरुग्राम, नोएडा, दिल्ली और चेन्नई—में फैले हुए हैं। कंपनी अभी कुल 77 लाख वर्ग फुट स्पेस मैनेज करती है, जिसमें से 70 लाख वर्ग फुट पूरी तरह से ऑपरेशनल है। यहां 1.03 लाख डेस्क कैपेसिटी मौजूद है और कंपनी में 500 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं।
आईपीओ खुलने के बाद उम्मीद है कि वीवर्क इंडिया के शेयरों की लिस्टिंग 10 अक्टूबर को स्टॉक एक्सचेंज पर होगी।