एचडीएफसी बैंक ने बुधवार को 1 अरब डॉलर का अतिरिक्त टियर-1 बॉन्ड (एटी-1) पेश किया और वह इसकी कीमत शुरुआती संकेत के मुकाबले काफी कम रखने में सक्षम रहा। इस इश्यू का कामकाज संभालने वालों ने यह जानकारी दी। पांच साल के परपेचुअल बॉन्ड बिक्री बंद होना अभी बाकी है और इसकी घोषणा बाद में की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस इश्यू को काफी उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली।
यह अब तक सबसे बड़ा एटी-1 बॉन्ड इश्यू है और येस बैंक के मामले के बाद पेश होने वाला पहला बॉन्ड है, जहां 8.400 करोड़ रुपये के बकाया कर्ज को मार्च 2020 में संकट से उबारने के दौरान बट्टे खाते में डाल दिया गया। इस घटनाक्रम के बाद ऐसी प्रतिभूति को लेकर चिंता पैदा हुई थी। इससे पहले साल 2016 में भारतीय स्टेट बैंक ने रकम जुटाई थी और तब कुल रकम 30 करोड़ डॉलर थी।
एचडीएफसी बैंंक ने इश्यू पेश किया और इसके जरिए वह वैश्विक बाजार से 1 अरब डॉलर जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। दिन में इस इश्यू को निवेशकों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली, खास तौर से यूरोप व अमेरिका के निवेशकोंं से।
शुरुआती संकेत 4.125 फीसदी ब्याज का था, लेकिन बैंक इसकी अंतिम कीमत 3.7 फीसदी रखने में कामयाब रहा। इस इश्यू का कामकाज संभालने वालों में बैंक ऑफ अमेरिका, जेपी मॉर्गन, सिटी, एचएसबीसी और स्टैंडर्ड चार्टर्ड शामिल हैं। इस इश्यू में आवेदन करने वाले अहम निवेशकों में फिडेलिटी, ब्लैकरॉक और सिंगापुर की जीआईसी शामिल है। कुल ऑर्डर बुक अभी 4 अरब डॉलर का है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने इस बॉन्ड को बीए3 की रेटिंग दी है। इस बारे में जानकारी के लिए एचडीएफसी बैंक को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला।
प्रतिभूति को लेकर अभी चिंता है लेकिन कई बैंक इसके जरिए पूंजी जुटाने पर विचार कर रहे हैं और उनमें एसबीआई शामिल है जो 14,000 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रहा है।